ETV Bharat / city

भाजपा में बगावत: सभी पदों से पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया ने इस्तीफा दिया

आगरा में भाजपा में बगावत सामने आयी है. यहां बीजेपी के पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि इस्तीफे के जरिए उन्होंने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई है.

UP Assembly Election 2022, Uttar Pradesh Assembly Election 2022, UP Election 2022 Prediction, UP Election Results 2022, UP Election 2022 Opinion Poll, UP 2022 Election Campaign highlights, UP Election 2022 live Akhilesh Yadav vs Yogi Adityanath, up chunav 2022, UP Election 2022,  up election news in hindi,  up election 2022 district wise, UP Election 2022 Public Opinion, यूपी चुनाव न्यूज, उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव, यूपी विधानसभा चुनाव 2022
former bjp mp prabhu dayaal katheriya resigned
author img

By

Published : Jan 17, 2022, 10:24 PM IST

आगरा: भाजपा के 5 मौजूदा विधायकों का टिकट कटने और कई दावेदारों को टिकट न मिलने के कारण बगावत तेज हो गई है. आगरा में भाजपा के तीन बार के सांसद रहे प्रभु दयाल कठेरिया के बेटे अरुण कांत कठेरिया ने आगरा ग्रामीण से बीजेपी का टिकट न मिलने पर पार्टी से बगावत करते हुए आम आदमी पार्टी से नामांकन किया. पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया.

जानकारी देते पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया

उन्होंने कहा कि मैं अब सिर्फ पार्टी का एक सदस्य हूं. आज मैंने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई है. हो सकता है कि मैं पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दूं. जो गुनाह करता है, वो तो आरोपी है. लेकिन जो गुनाह सहता है, वह उससे भी बड़ा अपराधी होता है. मैंने 2012 में टिकट मांगा, मगर नहीं मिला. 2014 में टिकट नहीं दिया. 2017 में तैयारी कराई फिर भी टिकट नहीं मिला. वर्ष 2019 में टिकट मांगा, तब नहीं मिला. फिर मुझे कहा गया कि विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग जाइए. मैंने और मेरे बेटे ने गांव-गांव जाकर लोगों से संपर्क किया. फिर 2022 के विधानसभा चुनाव में आगरा ग्रामीण से बेटे को टिकट नहीं दिया. इसलिए बेटा अरुण कांत कठेरिया ने आम आदमी पार्टी से नामांकन किया है. यह बेटे का फैसला है.

ये भी पढ़ें- यूपी विधानसभा चुनाव 2022: योगी आदित्यनाथ की राह नहीं आसान, गोरखपुर में हार चुके हैं सीएम रहे त्रिभुवन नारायण सिंह



पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया ने कहा कि मैं अपने बेटे के साथ 325 गांवों में गया. सर्वे कहां गया. दोनों विधानसभा सीट सुरक्षित है. हम किसी समाज का विरोध नहीं कर रहे हैं. आखिर अनुसूचित जाति में कठेरिया भी आते हैं. यूपी में दस लाख कठेरिया समाज के वोट हैं. पार्टी ने समाज का अपमान किया, तो हमारा में अपमान किया. मैं पंडित अटल बिहारी वाजपेई का शिष्य हूं. जब भाजपा के दो सांसद हुआ करते थे. उसमें एक सांसद मैं हुआ करता था. हमारी गलती क्या है? हमने क्या गुनाह किया है. मैं गुनाह के खिलाफ आवाज उठाता हूं. मैंने 2004 में भी करके दिखाया था. आज फिर आवाज उठाई है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

आगरा: भाजपा के 5 मौजूदा विधायकों का टिकट कटने और कई दावेदारों को टिकट न मिलने के कारण बगावत तेज हो गई है. आगरा में भाजपा के तीन बार के सांसद रहे प्रभु दयाल कठेरिया के बेटे अरुण कांत कठेरिया ने आगरा ग्रामीण से बीजेपी का टिकट न मिलने पर पार्टी से बगावत करते हुए आम आदमी पार्टी से नामांकन किया. पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया ने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया.

जानकारी देते पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया

उन्होंने कहा कि मैं अब सिर्फ पार्टी का एक सदस्य हूं. आज मैंने अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई है. हो सकता है कि मैं पार्टी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दूं. जो गुनाह करता है, वो तो आरोपी है. लेकिन जो गुनाह सहता है, वह उससे भी बड़ा अपराधी होता है. मैंने 2012 में टिकट मांगा, मगर नहीं मिला. 2014 में टिकट नहीं दिया. 2017 में तैयारी कराई फिर भी टिकट नहीं मिला. वर्ष 2019 में टिकट मांगा, तब नहीं मिला. फिर मुझे कहा गया कि विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग जाइए. मैंने और मेरे बेटे ने गांव-गांव जाकर लोगों से संपर्क किया. फिर 2022 के विधानसभा चुनाव में आगरा ग्रामीण से बेटे को टिकट नहीं दिया. इसलिए बेटा अरुण कांत कठेरिया ने आम आदमी पार्टी से नामांकन किया है. यह बेटे का फैसला है.

ये भी पढ़ें- यूपी विधानसभा चुनाव 2022: योगी आदित्यनाथ की राह नहीं आसान, गोरखपुर में हार चुके हैं सीएम रहे त्रिभुवन नारायण सिंह



पूर्व सांसद प्रभु दयाल कठेरिया ने कहा कि मैं अपने बेटे के साथ 325 गांवों में गया. सर्वे कहां गया. दोनों विधानसभा सीट सुरक्षित है. हम किसी समाज का विरोध नहीं कर रहे हैं. आखिर अनुसूचित जाति में कठेरिया भी आते हैं. यूपी में दस लाख कठेरिया समाज के वोट हैं. पार्टी ने समाज का अपमान किया, तो हमारा में अपमान किया. मैं पंडित अटल बिहारी वाजपेई का शिष्य हूं. जब भाजपा के दो सांसद हुआ करते थे. उसमें एक सांसद मैं हुआ करता था. हमारी गलती क्या है? हमने क्या गुनाह किया है. मैं गुनाह के खिलाफ आवाज उठाता हूं. मैंने 2004 में भी करके दिखाया था. आज फिर आवाज उठाई है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.