बुलंदशहर: जिले के सरकारी प्राथमिक विद्यालयों की हालत बद से बदतर होती जा रही है. जिसके कारण विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे खौफ के साये में पढ़ाई करने को मजबूर हैं. प्रशासन को सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की फिक्र नहीं है.
मामला जिले के गुलावठी ब्लॉक के गांव सोहनपुर प्राथमिक विद्यालय का है. स्कूल में कमरों में दिन में भी अंधेरा रहता है क्योंकि लम्बे वक्त से यहां के स्कूलों में बिजली नहीं आ रही है. इस विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे अंधेरे में पढ़ने के लिए मजबूर हैं. छात्र जिन कमरों में पढ़ाई कर रहे हैं वह कमरे भी पूरी तरह से जर्जर हो चले हैं. जिसके कारण दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है. बच्चों की सुरक्षा के ध्यान में रखते हुए यहां की प्रधानाचार्य ने दो कमरों के ताले ही बंद कर दिए हैं.
विद्यालयों में अव्यवस्थाओं का बोलबाला
एक तरफ सरकार चाहती है कि सरकारी विद्यालयों की तरफ लोगों का रुझान बढ़े और वह अपने बच्चों को पढ़ाई के लिए सरकारी स्कूलों में भेजें, लेकिन जिस तरह से अव्यवस्थाओं का बोलबाला बुलंदशहर के सरकारी स्कूल में दिखाई दे रहा है. उससे साफ साफ दिख रहा है कि अफसरों को इन विद्यालयों से कोई मतलब नहीं है और यहां पढ़ने वाले छात्रों से कोई सरोकार नहीं है.
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जानें विद्यालय की प्रधानाचार्य ने क्या बताया
विद्यालय की प्रधानाचार्य पंकज यादव का कहना है कि इस बारे में प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है. जिसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारी इस ओर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहे हैं. काफी लंबे समय से बिल जमा न होने से विद्युत कनेक्शन काट दिया गया है. मामले के बारे में प्रशासन को जानकारी होने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी इस तरफ ध्यान नहीं दे रहे हैं.