फ़िरोज़ाबाद: शिकोहाबाद की मंडी समिति में 10 मार्च को मतगणना वाले दिन रिजल्ट में देरी से नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा और काउंटिंग सेंटर पर पथराव किया था. इस मामले में सपा नेता धर्मेंद्र यादव जोकि जिला पंचायत सदस्य अर्चना यादव के पति हैं, को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है. सपा नेता की गिरफ्तारी से नाराज सिरसागंज के सपा विधायक और पूर्व एमएलसी आज इंस्पेक्टर शिकोहाबाद से भी मिले है. हालांकि पुलिस ने आरोपी को यह कहकर छोड़ने से इनकार कर दिया कि धर्मेंद्र यादव के खिलाफ पुलिस के पास साबूत हैं.
विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना शिकोहाबाद की मंडी समिति में कराई गई थी. शाम को कुछ सपा नेताओं ने इस मंडी समिति पर पथराव भी किया था. दरअसल, जसराना विधानसभा का जो परिणाम आना था, उसमें देरी हो रही थी. सपा नेताओं का यह आरोप था कि प्रशासन बीजेपी प्रत्याशी को जिताने के लिए जानबूझकर परिणाम में देरी कर रहा है.
इसी से नाराज सपाइयों ने शिकोहाबाद में बनाए गए काउंटिंग सेंटर मंडी समिति पर जमकर पथराव भी किया था. हालांकि बाद में सपा प्रत्याशी सचिन यादव को विजय घोषित करने के बाद यह मामला शांत भी हो गया. इस घटना में कई सपा नेताओं को नामजद और बड़ी संख्या में अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था. इस मामले में पुलिस अब सपा नेताओं के खिलाफ धरपकड़ अभियान चला रही है.
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इसी क्रम में मंगलवार को शिकोहाबाद थाना पुलिस ने जिला पंचायत सदस्य अर्चना यादव के पति और समाजवादी पार्टी के नेता धर्मेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया. उनकी गिरफ्तारी की जानकारी जब सपा के अन्य नेताओं को हुई तो सिरसागंज विधायक सर्वेश यादव, पूर्व एमएलसी दिलीप यादव अपने कुछ समर्थकों के साथ थाने पहुंचे और पुलिस को बताया धर्मेंद्र यादव घटना में शामिल नहीं थे.
दावा किया कि जिस समय घटना हुई, उस वक्त वह मंडी समिति के अंदर थे. इसीलिए उन्हें छोड़ दिया जाए. हालांकि इंस्पेक्टर ने उनसे कहा कि पुलिस के पास धर्मेंद्र यादव की मौजूदगी के पर्याप्त साक्ष्य हैं. इसीलिए उन्हें जेल भेजा जा रहा है. इस संबंध में सिरसागंज विधायक सर्वेश यादव और पूर्व एमएलसी डॉ. दिलीप यादव ने कहा कि पुलिस सपा नेताओं को बेवजह परेशान कर रही है.
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