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गोरखनाथ मंदिर में सीएम योगी ने की महानिशा पूजा - गोरक्ष पीठाधीश्वर गोरखनाथ मंदिर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में (CM Yogi Adityanath Mahanisha Havan worship) हवन पूजन किया.

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Published : Oct 2, 2022, 10:08 PM IST

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi in Gorakhnath temple) चार दिवसीय यात्रा पर शनिवार की शाम गोरखपुर पहुंचे थे. उन्होंने बतौर गोरक्ष पीठाधीश्वर गोरखनाथ मंदिर में महानिशा पूजा और हवन (CM Yogi Adityanath Mahanisha Havan worship) किया.

गोरक्षपीठाधीश्वर सीएम योगी (Goraksha Peethadheeshwar Gorakhnath Temple) ने रविवार को गोरखनाथ मंदिर के शक्ति मंदिर में अष्टमी तिथि पर हवन, शस्त्र पूजन किया. बता दें, नाथ परम्परा के मुताबिक अष्टमी तिथि को गोरखनाथ मंदिर में रात के समय हवन होता है. मंदिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी ने बताया कि रविवार से ही अष्टमी तिथि लग जाएगी. नाथ परम्परा में अष्टमी की रात में ही महानिशा पूजन, शस्त्र पूजन और हवन होता है. शनिवार को मंदिर प्रबंधन अष्टमी पूजन की तैयारियों में ही जुटा रहा.

CM योगी ने गोरखनाथ मंदिर में की पूजा
रविवार की शाम 6 बजे से मां गौरी और भगवान गणेश की पूजा से शुरू हुई. वरुण पूजन, पीठ पूजन, यंत्र पूजन, स्थापित मां दुर्गा की विधिवत पूजा, भगवान राम-लक्ष्मण-सीता का षोडसोपचार पूजन, भगवान कृष्ण और गोमाता का पूजन, नवग्रह पूजन, विल्व अधिष्ठात्री देवता का पूजन, शस्त्र पूजन, द्वादस ज्योर्तिंलिंग अर्धनारीश्वर, शिव-शक्ति पूजन, वटुक भैरव, काल भैरव, त्रिशूल पर्वत पूजन (CM Yogi Adityanath Mahanisha Havan worship) हुआ. पूजन बेदी पर उगे जौ के पौधे जई को गोरक्षपीठाधीश्वर और आचार्यगण द्वारा वैदिक मंत्रों के बीच बांटा गया.

पढे़ं- कानपुर सड़क हादसा: घायलों से मिले CM Yogi, बोले- पीड़ित परिवार के साथ है सरकार

उसके बाद हवन बेदी पर ब्रह्मा, बिष्णु, महेश और अग्नि देवता का आह्वान कर हवन शुरू हुआ. हवन की क्रिया संपंन होने के बाद दुर्गा सप्तशती का पाठ हुआ. इस दौरान सात्विक बलि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath Mahanisha Havan worship) ने नारियल, गन्ना, केला, जायफर आदि की बलि देकर शक्ति की आराधना पूर्ण की. मान्यता है कि निशा पूजा और सात्विक पंच बलि से शारीरिक, मानसिक कलेश दूर होते हैं. पूजन की इस पूरी प्रक्रिया को प्रधान पुरोहित रामानुज त्रिपाठी के अलावा डॉक्टर अरविंद कुमार चतुर्वेदी, डॉ. रोहित कुमार मिश्र ने पूरा कराया.

पढे़ं- जगद्गुरु परमहंस आचार्य ने खून से लिए PM को पत्र, भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi in Gorakhnath temple) चार दिवसीय यात्रा पर शनिवार की शाम गोरखपुर पहुंचे थे. उन्होंने बतौर गोरक्ष पीठाधीश्वर गोरखनाथ मंदिर में महानिशा पूजा और हवन (CM Yogi Adityanath Mahanisha Havan worship) किया.

गोरक्षपीठाधीश्वर सीएम योगी (Goraksha Peethadheeshwar Gorakhnath Temple) ने रविवार को गोरखनाथ मंदिर के शक्ति मंदिर में अष्टमी तिथि पर हवन, शस्त्र पूजन किया. बता दें, नाथ परम्परा के मुताबिक अष्टमी तिथि को गोरखनाथ मंदिर में रात के समय हवन होता है. मंदिर के प्रधान पुरोहित आचार्य रामानुज त्रिपाठी ने बताया कि रविवार से ही अष्टमी तिथि लग जाएगी. नाथ परम्परा में अष्टमी की रात में ही महानिशा पूजन, शस्त्र पूजन और हवन होता है. शनिवार को मंदिर प्रबंधन अष्टमी पूजन की तैयारियों में ही जुटा रहा.

CM योगी ने गोरखनाथ मंदिर में की पूजा
रविवार की शाम 6 बजे से मां गौरी और भगवान गणेश की पूजा से शुरू हुई. वरुण पूजन, पीठ पूजन, यंत्र पूजन, स्थापित मां दुर्गा की विधिवत पूजा, भगवान राम-लक्ष्मण-सीता का षोडसोपचार पूजन, भगवान कृष्ण और गोमाता का पूजन, नवग्रह पूजन, विल्व अधिष्ठात्री देवता का पूजन, शस्त्र पूजन, द्वादस ज्योर्तिंलिंग अर्धनारीश्वर, शिव-शक्ति पूजन, वटुक भैरव, काल भैरव, त्रिशूल पर्वत पूजन (CM Yogi Adityanath Mahanisha Havan worship) हुआ. पूजन बेदी पर उगे जौ के पौधे जई को गोरक्षपीठाधीश्वर और आचार्यगण द्वारा वैदिक मंत्रों के बीच बांटा गया.

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उसके बाद हवन बेदी पर ब्रह्मा, बिष्णु, महेश और अग्नि देवता का आह्वान कर हवन शुरू हुआ. हवन की क्रिया संपंन होने के बाद दुर्गा सप्तशती का पाठ हुआ. इस दौरान सात्विक बलि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath Mahanisha Havan worship) ने नारियल, गन्ना, केला, जायफर आदि की बलि देकर शक्ति की आराधना पूर्ण की. मान्यता है कि निशा पूजा और सात्विक पंच बलि से शारीरिक, मानसिक कलेश दूर होते हैं. पूजन की इस पूरी प्रक्रिया को प्रधान पुरोहित रामानुज त्रिपाठी के अलावा डॉक्टर अरविंद कुमार चतुर्वेदी, डॉ. रोहित कुमार मिश्र ने पूरा कराया.

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