कानपुर : जो अभिभावक स्कूली वाहनों से अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं वो तब तक घबराए रहते हैं जब तक उनका लाडला सुरक्षित वापस नहीं आता. वहीं, जब आरटीओ कार्यालय में अभिभावकों की ओर से अनफिट वाहनों के सड़क पर दौड़ने की शिकायत पहुंची तो कार्यालय के अफसरों ने कमर कसते हुए शहर में एक अभियान चला दिया. करीब एक महीने तक चली जांच में सामने आया कि 156 अनफिट वाहन रोज हजारों बच्चों को स्कूल ले जा और वापस ला रहे थे. अब सभी ऐसे वाहनों को सीज करना शुरू कर दिया गया है.
एआरटीओ प्रशासन सुधीर वर्मा ने बताया की 622 स्कूली वाहनों की जांच की गई. इनमें स्कूल बस, वैन व अन्य कैटेगरी के वाहन शामिल थे. उन्होंने बताया कि 156 वाहन पूरी तरह से अनफिट मिले जबकि 4 वाहनों का पंजीयन निरस्त किया गया. 22 अन्य के पंजीयन निरस्त की तैयारी है. वहीं, जो 156 वाहन अनफिट मिले, उन सभी संचालकों को नोटिस दिया गया है. अगर ये वाहन अब सड़क पर चलते मिले तो उन्हें थाने में खड़ा करवाया जाएगा. संबंधित वाहन स्वामी के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी. स्कूली वाहनों के खिलाफ कार्रवाई के बाद शहर के कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को खुद स्कूल छोड़ने जाने का फैसला किया है.
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गोविंद नगर निवासी गुंजनधर गुप्ता ने बताया कि उनका बच्चा यूपी किराना स्कूल में पढ़ता है. जानकारी मिली थी कि स्कूल का वाहन अनफिट निकला है. इसलिए अब वह खुद अपने बच्चे को छोड़ने जाएंगे.
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