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चंदौली: जल संचय के लिए डीएम ने खुद उठाया फावड़ा, किया श्रमदान

देश में पानी का स्तर लगातार नीचे गिरता जा रहा है. इसको लेकर सरकार ने जल संचय अभियान की शुरुआत की है. जिले में जिलाधिकारी ने इस अभियान की शुरुआत खुद फावड़ा चलाकर की.

जिले में जल संचय अभियान की शुरुआत की गई.
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Published : Jun 23, 2019, 3:03 AM IST

चंदौली: सरकार द्वारा लगातार नीचे जा रहे जलस्तर को रोकने के लिए जल संचय अभियान की शुरुआत की गई है. इसी क्रम में जिले में भी इस अभियान के तहत शनिवार को जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने अपने हाथों में फावड़ा उठाया और तालाब की खुदाई कर श्रमदान का संदेश दिया. तालाबों में जल संरक्षित रखने से आने वाले दिनों में किसानों को सिंचाई में इसका लाभ मिलेगा. बता दें कि जिले भर में कुल 320 तालाबों को चिन्हित किया गया है, जिनका कायाकल्प श्रमदान के जरिए कराया जाएगा.

जिले में जल संचय अभियान की शुरुआत.

जानें पूरा मामला

  • तेजी से नीचे गिरते भूगर्भ जलस्तर को रोकने के लिए जल संचय अभियान की शुरुआत की गई है.
  • जिले में 320 तालाबों का श्रमदान के जरिए कायाकल्प किया जाएगा.
  • गौरतलब है कि धान के कटोरे के रूप में विख्यात चंदौली में सिंचाई की किल्लत बनी रहती है, जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
  • तालाबों में जल संरक्षित रखने से आने वाले दिनों में किसानों को सिंचाई में इसका लाभ मिलेगा.

जल संचय अभियान के तहत जल संचयन को लेकर जिले भर में कार्य कराए जा रहे हैं. इससे नीचे गिरते जलस्तर रोकने के लिए जल संचय महत्वपूर्ण है. पूरे जिले भर में 320 तालाब हैं, जहां पर जल संचय का कार्य किया जा रहा है.

-नवनीत सिंह चहल, जिलाधिकारी, चंदौली


चंदौली: सरकार द्वारा लगातार नीचे जा रहे जलस्तर को रोकने के लिए जल संचय अभियान की शुरुआत की गई है. इसी क्रम में जिले में भी इस अभियान के तहत शनिवार को जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने अपने हाथों में फावड़ा उठाया और तालाब की खुदाई कर श्रमदान का संदेश दिया. तालाबों में जल संरक्षित रखने से आने वाले दिनों में किसानों को सिंचाई में इसका लाभ मिलेगा. बता दें कि जिले भर में कुल 320 तालाबों को चिन्हित किया गया है, जिनका कायाकल्प श्रमदान के जरिए कराया जाएगा.

जिले में जल संचय अभियान की शुरुआत.

जानें पूरा मामला

  • तेजी से नीचे गिरते भूगर्भ जलस्तर को रोकने के लिए जल संचय अभियान की शुरुआत की गई है.
  • जिले में 320 तालाबों का श्रमदान के जरिए कायाकल्प किया जाएगा.
  • गौरतलब है कि धान के कटोरे के रूप में विख्यात चंदौली में सिंचाई की किल्लत बनी रहती है, जिससे किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
  • तालाबों में जल संरक्षित रखने से आने वाले दिनों में किसानों को सिंचाई में इसका लाभ मिलेगा.

जल संचय अभियान के तहत जल संचयन को लेकर जिले भर में कार्य कराए जा रहे हैं. इससे नीचे गिरते जलस्तर रोकने के लिए जल संचय महत्वपूर्ण है. पूरे जिले भर में 320 तालाब हैं, जहां पर जल संचय का कार्य किया जा रहा है.

-नवनीत सिंह चहल, जिलाधिकारी, चंदौली


Intro:चंदौली - लगातार नीचे जा रहे भूगर्भ के जलस्तर को रोकने के लिए सरकार द्वारा जल संचयन अभियान की शुरुआत की गई है. चंदौली में भी इस अभियान की शुरुआत जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने खुद श्रमदान कर किया. डीएम नवनीत सिंह चहल ने अपने हाथों में फावड़ा उठाया और तालाब की खुदाई कर ग्रामीणों के बीच श्रमदान का संदेश भी दिया. गौरतलब है कि धान के कटोरे के रूप में विख्यात चंदौली में सिचाई की भी किल्लत बनी रहती है और किसानों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. तालाबो में जल संरक्षित रखने से आने वाले दिनों में किसानों को सिचाई में भी इसका लाभ मिलेगा. चन्दौली जिले में कुल 330 तालाबों को चिन्हित किया गया है. जिनका कायाकल्प श्रमदान के जरिए कराया जाएगा सरकार की इस मुहिम में ग्रामीण भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.


Body:जल संचयन के लिए डीएम ने उठाया फावड़ा, किया श्रमदान

तेजी से गिरते भूगर्भ जल स्तर को रोकने के लिये जल संचयन अभियान की शुरुआत

जल संचयन अभियान के तहत डीएम ने किया श्रमदान

डीएम नवनीत सिंह चहल ने उठाया फावड़ा तालाब की की खुदाई

जिले में 330 तालाबो का श्रमदान के जरिये किया जाएगा कायाकल्प

बाईट - नवनीत सिंह चहल (डीएम चन्दौली


Conclusion:डीएम नवनीत सिंह चहल ने अपने हाथों में फावड़ा उठाया और तालाब की खुदाई कर ग्रामीणों के बीच श्रमदान का संदेश भी दिया.

कमलेश गिरी
चन्दौली
9452845730
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