गोरखपुर : सीएम योगी आदित्यनाथ के इलाके के नाम से मशहूर गोरखपुर में शराबियों ने नियम कानून को पलीता लगा रहा है. सूर्य अस्त होते ही शराब के नशे में मस्त लोग धमाचौकड़ी मचाना शुरू कर देते हैं. शाम ढलते ही शराब और बीयर के शौकीनों की हिम्मत इतनी बढ़ जाती है कि वह खुलेआम रोड पर शराब पीने लगते हैं. ऐसा हाल गोरखपुर शहर के सभी इलाकों में हैं. इन शराबियों के कारण महिलाओं को प्रॉब्लम होती है. हद तो यह है कि गोरखपुर के वीआईपी माने जाने वाले कैंट इलाके में बीयर और शराब पीने वाले पुलिस और प्रशासन की नाक के नीचे ओपन बार का लुत्फ उठाते हैं.
बीयर और शराब की दुकानों के अगल-बगल जिन लोगों ने अपनी दुकानें खोल रखी है, शराबियों के कारण उनकी परेशानी भी बढ़ गई है. तो शहर के कैंट थाना क्षेत्र समेत शाहपुर, राजघाट, गोरखनाथ क्षेत्र में दुकानों पर पीने वालों की संख्या अधिक दिखती है, जो लोगों के परेशानी का कारण है. इस इलाके में दुकान करने वाले प्रमोद सिंह, सतीश कुमार, अखिलेश पाण्डेय कहते हैं इनकी वजह से आस पास की दुकानों से खरीदारी करने लोग नहीं आते. शिकायत करने पर शराबी मारपीट और झगड़े के लिए उतारू हो जाते हैं. ये दुकानदार सामने आकर खुलकर कुछ नहीं बोलते क्योंकि उन्हें वहीं बिजनेस करना है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस इन सब चीजों पर नजर डालती है लेकिन वह कुछ करती ही नहीं. स्थानीय लोगों का कहना है कि गोरखपुर शहर में रोड किनारे ओपन बार पुलिस की मर्जी से चलता है.
हालांकि एसपी सिटी कृष्णा विश्नोई का कहना है अब मामला जब उनके संज्ञान में आया है तो निश्चित रूप से ऐसी जगहों पर पुलिस की नजर पड़ेगी. जो लोग नियम कानून को नहीं मानते और उसका माखौल खुलेआम उड़ा रहे हैं ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई भी होगी. दुकानदारों को भी कहा जाएगा कि वह शराबियों का इस मामले में साथ नहीं दें और उन्हें दुकान पर शराब पीने से मना करें. अगर इसके बाद भी यह क्रम जारी रहता है तो दुकानदारों और शराबी दोनों पर मौके पर कार्रवाई की जाएगी.
जिला आबकारी अधिकारी वीपी सिंह के अनुसार जिले में शराब, बीयर और देशी शराब की कुल 523 दुकानें हैं. जिसमें अंग्रेजी शराब की दुकान 115, बीयर की 109 और 299 दुकानें देशी शराब की हैं. पीने वालों की संख्या में साल दर साल इजाफा हो रहा है. पिछले साल के मुकाबले 46.6 फीसदी आंकड़ा पीने वालों का बढ़ा है. करीब 94 करोड़ की बिक्री का लक्ष्य अप्रैल 2022 का था, जो हर माह बदलता और घटता रहता है. वीपी सिंह नेकहा कि दुकानों के खुलने का समय सुबह दस बजे लेकर रात दस बजे तक है. खुलेआम दुकानों पर पीने वालों को रोकने का काम दुकानदार और पुलिस का है. आबकारी विभाग सिर्फ बिक्री और ओवर रेटिंग पर नजर रखता है.