गोरखपुर: यहां कोरोना का टीकाकरण अभियान बड़े पैमाने पर चलाया जा रहा है. इसके बावजूद गोरखपुर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. संक्रमित होने वाले अधिकांश लोगों की उम्र 18 से 34 वर्ष के बीच है. जिले में प्रतिदिन करीब 200 नए मरीज मिल रहे हैं. नए आंकड़े हजार के पार पहुंच चुके हैं. पिछले वर्ष के आंकड़ों को जोड़ दिया जाए, तो कोरोना मरीजों की संख्या 60 हजार के करीब हो गयी है.
कोविड कमांड कंट्रोल रूम के आंकड़े के मुताबिक 1,000 संक्रमित लोगों में करीब 455 लोगों की उम्र 18 से 34 वर्ष के बीच है. 35 से 49 वर्ष के लोगों की संख्या करीब 200 है. वहीं 50 वर्ष से अधिक उम्र के 155 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. यहां 64 बच्चे भी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. संक्रमण की स्थिति को देखते हुए सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दुबे ने सभी से कोविड-19 गाइडलाइन के पालन का अनुरोध किया. साथ ही टीकाकरण पर जोर देने की बात कही. उन्होंने कहा कि टीकाकरण जान बचाने में कारगर होगा और बचाव उसमें बड़ी भूमिका निभाएगा.
गोरखपुर में संक्रमण दर 80% से ज्यादा है. जिले में कुल 303 बूथों पर वैक्सीनेशन का कार्य चल रहा है. 15 से 17 वर्ष तक के वैक्सीन लगवा चुके युवाओं की संख्या 10 हजार से अधिक हो गयी है. बूस्टर डोज 33,285 हेल्थ वर्कर्स और 30,183 फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगायी जानी है. इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक उम्र के करीब चार लाख 49 हजार 77 लोगों को वैक्सीन लगेगी. बूस्टर डोज उन्हीं को दी जा रही है, जो अपनी दोनों कोरोना वैक्सीन का सर्टिफिकेट साथ ला रहे हैं. बूस्टर डोज के लिए आधार कार्ड और रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर अनिवार्य है.
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गोरखपुर में 10 जनवरी को 11 डॉक्टर और 38 आरपीएफ जवान कोरोना संक्रमित पाए गए थे. रजही आरपीएफ कैम्प में सौ से अधिक जवान कोरोना की चपेट में हैं. कमिश्नर आवास पर काम करने वाले पांच कर्मचारियों में भी कोरोना की पुष्टि हुई. बार-बार हिदायत के बाद भी न तो सड़क और बाजार में भीड़ कम हो रही है और न ही लोग गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं. युवा बेखौफ हैं.
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