लखनऊ: यूपी में वैक्सीनेशन का काम जोरों पर है. राज्य में 90.53 फीसदी वयस्कों को डबल डोज लग गई है. वहीं सोमवार को लगातार चौथे दिन कोरोना के केस में गिरावट दर्ज की गई. 24 घंटे में 138 रोगी ही रिकॉर्ड किए गए.
सोमवार को 24 घंटे में एक लाख से अधिक टेस्ट किए गए. इसमें 138 केस मिले. इसमें सर्वाधिक केस नोएडा, गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ में रिपोर्ट किए गए. इस दौरान 186 मरीज सही होने पर डिस्चार्ज किए गए. राज्य में कोरोना केस में भी कमी आ रही है. इसमें 12 मई को 207 केस, 13 मई को 175 केस, 14 मई को 158 केस, 15 मई को 146 केस, 16 मई 138 केस रिकॉर्ड किये गए. देश में सर्वाधिक 11 करोड़ 29 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. इस दौरान केजीएमयू, एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं. दूसरी लहर में सिर्फ दो डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं 90 फीसदी से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया. अब तीसरी लहर में 90 फीसदी ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसदी, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसदी थी. अब संक्रमण दर 2 फीसदी हो गई है. वहीं रिकवरी रेट 98.8 फीसदी है.
12 से 14 साल तक के बच्चों को लगेगा टीका: राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. सुभाष घई के मुताबिक 20 मई से स्कूलों में ग्रीष्मकालीन छुट्टियां हो रही हैं. वहीं धूप भी बहुत ज्यादा हो रही है. तापमान अधिक होने से अभिभावक बच्चों को लेकर बूथ पर नहीं जा रहे हैं. ऐसे में वैक्सीनेशन अभियान पिछड़ रहा है. लिहाजा विभाग ने बच्चों का टीका घर-घर लगाने का फैसला किया है. इसकी जिम्मेदारी एएनएम को सौंपी गई है. ग्रामीण इलाकों में एक एएनएम 2 गांव में टीकाकरण पूरा करेगी. शहरी क्षेत्र में एक एएनएम को दो मोहल्लों की जिम्मेदारी दी गई है.
अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज: 17 दिसम्बर को गाजियाबाद में दो मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं 25 दिसम्बर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया था. यह महिला अमेरिका से आई थी. चार जनवरी को 23 मरीज मिले थे. अब तक कुल 526 सैम्पल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं.
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एक्टिव केस अब 1097: राज्य में जनवरी के शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान एक लाख 16 हजार 366 एक्टिव केस थे. वहीं अब 1097 एक्टिव केस रह गए हैं. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं. इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 अन्य बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए हैं
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