चंदौली: सरकार द्वारा लगातार नीचे जा रहे जलस्तर को रोकने के लिए जल संचय अभियान की शुरुआत की गई है. इसी क्रम में जिले में भी इस अभियान के तहत शनिवार को जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने अपने हाथों में फावड़ा उठाया और तालाब की खुदाई कर श्रमदान का संदेश दिया. तालाबों में जल संरक्षित रखने से आने वाले दिनों में किसानों को सिंचाई में इसका लाभ मिलेगा. बता दें कि जिले भर में कुल 320 तालाबों को चिन्हित किया गया है, जिनका कायाकल्प श्रमदान के जरिए कराया जाएगा.
जानें पूरा मामला
- तेजी से नीचे गिरते भूगर्भ जलस्तर को रोकने के लिए जल संचय अभियान की शुरुआत की गई है.
- जिले में 320 तालाबों का श्रमदान के जरिए कायाकल्प किया जाएगा.
- गौरतलब है कि धान के कटोरे के रूप में विख्यात चंदौली में सिंचाई की किल्लत बनी रहती है, जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
- तालाबों में जल संरक्षित रखने से आने वाले दिनों में किसानों को सिंचाई में इसका लाभ मिलेगा.
जल संचय अभियान के तहत जल संचयन को लेकर जिले भर में कार्य कराए जा रहे हैं. इससे नीचे गिरते जलस्तर रोकने के लिए जल संचय महत्वपूर्ण है. पूरे जिले भर में 320 तालाब हैं, जहां पर जल संचय का कार्य किया जा रहा है.
-नवनीत सिंह चहल, जिलाधिकारी, चंदौली