गोरखपुर: एक तरफ सरकार जहां मजदूरों को आत्मनिर्भर व स्वालंबन के लिए लगातार नित्य योजनाएं चला रही है. वहीं, सरकार में बैठे नेता मजदूरों को प्रताड़ित करने में लगे हुए हैं. ताजा मामला गोरखपुर सदर सांसद रवि किशन शुक्ला का है. जिन्होंने अपने गृह प्रवेश का कार्य कराने के बाद मजदूरों को उनकी मजदूरी नहीं दी. ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुधवार को जनपद में होने की जानकारी मिलने पर मजदूरों ने गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई. मजदूरों ने कहा कि यदि मजदूरी नहीं मिली तो आत्मदाह करने को मजबूर होंगे.
बता दें, कि 11 जून को सदर सांसद रवि किशन शुक्ला के तारामंडल स्थित नए आवास का गृह प्रवेश कार्यक्रम भव्य तरीके से आयोजित किया गया था. कार्यक्रम की पूरी जिम्मेदारी सांसद के प्रतिनिधि समरेंद्र बहादुर सिंह, जय यदुवंशी और पीआरओ पवन दुबे, अभिषेक जयसवाल आदि ने ली थी. इसमें वेटर, माली, लाइट, साउंड, टेंट, डिस्पोजल आइटम आदि का काम लगभग 2 लाख 48 हजार रुपये में तय किया गया था. सांसद की टीम ने मजदूरों को केवल 40 हजार एडवांस के तौर पर दिया और काम पूरा होने के बाद बची हुई रकम नहीं दी. इसको लेकर मजदूर कई बार सांसद के सहयोगियों से मिले, लेकिन उन्हें केवल आश्वासन मिलता रहा. लगभग 1 माह बीतने के बाद बुधवार को मजदूरों का एक समूह गुरु गोरखनाथ मंदिर पहुंचा और सीएम योगी से न्याय की गुहार लगाई.
यह भी पढे़ें:लखनऊ में चार साल में 1300 निर्माणों को ढहाने का हुआ आदेश, 15 भी पूरी तरह से नहीं गिराए
मजदूर संदीप कुमार, विवेक पासवान, मनोज निषाद, सुधीर जायसवाल, धीरज, निखिल पासवान सहित 15 से 20 मजदूरों ने प्रार्थना पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मजदूरी का बाकी पैसा दिलाने की मांग की है. वहीं, मजदूरों ने यह भी कहा है कि यदि पैसा नहीं मिला तो वह आत्मदाह करने के लिए मजबूर होंगे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप