आगरा: जनपद में आगरा फार्मा एसोसिएशन ने उत्तर प्रदेश केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के सभी अधिकारियों और ऑल इंडिया केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट अध्यक्ष जेएस शिंदे, महामंत्री राजीव सिंघल ने कार्यक्रम में शिरकत की. ऑल इंडिया केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने बताया कि अमेजॉन जैसी बड़ी वेबसाइट पर बैन ड्रग्स की सप्लाई होती है. जो दवाइयां मार्केट में बैन हैं वह ऑनलाइन बेची जा रही हैं और जो सालों से ऑफलाइन केमिस्ट दवाइयां बेच रहे हैं उन पर छोटी-छोटी बातों पर भी कार्रवाई की जा रही है.
ऑफलाइन दवाइयां बेचने वालों के लिए सरकार ने तमाम ड्रग एक्ट बना रखे हैं. ऑनलाइन दवा बेचने वालों के लिए कोई कानून नहीं. कई बार शिकायत करने के बावजूद भी ऑनलाइन और नशीली दवाइयां बेचने वालों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं होती है. इस वजह से आज एक बैठक रखी गई है. इसमे निर्णय लिया गया है कि ऑनलाइन नकली दवाइयां बेचने वालों के खिलाफ सरकार कार्रवाई नहीं करती है तो देश के साढ़े 12 लाख केमिस्ट हड़ताल करेंगे.
ऑफलाइन दवा बेचने वालो पर ड्रग एक्ट, ऑनलाइन दवा बेचने वालो पर ड्रग एक्ट क्यों नही
ऑल इंडिया केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के अध्यक्ष जेएस शिंदे ने बताया कि आगरा फार्मा ने उत्तर प्रदेश केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के सभी पदाधिकारियों की अहम बैठक रखी है. सभी ने ऑनलाइन नकली और नशीली दवाओं के बेचने वाली वेबसाइड के खिलाफ चर्चा की. उन्होंने कहा कि जो ड्रग एक्ट केमिस्ट्री के लिए बनाया गया है. वह ऑफलाइन दवा बेचने वालों के लिए क्यों नहीं है? ऑफलाइन दवा बेचने वाले केमिस्ट के लिए सारे एक्ट लागू किए गए हैं. लेकिन, जो ऑनलाइन तरीके से नकली, नशीली, बैन ड्रग्स बेच रहे हैं, उनके लिए सरकार ने कोई भी एक्ट नहीं बनाया है. इस वजह से नकली और नशीली दवाओं का व्यापार चरम पर है. इसका खामियाजा ऑफलाइन दवा कारोबारियों को भुगतना पड़ रहा है. इसलिए हम सभी ने सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द ऑनलाइन दवा कारोबारियों पर भी कार्रवाई की जाए.
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उत्तर प्रदेश केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट के महामंत्री ने सुधीर अग्रवाल ने बताया कि जब कोई व्यक्ति ऑफलाइन दवा खरीदने जाता है और वही दवा ऑनलाइन सस्ती मिलती है तो ग्राहक ऑनलाइन दवा खरीद लेता है. लेकिन, बड़े-बड़े पूंजीपति अपना व्यापार घाटे से चला कर छोटे दवा कारोबारी के व्यापार पर कब्जा करना चाहते हैं. इसलिए वह 5 साल तक अपने व्यापार को घाटे में दिखाते हैं और सस्ते दामों पर बेचते हैं. इससे ग्राहक ऑनलाइन दवा खरीद लेता है. इस कारण देश में नकली, नशीली दवाओं का व्यापार ऑनलाइन तरीके से चरम पर है. इसे रोकने के लिए हमारा संगठन आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रहा है.
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