ETV Bharat / briefs

NCRB आंकड़ा: महिला अपराध में सजा दिलाने में यूपी नंबर-1, रेप के मामले में 26वां स्थान - यूपी में रेप का आंकड़ा

कुछ दिनों से कानून व्यवस्था को लेकर घिरी योगी सरकार के लिए राहत की खबर आई है. वर्ष 2018 और 2019 के एनसीआरबी आंकड़ों की जनसंख्या आधारित स्टडी के आधार पर दावा किया गया है कि महिला अपराध में अपराधियों को सजा दिलाने में यूपी सबसे आगे है.

etv bharat
महिला अपराध में अपराधियों को सजा दिलाने में यूपी सबसे आगे.
author img

By

Published : Oct 11, 2020, 11:21 AM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले दुष्कर्म की घटनाएं इस समय भले ही सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार के लिए चुनौती बनी है, लेकिन पुलिस विभाग का दावा है कि महिला अपराध के मामले में यूपी की स्थिति बेहतर है. पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, महिला अपराध के मामले में सजा दिलाने में यूपी नंबर वन है. वर्ष 2018 और 2019 के एनसीआरबी आंकड़ों की जनसंख्या आधारित स्टडी के आधार पर पुलिस विभाग ने दावा किया है कि महिला अपराध में अपराधियों को सजा दिलाने में यूपी सबसे आगे है.

जनसंख्या के आधार पर क्राइम रेट स्टडी कर वर्ष 2018 और 2019 एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए पुलिस विभाग ने जानकारी साझा की है कि महिला अपराध के मामले में सजा दिलाने में उत्तर प्रदेश नंबर वन है. वहीं अगर आपराधिक घटनाओं की बात करें तो रेप की घटनाओं के मामले में वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश का 26वां स्थान है. अगर समस्त महिला अपराध की बात करें तो उत्तर प्रदेश का स्थान 15वां है. विभाग के अनुसार, रेप के मामले में देश के 25 राज्यों से उत्तर प्रदेश की स्थिति बेहतर है. वहीं, समस्त महिला अपराध के मामले में 14 राज्यों से उत्तर प्रदेश की स्थिति बेहतर है.

वर्ष 2019 में रेप के मामले में यूपी का क्राइम रेट 2.8

जनसंख्या के आधार पर आंकड़े जारी करते हुए पुलिस विभाग ने बताया कि 2019 में रेप के मामले में उत्तर प्रदेश 26वां स्थान पर है. वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश में रेप के मामले में क्राइम रेट 2.8 है. लिस्ट जारी कर पुलिस विभाग ने प्रदेशों के क्राइम रेट का जिक्र भी किया है, जहां पर स्थिति उत्तर प्रदेश से खराब है.

दुष्कर्म के मामले में राज्यों की स्थिति

पुलिस विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़े के अनुसार, वर्ष 2019 में दुष्कर्म के मामले में छत्तीसगढ़ सबसे आगे है. छत्तीसगढ़ में 20.7, राजस्थान में 15.9, दिल्ली में 13.5, केरल में 11.1, हरियाणा में 10.9, असम में 10.5, हिमाचल प्रदेश में 10.0, उत्तराखंड में 9.6, गोवा में 9.4, अरुणाचल प्रदेश में 8.6, झारखंड में 7.7, छत्तीसगढ़ में 7.2, मिजोरम में 7.1, पंजाब में 7.1, अंडमान निकोबार में 7.0, मेघालय में 6.3, उड़ीसा में 6.1, मध्य प्रदेश में 6.2, तेलंगाना में 4.7, त्रिपुरा में 4.5, आंध्र प्रदेश में 4.2, महाराष्ट्र में 3.9, सिक्किम में 3.5, जम्मू कश्मीर में 3.5, दमन एंड दिउ में 3.1, उत्तर प्रदेश में 2.8 क्राइम रेट दर्ज किया गया है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के साथ होने वाले दुष्कर्म की घटनाएं इस समय भले ही सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार के लिए चुनौती बनी है, लेकिन पुलिस विभाग का दावा है कि महिला अपराध के मामले में यूपी की स्थिति बेहतर है. पुलिस विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, महिला अपराध के मामले में सजा दिलाने में यूपी नंबर वन है. वर्ष 2018 और 2019 के एनसीआरबी आंकड़ों की जनसंख्या आधारित स्टडी के आधार पर पुलिस विभाग ने दावा किया है कि महिला अपराध में अपराधियों को सजा दिलाने में यूपी सबसे आगे है.

जनसंख्या के आधार पर क्राइम रेट स्टडी कर वर्ष 2018 और 2019 एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला देते हुए पुलिस विभाग ने जानकारी साझा की है कि महिला अपराध के मामले में सजा दिलाने में उत्तर प्रदेश नंबर वन है. वहीं अगर आपराधिक घटनाओं की बात करें तो रेप की घटनाओं के मामले में वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश का 26वां स्थान है. अगर समस्त महिला अपराध की बात करें तो उत्तर प्रदेश का स्थान 15वां है. विभाग के अनुसार, रेप के मामले में देश के 25 राज्यों से उत्तर प्रदेश की स्थिति बेहतर है. वहीं, समस्त महिला अपराध के मामले में 14 राज्यों से उत्तर प्रदेश की स्थिति बेहतर है.

वर्ष 2019 में रेप के मामले में यूपी का क्राइम रेट 2.8

जनसंख्या के आधार पर आंकड़े जारी करते हुए पुलिस विभाग ने बताया कि 2019 में रेप के मामले में उत्तर प्रदेश 26वां स्थान पर है. वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश में रेप के मामले में क्राइम रेट 2.8 है. लिस्ट जारी कर पुलिस विभाग ने प्रदेशों के क्राइम रेट का जिक्र भी किया है, जहां पर स्थिति उत्तर प्रदेश से खराब है.

दुष्कर्म के मामले में राज्यों की स्थिति

पुलिस विभाग की ओर से जारी किए गए आंकड़े के अनुसार, वर्ष 2019 में दुष्कर्म के मामले में छत्तीसगढ़ सबसे आगे है. छत्तीसगढ़ में 20.7, राजस्थान में 15.9, दिल्ली में 13.5, केरल में 11.1, हरियाणा में 10.9, असम में 10.5, हिमाचल प्रदेश में 10.0, उत्तराखंड में 9.6, गोवा में 9.4, अरुणाचल प्रदेश में 8.6, झारखंड में 7.7, छत्तीसगढ़ में 7.2, मिजोरम में 7.1, पंजाब में 7.1, अंडमान निकोबार में 7.0, मेघालय में 6.3, उड़ीसा में 6.1, मध्य प्रदेश में 6.2, तेलंगाना में 4.7, त्रिपुरा में 4.5, आंध्र प्रदेश में 4.2, महाराष्ट्र में 3.9, सिक्किम में 3.5, जम्मू कश्मीर में 3.5, दमन एंड दिउ में 3.1, उत्तर प्रदेश में 2.8 क्राइम रेट दर्ज किया गया है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.