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अलीगढ़: धरने पर बैठीं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की छात्राएं

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की छात्राएं मुंह पर काली पट्टी बांधकर बाबे सैयद गेट पर धरने पर बैठ गईं. छात्राओं ने हॉस्टल छोड़कर गए छात्रों से विश्वविद्यालय लौटकर प्रोटेस्ट में भागीदारी करने की अपील की है.

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धरने पर बैठीं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की छात्राएं.
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Published : Dec 21, 2019, 7:31 AM IST

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्राएं मुंह पर काली पट्टी बांधकर पांचवें दिन भी बाबे सैयद गेट पर धरने पर बैठी रहीं. इस दौरान छात्राओं का समर्थन करने के लिए महिलाएं बाहर से बाबे सैयद गेट पर पहुंचीं, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें छात्राओं तक नहीं पहुंचने दिया. धरना दे रहीं छात्राओं ने हॉस्टल छोड़कर गए छात्रों से विश्वविद्यालय लौटकर प्रोटेस्ट में भागीदारी करने की अपील की है.

धरने पर बैठीं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की छात्राएं.

एएमयू में हुए बवाल के बाद से छात्राएं नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए पांचवें दिन भी बाबे सैयद गेट पर बैठी रहीं. हालांकि विश्वविद्यालय 5 जनवरी तक बंद है और धरना दे रहीं छात्राओं की तादाद भी कम है. छात्राओं ने हॉस्टल छोड़कर जाने वाले छात्रों से वापस लौटने की अपील की है.

एकजुट रहने से मजबूत होगा आंदोलन
छात्राओं का कहना है कि हम एकजुट रहेंगे तो आंदोलन मजबूत होगा. छात्राओं ने कहा कि हम एक सप्ताह या दो सप्ताह तक आंदोलन कर सकते हैं, लेकिन फिर उसके बाद मामला शांत हो जाएगा और फिर अल्पसंख्यकों पर हमला होगा. धरने के दौरान बाबे सैयद गेट पर पुलिस फोर्स तैनात रही.

इसे भी पढ़ें- गोण्डा में एएसपी की अनोखी पहल, राष्ट्रगान गाकर प्रदर्शनकारियों को कराया शांत

छात्राओं ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में केवल मुस्लिम नहीं पढ़ते, यहां सभी धर्मों के लोग पढ़ते हैं. छात्राओं ने कहा कि एएमयू पर अटैक प्री प्लानिंग के तहत था. छात्रों पर टियर गैस और लाठीचार्ज किया गया, जो छात्र देश के भविष्य कहे जाते हैं.

अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्राएं मुंह पर काली पट्टी बांधकर पांचवें दिन भी बाबे सैयद गेट पर धरने पर बैठी रहीं. इस दौरान छात्राओं का समर्थन करने के लिए महिलाएं बाहर से बाबे सैयद गेट पर पहुंचीं, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें छात्राओं तक नहीं पहुंचने दिया. धरना दे रहीं छात्राओं ने हॉस्टल छोड़कर गए छात्रों से विश्वविद्यालय लौटकर प्रोटेस्ट में भागीदारी करने की अपील की है.

धरने पर बैठीं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय की छात्राएं.

एएमयू में हुए बवाल के बाद से छात्राएं नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए पांचवें दिन भी बाबे सैयद गेट पर बैठी रहीं. हालांकि विश्वविद्यालय 5 जनवरी तक बंद है और धरना दे रहीं छात्राओं की तादाद भी कम है. छात्राओं ने हॉस्टल छोड़कर जाने वाले छात्रों से वापस लौटने की अपील की है.

एकजुट रहने से मजबूत होगा आंदोलन
छात्राओं का कहना है कि हम एकजुट रहेंगे तो आंदोलन मजबूत होगा. छात्राओं ने कहा कि हम एक सप्ताह या दो सप्ताह तक आंदोलन कर सकते हैं, लेकिन फिर उसके बाद मामला शांत हो जाएगा और फिर अल्पसंख्यकों पर हमला होगा. धरने के दौरान बाबे सैयद गेट पर पुलिस फोर्स तैनात रही.

इसे भी पढ़ें- गोण्डा में एएसपी की अनोखी पहल, राष्ट्रगान गाकर प्रदर्शनकारियों को कराया शांत

छात्राओं ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में केवल मुस्लिम नहीं पढ़ते, यहां सभी धर्मों के लोग पढ़ते हैं. छात्राओं ने कहा कि एएमयू पर अटैक प्री प्लानिंग के तहत था. छात्रों पर टियर गैस और लाठीचार्ज किया गया, जो छात्र देश के भविष्य कहे जाते हैं.

Intro:अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्राएं मुंह पर काली पट्टी बांधकर पांचवें दिन भी बाबा सैयद गेट पर धरने पर बैठी रही .इस दौरान बाहर से महिलाएं समर्थन करने के लिए बाबे सैयद गेट पर पहुंची. लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें छात्राओं तक नहीं पहुंचने दिया. वहीं धरना दे रही छात्राओं ने हॉस्टल छोड़कर गए छात्रों से विश्वविद्यालय लौटने की अपील की है और प्रोटेस्ट में भागीदारी करने की अपील की है. इस दौरान बाबा सैयद गेट पर पुलिस फोर्स तैनात है.


Body:एएमयू में हुए बवाल के बाद से छात्राएं नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ विरोध दर्ज कराते हुए पांचवें दिन भी बाबे सैयद गेट पर बैठी रही. हालांकि विश्वविद्यालय 5 जनवरी तक बंद है और धरना दे रही छात्राओं की तादाद भी कम है. छात्राओं ने हॉस्टल छोड़कर जाने वाले छात्रों से वापस लौटने की अपील की है. छात्राओं ने कहा है कि हम एकजुट रहेंगे. तो आंदोलन मजबूत होगा. छात्राओं ने कहा कि हम एक सप्ताह या दो सप्ताह तक आंदोलन कर सकते हैं लेकिन फिर उसके बाद मामला शांत हो जाएगा और फिर अल्पसंख्यकों पर हमला होगा.


Conclusion:छात्राओं ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में केवल मुस्लिम नहीं पढ़ते . यहां सभी धर्मों के लोग पढ़ते हैं. छात्राओं ने कहा कि एएमयू पर अटैक प्री प्लानिंग के तहत था . छात्रों पर टियर गैस व लाठीचार्ज किया गया.जो कि छात्र देश का भविष्य कहा जाता है. धरना दे रही छात्राओं ने आंदोलन को मजबूत करने के लिए हॉस्टल छोड़कर जाने वाले छात्रों को कैंपस में वापस लौटने की अपील की है.


बाईट : रेहाना, छात्रा
बाईट सफिया, स्थानीय निवासी


आलोक सिंह, अलीगढ़
9837830535
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