कानपुर: जिले में जहां एक तरफ राजकीय बालिका गृह में 57 कोरोना पॉजिटिव संवासिनी मिलने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है, वहीं उनमें 7 गर्भवती होने के बाद भी पूरे प्रदेश में संवासिनी गृह पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं. इन सबके बाद सोमवार को कानपुर महानगर की स्वरूप नगर पुलिस की भी शर्मनाक करतूत सामने आई है. यहां बालिका गृह की कवरेज के दौरान पुलिस ने अपनी खुन्नस पत्रकारों पर निकालनी.
राजकीय बालिका गृह की कवरेज करने गए पत्रकारों से पुलिस ने बदसलूकी की. स्वरूप नगर थाने का मामला पता करने पहुंचे पत्रकारों और फोटोग्राफर को स्वरूप नगर पुलिस ने जमकर पीटा. इतना ही नहीं फर्जी मुकदमे में फंसाने की तहरीर दिलवाकर पत्रकारों से जबरन समझौता भी कराया गया. पुलिस ने बदमाशों की तर्ज पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर जबरन समझौता करवाया.
थाने के अंदर जाने पर संतरी और थाने के सिपाहियों ने पत्रकारों के साथ जमकर मारपीट की थी. इतना ही नहीं थाने में बंद कर सिपाहियों ने पत्रकारों को बुरी तरीके से पीटा और गाली-गलौज भी की. यह सभी घटना कैमरे में कैद हो गई, जिसके बाद से स्वरूप नगर पुलिस पर सवालिया निशान खड़े हो गए. वहीं एसएसपी ने भी मामले का संज्ञान लेते हुए जांच करने के आदेश दिए थे.
वहीं इस पूरे मामले में मंगलवार को एसपी डॉक्टर अनिल कुमार ने अपनी जांच रिपोर्ट सौंपी. इसमें स्वरूप नगर थाने के अंदर पत्रकारों के साथ हुई मारपीट की घटना में एसपी की जांच रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी दिनेश कुमार पी ने एक सब इंस्पेक्टर और तीन कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया है. उन्होंने विभागीय कार्रवाई के साथ मामले की जांच कर कड़ी कार्रवाई करने का आश्वाशन भी दिया है.