वाराणसी: कोरोना से कराह रहे काशी में जिला प्रशासन की मेहनत रंग लाई है. बीते दिनों ऑक्सीजन को लेकर जनपद में मरीजों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, जिसके बाद बाहर से ऑक्सीजन टैंकर भी मंगाए गए. कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच जिला प्रशासन के अधिकारी ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए लगातार प्रयासरत थे. जिसके बाद बुधवार को जिले में नया ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गया. रोहनिया थाना क्षेत्र में जगतपुर के पास दरेखु में मौजूद ये ऑक्सीजन प्लांट कई सालों से बंद पड़ा था. जिसे बुधवार को दोबारा शुरू कर दिया गया.
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450 सिलेंडरों का प्रतिदिन होगा उत्पादन
2014 में बिजली सप्लाई में दिक्कत के कारण इस प्लांट को बंद कर दिया गया था. क्योंकि ट्रिपिंग की समस्या के कारण ऑक्सीजन उत्पादन नहीं हो पा रहा था. इस ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता लगभग 4 मीट्रिक टन है. इस प्लांट के शुरू हो जाने से 1 दिन में लगभग 450 सिलेंडर ऑक्सीजन का उत्पादन रोजाना होगा.
मरीजों को मिलेगी राहत
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि जनमानस के हित के लिए इस प्लांट को अधिकृत करके अन्नपूर्णा इंडस्ट्रियल गैस को ऑक्सीजन उत्पादन करने के लिए दिया गया है. बुधवार से सप्लाई शुरू हो गई है. उन्होंने बताया कि इस नए प्लांट पर जिले के सभी सरकारी अस्पतालों का कोटा स्थानांतरित कर दिया गया है. साथ ही शहर के जनसामान्य को ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल कराकर देने वाली संस्थाओं को भी 150 सिलेंडर देने का कोटा तय किया गया है. उन्होंने बताया कि प्राइवेट अस्पतालों को भी कोटा जारी करने की योजना बनाई गई है. जिससे वाराणसी में 120 नए बेड बढ़ जाएंगे, जो पूरी तरह से ऑक्सीजन से लैस होंगे. इस ऑक्सीजन प्लांट से वाराणसी और आसपास के मरीजों को काफी राहत मिलेगी.