बलिया: जिले के सदर कोतवाली क्षेत्र में दसवीं की छात्रा को छेड़खानी का विरोध करना महंगा पड़ गया. 5 दबंगों ने मिलकर छात्रा को तेजाब पिला दिया. परिजनों ने उसे नाजुक हालत में अस्पताल में भर्ती कराया. वही पीड़िता के पिता ने 5 आरोपियों के विरुद्ध तहरीर दी, जबकि पुलिस ने सिर्फ 3 लोगों के विरुद्ध ही केस दर्ज किया.
बताया जा रहा है घटना 5 जून की है. सदर कोतवाली क्षेत्र के एक गांव के रहने वाली 10वीं की छात्रा है. जिसके पड़ोस में रहने वाले लोगों ने कुछ काम के लिए बुलाया, जहां उसके साथ 5 लोगों ने छेड़खानी की और उसे तेजाब पिला दिया. गंभीर हालत में घर पहुंची पीड़िता ने किसी तरह परिजनों को आपबीती बताई. आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल पहुंचा गया. 10 तारीख को जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने उसकी हालत में सुधार न होता देख उसे वाराणसी के लिए रेफर कर दिया.
परिजनों की आर्थिक स्थिति मजबूत न होने के कारण वे अपनी बेटी को लेकर वापस घर पहुंच गए. जहां दबंगों ने परिजनों को धमकाया कि अगर पुलिस से शिकायत की तो और भी अंजाम भुगतना होगा. साथ ही शहर के शारदा हॉस्पिटल में लाकर भर्ती कराया.
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बेटी को न्याय दिलाने के लिए पिता ने कोतवाली बलिया में 5 लोगों के खिलाफ तहरीर दी. लेकिन पुलिस ने सिर्फ 3 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया. मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस महकमा बैकफुट पर है. इतने गंभीर मामले में पुलिस की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है. इस प्रकरण में पुलिस का कोई भी आलाधिकारी मीडिया के सामने बोलने को तैयार नहीं है.
पीड़िता के पिता ने बताया कि गांव के ही बाबू साहब कुछ लोगों ने मेरी बेटी के साथ अभद्रता की और उसे तेजाब पिला दिया. मेरी बेटी की हालत बहुत खराब है. मैंने 5 लोगों के खिलाफ तहरीर दी, लेकिन पुलिस ने सिर्फ 3 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. पीड़ित का आरोप है कि जिस घर में वारदात हुई, उन लोगों के नाम मुकदमे से हटाकर पुलिस उन्हें बचाना चाह रही है.