मेरठ : यह सुनकर शायद ही लोग यकीन कर पाए कि शादी में 1 रूपये का शगुन लेकर, 11 बारातियों के साथ विवाह समारोह सम्पन हुआ है. दरअसल में मेरठ एक ऐसा फैसला लिया गया, जो देश के लिए मिसाल बन गया. यहां करोड़पति अहलावत खाप के चौधरी के बेटे ने दहेज रहित शादी की.
मेरठ पंचायतों के अनर्गल फैसलों के लिए बदनाम है, लेकिन दहेज रहित विवाह समारोह एक ऐतिहासिक फैसला है. करोड़पति अहलावत खाप ने अपने बेटे की शादी देहज रहित करने का फैसला किया. जिससे पूरे समाज को दहेज रहित शादी कराने का संदेश पहुंच सके.
मेरठ के दो करोड़पति घरानों ने विवाह समारोह का आयोजन किया, लेकिन विवाह समारोह इतना सादा था कि सभी लोग आश्चर्यचकित रह गए. बारात में ही बाजा न ही कोई आतिशबाजी और न ही विशाल फार्महाउस की भारी-भरकम सजावट थी.
दूल्हा हार्दिक की मानें तो उसे उम्मीद नहीं थी कि ससुरालियों शादी के लिए राजी हो जाएंगे, लेकिन ससुराल पक्ष से भी पूरा समर्थन मिला. उन्होंने सभी लोगों से दहेज रहित शादी करने की विधि के साथ कहा कि दहेज को लेकर समाज में मनमुटाव हो या फिर तलाक के मामले हो बहुत अधिक बढ़ रहे हैं. उस पर रोक लगाने के लिए इस तरह की पहल जरूरी है.
दुल्हन स्वाति के भाई भी को ऑपरेटिव बैंक में डायरेक्टर है. यदि दोनों पक्ष चाहते तो शादी बेहद भव्य तरीके से संपन्न होती, लेकिन इसके बावजूद दहेज मुक्त और आडंबर से हटकर नव दंपति ने शादी करके प्रेरणादायक संदेश दिया.