कानपुर: कुछ दिनों पहले शहर के परेड चौराहा पर हुए बवाल के मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी के मददगार बिल्डर हाजी वसी को क्राइम ब्रांच ने लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया. हाजी वसी पर शिकंजा कसने के लिए स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआइटी) टीम के सदस्य लगातार कोशिश कर रहे थे.
परेड समेत आसपास क्षेत्रों में अवैध रूप से इमारतें बनवाने को लेकर हाजी वसी के खिलाफ केडीए और कानपुर पुलिस की ओर से मुकदमा भी दर्ज कराया गया था. हालांकि, जब-जब एसआईटी टीम के सदस्यों ने वसी को पकड़ना चाहा, तो उसकी लोकेशन कानपुर से बाहर मिल रही थी. कानपुर पुलिस ने हाजी वसी के खिलाफ कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी करा लिया था. इसके बाद पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीना के निर्देशन में गठित कानपुर क्राइम ब्रांच की टीम ने बिल्डर हाजी वसी को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया.
मुख्तार बाबा और हाजी वसी पर था फंडिंग का आरोप: परेड बवाल के मामले में जब पुलिस ने मुख्य आरोपी हयात जफर हाशमी से लगातार तीन दिनों तक पूछताछ की थी. इसमें सामने आया था कि बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा और बिल्डर हाजी वसी ने हिंसा की साजिश में सभी आरोपियों का साथ दिया था. हाजी वसी पर फंडिंग का आरोप था. वहीं, इससे पहले साल 2020 में भी शहर के परेड चौराहा पर बवाल हुआ था, तब भी हाजी वसी का नाम सामने आया था. मगर, अपने रसूख के चलते वसी पर पुलिस न तो दबाव बना पाई थी, न ही गिरफ्तार कर सकी थी. अब तक इस परेड बवाल के मामले में 65 से अधिक उपद्रवियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
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परेड बवाल के मामले में बिल्डर हाजी वसी का नाम सामने आया था. इसके बाद पुलिस ने हाजी वसी के खिलाफ साक्ष्य जुटाए. साक्ष्यों के आधार पर क्राइम ब्रांच ने हाजी वसी को सोमवार देर रात लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया. अब उसे जेल भेजा जाएगा.
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