अयोध्या: चालक परिचालक पद पर कार्यरत 9 संविदाकर्मियों को शनिवार को उत्तर प्रदेश परिवहन निगम ने बर्खास्त कर दिया. परिवहन विभाग में संविदा पर कार्यरत चालक और परिचालकों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है. उन पर लॉकडाउन अवधि में सूचना देने के बावजूद ड्यूटी से अनुपस्थित रहने का आरोप लगाया गया है. वहीं इनमें से एक संविदाकर्मी ऐसा भी है, जिसे होम क्वारंटाइन किया गया था.
9 संविदाकर्मियों को किया गया बर्खास्त
मामला अयोध्या डिपो का है, जहां चालक पद पर तैनात तपस्यानंद यादव, विदेश कुमार, रामवृक्ष और परिचालक संजय यादव, दुर्गेश कुमार मिश्र और शिवम गुप्त और तीन अन्य कर्मियों को परिवहन निगम ने नौकरी से बर्खास्त कर दिया है. यह सभी संविदा कर्मचारी थे.
लॉकडाउन के दौरान अनुपस्थित संविदाकर्मी
परिवहन विभाग के अनुसार यह सभी संविदाकर्मी लॉकडाउन के दौरान एक मई से 19 मई तक अनुपस्थित थे. वरिष्ठ केंद्र प्रभारी (संचालन) गीता सिंह का कहना है कि इन सभी कर्मचारियों को विभाग की ओर से फोन भी किया गया था लेकिन इन संविदाकर्मियों ने जब सूचना नहीं दी तो इनकी रिपोर्ट एआरएम को भेजी गई. जांच में इन संविदा कर्मियों द्वारा अनुबंध की सेवा शर्तों का उल्लंघन करना पाया गया है. विभाग की जांच में लॉकडाउन अवधि में आपातकालीन संचालन कार्य में उपस्थित न होने के दोषी साबित हुए हैं. इसके बाद एआरएम ने सभी संविदाकर्मियों को संविदा सूची से अलग कर दिया है.
परिवहन विभाग ने बर्खास्त सभी संविदा कर्मियों की जमा प्रतिभूति जब्त करने के भी आदेश जारी कर दिए हैं. वहीं होम क्वारंटाइन संविदाकर्मी तपस्यानंद यादव को लेकर वरिष्ठ केंद्र प्रभारी गीता सिंह ने कहा कि इस संबंध में कर्मचारी से बात करने का प्रयास किया गया था लेकिन उसने विभाग को कोई सूचना नहीं दी थी.
संविदा कर्मी की सेवा समाप्त
वहीं विभाग के अधिकारियों का कहना है कि मुख्यालय के निर्देश पर सभी की सेवा समाप्त की गई है. नोटिस जारी होने के बावजूद कोई उपस्थित नहीं हुआ था. परिवहन निगम में संविदा कर्मियों के खिलाफ की गई कार्रवाई की जांच का कोई प्रावधान नहीं है.