गाजीपुर: जिले में 19 मई को सातवें चरण में मतदान होना है. जिसको लेकर पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले युवाओ में खासा उत्साह है. वहीं इस दौरान नए वोटर्स से नोटा विकल्प के बारे में पूछा गया तो उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं थी. शायद इसीलिए ऐसे मतदाता आसानी से राजनीतिक दलों लोकलुभावन वादों में फंस जाते हैं.
भारत में सबसे ज्यादा आबादी युवाओं की है, यहां का लोकतंत्र युवाओं के हाथों में है. इस बार बड़ी संख्या में युवा मतदाता शामिल हुए हैं. पहली बार मतदान करने वाले युवाओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है. हैरान करने वाली बात यह है कि इन युवाओं को नोटा विकल्प के बारे में कोई जानकारी तक नहीं है.
गाजीपुर जिला प्रशासन निष्पक्ष चुनाव के लिए लगातार ट्रेनिंग और जागरुकता अभियान चला रहा है. इसके बाद भी फर्स्ट टाइम वोटर्स को मतदान से जुड़ी सामान्य जानकारी और नोटा के विकल्प की जानकारी तक नहीं है. जब फर्स्ट टाइम वोटर्स से हमारे संवाददाता ने बात की तो चुनावी जागरूकता पर सवाल खड़े हो गए.
हालांकि 2013 में नोटा का विकल्प आम जनता को मिल गया लेकिन नए मतदाताओं को इस विकल्प की सही जानकारी नहीं है. वही एबीवीपी मंडल अध्यक्ष ने नोटा को उदासीन बताते हुए, नोटा का प्रयोग न करने की अपील की है.