वाराणसी: रविवार यानी आज इस साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. विक्रम संवत 2077 आषाढ़ कृष्ण पक्ष की अमावस्या यानी 21 जून की सुबह 10:31 बजे लगने वाले सूर्य ग्रहण की वजह से देशभर में भगवान के दर्शन ग्रहण के दौरान नहीं हो सकेंगे. वहीं मंदिरों के शहर धर्म नगरी काशी में भी ग्रहण का व्यापक असर देखने को मिलेगा. एक तरफ जहां कोरोना के कारण गंगा स्नान आदि पर रोक जारी रहेगी. वहीं श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य पूर्णा मंदिर और संकट मोचन मंदिर भी सुबह स्नान के बाद बंद करा दिए जाएंगे.
वैसे तो ग्रहण का मोक्ष दोपहर 2:04 बजे होगा, लेकिन कल सुबह लगने वाले ग्रहण का सूतक काल शनिवार रात 9 बजे के बाद ही शुरू हो जाएगा. बहुत से मंदिर रात 9 बजे के बाद ही बंद कर दिए जाएंगे और ग्रहण समाप्ति यानी दोपहर 2:04 तक बंद रहेंगे. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह ने बताया कि सूर्य ग्रहण के कारण आज सुबह 9 बजे के बाद मंदिर आम भक्तों के लिए बन्द होगा, जबकि दोपहर में होने वाली मध्यान्ह भोग आरती सूतक पूर्ण होने के बाद की जाएगी. इसमें बाबा को केवल फलाहार का भोग लगेगा. भोग आरती संपन्न होने के बाद बाबा के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे.
इसके अलावा श्री अन्नपूर्णा मंदिर आज सुबह 8 बजे बंद हो जाएगा और 3 बजे आम भक्तों के लिए खोला जाएगा. यहां भी मध्यान भोग आरती कपाट खुलने के बाद ही संपन्न होगी. वाराणसी का विश्व प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर भी कल रात 10:30 बजे बंद हो हुआ और आज दोपहर 3 बजे खुलेगा.
आज सुबह 9 बजे बंद हो जाएंगे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट
उत्तर प्रदेश के वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट आज सुबह 9 बजे बंद हो जाएंगे. इस दौरान भक्तों की एंट्री भी नहीं होगी. सूर्य ग्रहण के समाप्त होने के बाद मंदिर के कपाट दोबारा खोले जाएंगे.
वाराणसी: रविवार यानी आज इस साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है. विक्रम संवत 2077 आषाढ़ कृष्ण पक्ष की अमावस्या यानी 21 जून की सुबह 10:31 बजे लगने वाले सूर्य ग्रहण की वजह से देशभर में भगवान के दर्शन ग्रहण के दौरान नहीं हो सकेंगे. वहीं मंदिरों के शहर धर्म नगरी काशी में भी ग्रहण का व्यापक असर देखने को मिलेगा. एक तरफ जहां कोरोना के कारण गंगा स्नान आदि पर रोक जारी रहेगी. वहीं श्री काशी विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य पूर्णा मंदिर और संकट मोचन मंदिर भी सुबह स्नान के बाद बंद करा दिए जाएंगे.
वैसे तो ग्रहण का मोक्ष दोपहर 2:04 बजे होगा, लेकिन कल सुबह लगने वाले ग्रहण का सूतक काल शनिवार रात 9 बजे के बाद ही शुरू हो जाएगा. बहुत से मंदिर रात 9 बजे के बाद ही बंद कर दिए जाएंगे और ग्रहण समाप्ति यानी दोपहर 2:04 तक बंद रहेंगे. मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह ने बताया कि सूर्य ग्रहण के कारण आज सुबह 9 बजे के बाद मंदिर आम भक्तों के लिए बन्द होगा, जबकि दोपहर में होने वाली मध्यान्ह भोग आरती सूतक पूर्ण होने के बाद की जाएगी. इसमें बाबा को केवल फलाहार का भोग लगेगा. भोग आरती संपन्न होने के बाद बाबा के कपाट आम श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे.
इसके अलावा श्री अन्नपूर्णा मंदिर आज सुबह 8 बजे बंद हो जाएगा और 3 बजे आम भक्तों के लिए खोला जाएगा. यहां भी मध्यान भोग आरती कपाट खुलने के बाद ही संपन्न होगी. वाराणसी का विश्व प्रसिद्ध संकट मोचन मंदिर भी कल रात 10:30 बजे बंद हो हुआ और आज दोपहर 3 बजे खुलेगा.