कानपुर: दो महीने बाद टेनरी चलने से चमड़े के उत्पाद बनाने का काम शुरू हो गया है. अब नए ऑर्डर मिलने का इंतजार है. इसके लिए निजी संचालकों ने निर्यात के लिए कंपनियों से संपर्क भी करना शुरू कर दिया है. उद्योग चलाने में आ रही श्रमिकों की कमी पूरी करने के लिए अपने गृह जनपद जा चुके कामगारों को बुलाया जा रहा है. जिला प्रशासन से स्वीकृति मिलने के बाद शहर में 200 से अधिक टेनरियों में काम शुरू हो गया है. फिलहाल टेनरियों में कच्चा माल बनाया जा रहा है.
कानपुर: लॉकडाउन 4.0 में शुरू हुआ लेदर फैक्ट्रियों में काम
लॉकडाउन के चौथे चरण में थोड़ी रियायत मिलने के बाद कानपुर में लेदर फैक्ट्रियों में काम शुरू हो गया है. दो महीने बाद टेनरी (चमड़े के कारखाने) में काम शुरू होने से चमड़े के उत्पादन की शुरुआत हो गयी है. बड़ी संख्या में श्रमिकों के पलायन के कारण उत्पादन रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है.
कानपुर: दो महीने बाद टेनरी चलने से चमड़े के उत्पाद बनाने का काम शुरू हो गया है. अब नए ऑर्डर मिलने का इंतजार है. इसके लिए निजी संचालकों ने निर्यात के लिए कंपनियों से संपर्क भी करना शुरू कर दिया है. उद्योग चलाने में आ रही श्रमिकों की कमी पूरी करने के लिए अपने गृह जनपद जा चुके कामगारों को बुलाया जा रहा है. जिला प्रशासन से स्वीकृति मिलने के बाद शहर में 200 से अधिक टेनरियों में काम शुरू हो गया है. फिलहाल टेनरियों में कच्चा माल बनाया जा रहा है.