अम्बेडकरनगर: पुरानी-पेंशन बहाली की मांग को लेकर दो दिनों से ताला बंद हड़ताल पर जाने वाले परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के विरुद्ध प्रशासन सख्त हो गया है. एस्मा लागू होने के बावजूद हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों की वीडियोग्राफी के जरिये निगरानी की जा रही है. यही नहीं हड़ताल पर जाने वाले नवनियुक्त-शिक्षकों को सेवा समाप्ति तक की हिदायत दी जा रही है.
कर्मचारियों द्वारा पुरानी-पेंशन की बहाली की मांग लंबे समय से की जा रही है. इस दौरान शिक्षक-नेताओं और शासन के बीच वार्ता भी हो चुकी है लेकिन शिक्षक पुरानी पेंशन की पूर्ण बहाली के एवज में और किसी मद पर तैयार ही नहीं हो रहे. इसी मांग को लेकर पूरे जिले के 1873 परिषदीय विद्यालयों के तकरीबन 5000 हजार से अधिक शिक्षक बीते बुधवार से ताला बंद हड़ताल पर चले गए हैं. शिक्षक अपनी मांगों को लेकर जिले के बीआरसी केंद्रों पर धरने पर बैठे हुये हैं. शिक्षकों की हड़ताल के कारण दो दिनों से पठन-पाठन ठप है.
विद्यालयों में ताला बंद कर हड़ताल पर प्रशासन सख्ती के मूड में है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल कुमार सिंह का कहना है कि प्रारम्भिक सूचना के मुताबिक 252 परिषदीय विद्यालयों में ताला बंद है. ऐसे विद्यालयों को शिक्षामित्रों के माध्यम से खुलवाया गया है. एस्मा लागू होने के बाद भी हड़ताल पर जाने वाले शिक्षकों की वीडियोग्राफी कराई जा रही है, और जो अध्यापक अभी प्रवीक्षा-काल मे हैं उनकी सेवा समाप्त करने तक की कार्रवाई होगी.