फिरोजाबाद: जनपद में उद्यान विभाग की सिंचाई अनुदान योजना में फर्जीवाड़ा सामने आया है. जिले में कई लोगों ने इस योजना के फर्जी पात्र बनकर राशि को हड़प लिया. जिनके पास जमीन ही नहीं थी, उन्होंने उद्यान विभाग में फर्जी तरीके से जमीन के दस्तावेज पेशकर सिंचाई विभाग से मिलने वाले अनुदान को हासिल कर लिया. सत्यापन में पोल खुलने के बाद उद्यान विभाग ने ऐसे किसानों को नोटिस जारी किया है.
उद्यान विभाग किसानों को राहत देने के लिए तमाम योजनाएं चला रहा है. इनमें से एक ड्रॉप मोर क्रॉप योजना भी है. इस योजना के अंतर्गत विभाग लघु और सीमांत किसानों को प्रति हेक्टेयर जमीन के हिसाब से सिंचाई पर अनुदान मुहैया कराता है. लेकिन, कुछ चालाक किसानों ने उद्यान विभाग की इस योजना में भी सेंधमारी कर डाली.
जनपद में ऐसे कई किसान हैं, जिनके पास जमीन नहीं होने के बाद भी उन्होंने जमीन के फर्जी दस्तावेज बनवाएं और खुद को किसान बताते हुए इन दस्तावेजों को उन्होंने विभाग में जमाकर अनुदान की राशि को हड़प लिया. कुछ किसान ऐसी भी सामने आए हैं, जिनके पास जमीन कम थी. लेकिन उन्होंने अधिक जमीन के कूट रचित दस्तावेज तैयार किए और सिंचाई में मिले अनुदान की राशि को उन्होंने हड़प लिया. वहीं, इनमें से कुछ लोग ऐसे भी थे इनके पास जमीन अधिक थी वह लघु और सीमांत किसान की श्रेणी में नहीं आते थे, लेकिन उन्होंने तथ्यों को छुपाते हुए कम जमीन के दस्तावेज विभाग में जमा किए और अनुदान की राशि हड़प ली. विभाग ने जब जमीन का सत्यापन कराया तो इस फर्जीवाड़े की पोल खुली.
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विभाग ने किसानों को बकाया राशि की रिकवरी के लिए नोटिस जारी किया है. विभाग ने जिन किसानों को नोटिस जारी किया है, उनमें एक नाम फिरोजाबाद विकास खंड के गांव टापा खुर्द रैपुरा निवासी नरेश पाल पुत्र चंद्रवीर का है. इन्होंने 1.9 हैक्टेयर जमीन के कागज उद्यान विभाग में जमा कर अनुदान की राशि दो लाख 10 हजार 399 रुपये हासिल कर ली थी. लेकिन जब जमीन का सत्यापन हुआ तो नरेश के पास बिल्कुल भी जमीन नहीं थी. इसी तरह हाथवंत ब्लाक के गांव नगला कांस मजरा भामई निवासी गंगा सिंह पुत्र राम लाल ने 1.2 हेक्टेयर जमीन के दस्तावेजों को उद्यान विभाग में जमा कर एक लाख 16 हजार 166 रुपये की अनुदान राशि हासिल की थी. लेकिन, जब सत्यापन हुआ तो इनके पास केवल 25 हेक्टेयर जमीन निकली. इन्होंने विभाग से 83 हजार 571 रुपया अधिक ले लिया है.
हाथवंत विकास खंड के ही गांव पृथ्वीपुर निवासी रामेश्वर पर अधिक जमीन होने के कारण वह लाभार्थियों के दायरे में नहीं आते हैं. इसके बाबजूद भी उन्होंने कागजों में कम जमीन दिखाकर फर्जीवाड़ा किया और योजना की राशि को हड़प लिया. जिला उद्यान अधिकारी संजीव कुमार वर्मा का कहना है कि सत्यापन के समय ऐसे मामले प्रकाश में आये है. अब ऐसे किसानों को वसूली के लिए नोटिस जारी किये गये है.
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