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गोरखपुर यूनिवर्सिटी की दो शोध छात्राएं इंस्पायर फेलोशिप के लिए चयनित - गोरखपुर विश्वविद्यालय

विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से दी जाने वाली इंस्पायर फेलोशिप के लिए गोरखपुर विश्वविद्यालय की दो शोध छात्राओं का चयन किया गया है. यूपी के राज्य विश्वविद्यालयों में सिर्फ गोरखपुर यूनिवर्सिटी की छात्राओं का चयन इस फेलोशिप के लिए हुआ है.

Students selected for Inspire Fellowship
इंस्पायर फैलोशिप के लिए चयनित छात्राएं
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Published : Nov 24, 2020, 9:10 PM IST

गोरखपुर: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से जारी की गई डीएसटी इंस्पायर फेलोशिप की सूची में गोरखपुर विश्वविद्यालय की दो छात्राओं का नाम शामिल है. विश्वविद्यालय की चयनित छात्राओं में वनस्पति विज्ञान विभाग की छात्रा आकांक्षा सिंह और गणित विभाग की छात्रा अंजली पांडे का नाम शामिल है. विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में इस बात की जानकारी दी गई. प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में सिर्फ गोरखपुर यूनिवर्सिटी की ही छात्राओं को फेलोशिप के लिए चयनित किया गया है. छात्राओं इस कामयाबी के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन में खुशी का माहौल है. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने दोनों छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है.

बैंगन में लगने वाली बीमारियों पर शोध कर रही हैं आकांक्षा सिंह


वनस्पति विज्ञान विभाग की शोध छात्रा आकांक्षा सिंह बैगन की बीमारियों पर शोध कर रही है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रमुखता से उगाई जाने वाली सब्जियों में बैगन भी एक है. फाइटोप्लाजमा नामक सूक्ष्म जीव से होने वाली लिटिल बीमारी से बैगन की फसल को काफी नुकसान होता है. अभी इस बीमारी के निराकरण के लिए उचित साधन उपलब्ध नहीं हैं. जिसकी वजह से कई बार किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है. आकांक्षा के शोध में यह पता चला है कि फाइटोप्लाजमा कौन सी प्रजाति बैगन को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाता है और संक्रमण के बाद पौधों की फिजियोलॉजी बायोकेमिकल स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ता है.


गणित में शोध कर रही हैं अंजली पांडे


विश्वविद्यालय के गणित विभाग की शोध छात्रा अंजली पांडे 'आस्पेक्ट ऑफ ग्रेविटेशनल कॉलेप्स एंड द स्पेस टाइम सिंगुलेरिटी' पर रिसर्च कर रही है. इस शोध का प्रभाव गुरुत्व निपात से संबंधित पहलुओं का अध्ययन करना और उनसे जुड़ी अनुसूची समस्याओं का समाधान ढूंढना है. इस शोध के माध्यम से किसी तारे के आंतरिक भौतिक परिवर्तन का गणितीय अध्ययन किया जा सकता है.

गोरखपुर: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की ओर से जारी की गई डीएसटी इंस्पायर फेलोशिप की सूची में गोरखपुर विश्वविद्यालय की दो छात्राओं का नाम शामिल है. विश्वविद्यालय की चयनित छात्राओं में वनस्पति विज्ञान विभाग की छात्रा आकांक्षा सिंह और गणित विभाग की छात्रा अंजली पांडे का नाम शामिल है. विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में इस बात की जानकारी दी गई. प्रदेश के राज्य विश्वविद्यालयों में सिर्फ गोरखपुर यूनिवर्सिटी की ही छात्राओं को फेलोशिप के लिए चयनित किया गया है. छात्राओं इस कामयाबी के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन में खुशी का माहौल है. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने दोनों छात्राओं को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है.

बैंगन में लगने वाली बीमारियों पर शोध कर रही हैं आकांक्षा सिंह


वनस्पति विज्ञान विभाग की शोध छात्रा आकांक्षा सिंह बैगन की बीमारियों पर शोध कर रही है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में प्रमुखता से उगाई जाने वाली सब्जियों में बैगन भी एक है. फाइटोप्लाजमा नामक सूक्ष्म जीव से होने वाली लिटिल बीमारी से बैगन की फसल को काफी नुकसान होता है. अभी इस बीमारी के निराकरण के लिए उचित साधन उपलब्ध नहीं हैं. जिसकी वजह से कई बार किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है. आकांक्षा के शोध में यह पता चला है कि फाइटोप्लाजमा कौन सी प्रजाति बैगन को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाता है और संक्रमण के बाद पौधों की फिजियोलॉजी बायोकेमिकल स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ता है.


गणित में शोध कर रही हैं अंजली पांडे


विश्वविद्यालय के गणित विभाग की शोध छात्रा अंजली पांडे 'आस्पेक्ट ऑफ ग्रेविटेशनल कॉलेप्स एंड द स्पेस टाइम सिंगुलेरिटी' पर रिसर्च कर रही है. इस शोध का प्रभाव गुरुत्व निपात से संबंधित पहलुओं का अध्ययन करना और उनसे जुड़ी अनुसूची समस्याओं का समाधान ढूंढना है. इस शोध के माध्यम से किसी तारे के आंतरिक भौतिक परिवर्तन का गणितीय अध्ययन किया जा सकता है.

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