आगरा: आम आदमी पार्टी की प्रदेश सचिव डॉ. हृदेश चौधरी ने आगरा में बुधवार को यूपी सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि यूपी में कोरोना टीकाकरण की रफ्तार सुस्त है. टीकाकरण केंद्र पर भीड़भाड़ जुटने से और संक्रमण बढ़ सकता है. उन्होंने सुझाव दिया है कि प्रदेश में टीकाकरण योजनाबद्ध तरीके से हो, क्योंकि आज देश कष्टकारी दौर से गुजर रहा है. हर व्यक्ति कोरोना से भयभीत है. जनता जल्द से जल्द टीका लगवाना चाहती है, जिससे वो खुद को सुरक्षित कर ले. यह तभी सम्भव होगा, जब यूपी के सीएम वैक्सीन की उपलब्धता के आंकड़े स्पष्ट करें. अभी तक दिल्ली में 10 लाख लोगों पर 3 लाख लोगों को वैक्सीन लगी है. वहीं यूपी में 10 लाख लोगों पर सिर्फ 82 हजार लोगों को ही वैक्सीन लगी है. यूपी में वैक्सीनेशन की रफ्तार दिल्ली के मुकाबले सुस्त है. इसी रफ्तार से यूपी में टीकाकरण कैसे पूरा होगा, इसलिए यूपी सरकार को दिल्ली सरकार से सीखना चाहिए. टीकाकरण के नए केंद्र और सुविधाएं भी विकसित करे. जिससे टीकाकरण की रफ्तार बढ़े.
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सावधानी और सुरक्षा बढ़ाए सरकार
आप की प्रदेश सचिव डॉ. हृदेश चौधरी का कहना है कि यूपी सरकार भी दिल्ली सरकार की तरह लोगों की शंका का निवारण करे. टीकाकरण केंद्र पर कोरोना संक्रमण रोकने का इंतजाम करे. जनता की सहूलियत को देखकर स्कूलों में टीकाकरण की पूरे सुरक्षा इंतजाम के साथ व्यवस्था करे. जिससे लोग टीकाकरण में रुचि दिखाएं.
टीका केंद्र पर भीड़ नियंत्रण की जाए
आप की प्रदेश सचिव डॉ. हृदेश चौधरी का कहना है कि हाल में यूपी सरकार की टीकाकरण की कोई ठोस व्यवस्था दिखाई नहीं देती है. जबकि जनता टीका लगवाना चाहती है. इसका नजारा टीकाकरण केंद्रों पर पहुंच रही भीड़ से लगा सकते हैं. लोग सुबह सात बजे से टीका लगवाने के लिए लाइन में लगते हैं, फिर भी उनका नंबर शाम ढलने तक नहीं आ रहा है. जिससे लोगों को बिना टीका लगवाए ही निराश वापस घर जाना पड़ता है. टीकाकरण केंद्र पर भीड़ संक्रमण का खतरा है. इसलिए सभी टीकाकरण केंद्र पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराया जाए. वैक्सीन की उपलब्धता की जानकारी भी जनता को दी जानी चाहिए.
दिल्ली की तर्ज पर बनाएं टीकाकरण केंद्र
आप की प्रदेश सचिव डॉ. हृदेश चौधरी का कहना है कि हर टीकाकरण केंद्र पर वैक्सीन खत्म की लिखित सूचना बोर्ड पर लगनी चाहिए. टीकाकरण केंद्र बढ़ाए जाएं. जो लोग टीकाकरण से छूट जाएं, उन्हें अगली तारीख और समय देना चाहिए. जिससे केंद्रों पर बेवजह भीड़ नहीं पहुंचेगी. दिल्ली की तरह यूपी में भी अगर सरकार टीकाकरण की व्यवस्था पारदर्शिता बनाए तो निसंदेह टीकाकरण का अभियान सफल और सुरक्षित होगा.