कानपुर: जिले में बीती 3 जून को हुई हिंसा मामले में 3 आरोपियों पर एनएसए एक्ट के तहत कार्रवाई की जाने की तैयारी चल रही है. बताया जा रहा है कि ये तीनों आरोपी मोहम्मद जावेद, सूफियान और राहिल मुख्य आरोपी जफर हयात हाशमी के साथ षड्यंत्र में शामिल थे और वीडियो में भी ये सभी जफर के साथ दिखाई दिए थे. इसके बाद पुलिस द्वारा गठित एसआईटी (SIT) ने हिंसा में इन तीनों आरोपियों की भूमिका की जांच की.
कानपुर संयुक्त पुलिस आयुक्त आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि मोहम्मद जावेद, सुफियान और राहिल यह तीनों आरोपी बीती 3 जून को हिंसा में अलग अलग भूमिका में थे. जांच में इन सभी के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं जिस आधार पर इन पर एनएसए की कार्यवाही करने की तैयारी चल रही है, क्योंकि इस एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिए एक चरणबद्ध प्रक्रिया है. इसका अनुपालन करते हुए तीनों आरोपियों के खिलाफ जल्दी एनएसए एक्ट में कार्रवाई की जाएगी और साथ ही उनकी संपत्तियों की कुर्की भी कराई जाएगी.
जांच में इन सभी के खिलाफ गंभीर साक्ष्य मिले हैं. अब एसआईटी इनके खिलाफ एनएसए एक्ट के तहत कार्रवाई करने की तैयारी कर चुकी है. हालांकि ये तीनों आरोपी को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है और मौजूदा दिनों में ये तीनों आरोपी जेल में है. वहीं, इससे पहले हिंसा का मास्टर माइंड कहे जाने वाले जफर हयात हाशमी पर एनएसए के कार्रावाई की जा चुकी है.
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52 लोगों के खिलाफ अभी तक चार्जशीट दाखिल कर चुकी है एसआईटी
बीते दिनों 3 जून हिंसा मामले में लगातार आरोपियों की धरपकड़ कर उन्हें जेल भेजने के बाद उन्हें सजा दिलाई जा सके. उसके लिए एसआईटी ने पर्याप्त साक्ष्य के साथ लगभग 52 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है. बड़ी कार्रवाई की बात की जाए तो जफर हयात हाशमी जो कि इस पूरी हिंसा का मास्टरमाइंड कहा जाता है, उस पर एनएसए एक्ट के तहत कार्रवाई की गई.
वहीं, हिंसा में फंडिंग करने के आरोपी हाजी वशी और बाबा बिरयानी के मालिक मुख्तार बाबा पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. सूत्रों की माने तो अभी या कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी. वीडियो फुटेज के आधार पर और मुखबिर की सूचना पर कई आरोपियों की जांच में एसआईटी पर यार साक्ष्य जुटा रही है. जैसे ही एसआईटी को आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य मिलते जा रहे हैं. उन पर कार्रवाई कर उन्हें जेल भेज दिया जा रहा है. इस पूरे मामले में 100 से ज्यादा एफआईआर दर्ज हुई थी.
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