ETV Bharat / briefs

मुझे खुद की जीत पर अचंभा हो सकता है भाजपा की जीत पर नहीं : एसपी सिंह बघेल - 17th loksabha

17 वीं लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं. सत्तारूढ़ भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ दोबारा वापसी की है. देश के सबसे बड़े सूबे यूपी में भी भाजपा ने तमाम आशंकाओं के बावजूद भारी जीत हासिल की है. ब्रज क्षेत्र की सभी सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों ने विरोधियों का सूपड़ा साफ कर दिया है. आगरा सुरक्षित सीट से यूपी कैबिनेट मंत्री एसपी सिंह वघेल ने जीत का परचम लहराया है.

आगरा सुरक्षित सीट से विजयी भाजपा उम्मीदवार एसपी सिंह वघेल ने ईटीवी भारत से की खास बातचीत.
author img

By

Published : May 24, 2019, 4:36 AM IST

आगरा: ब्रजमंडल में एक बार फिर बीजेपी का डंका बजा है. आगरा सुरक्षित लोकसभा सीट से बीजेपी के कैबिनेट मंत्री एसपी सिंह बघेल ने जीत हासिल की है तो वहीं फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से जीत का सेहरा बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार चाहर के सिर बंधा है. वहीं, मथुरा से बीजेपी प्रत्याशी हेमा मालिनी और फिरोजाबाद में बीजेपी प्रत्याशी डॉ. चंद्र सेन जादौन ने जीत दर्ज की है. ईटीवी भारत ने प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर एसपी सिंह बघेल से बातचीत खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे अपनी जीत के अंतर पर अंचभा हो सकता है लेकिन भाजपा की देश भर में रिकॉर्डतोड़ जीत पर कोई अचंभा नहीं हुआ.

आगरा सुरक्षित सीट से विजयी भाजपा उम्मीदवार एसपी सिंह वघेल ने ईटीवी भारत से की खास बातचीत.

क्या बोले एसपी सिंह वघेल

  • मैं अपनी जीत के साथ ही फतेहपुर सीकरी और आसपास के अन्य लोकसभा सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों की जीत को लेकर आश्वस्त था.
  • हालांकि, अपनी इतनी विशाल जीत को लेकर उम्मीद नहीं थी लेकिन पीएम मोदी के करिश्मे के चलते यह मुमकिन हो गया.
  • 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पीएम मोदी के गुजरात मॉडल पर लड़ा था चुनाव लेकिन यह चुनाव पीएम मोदी के नाम और काम के आधार पर जीता है.
  • सपा-बसपा की विचारधारा अलग होने के बावजूद किया गया गठबंधन. इसीके चलते नहीं मिल पाई सफलता.
  • बसपा से गठबंधन करना अखिलेश यादव के राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी भूल.

आगरा: ब्रजमंडल में एक बार फिर बीजेपी का डंका बजा है. आगरा सुरक्षित लोकसभा सीट से बीजेपी के कैबिनेट मंत्री एसपी सिंह बघेल ने जीत हासिल की है तो वहीं फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से जीत का सेहरा बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार चाहर के सिर बंधा है. वहीं, मथुरा से बीजेपी प्रत्याशी हेमा मालिनी और फिरोजाबाद में बीजेपी प्रत्याशी डॉ. चंद्र सेन जादौन ने जीत दर्ज की है. ईटीवी भारत ने प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर एसपी सिंह बघेल से बातचीत खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मुझे अपनी जीत के अंतर पर अंचभा हो सकता है लेकिन भाजपा की देश भर में रिकॉर्डतोड़ जीत पर कोई अचंभा नहीं हुआ.

आगरा सुरक्षित सीट से विजयी भाजपा उम्मीदवार एसपी सिंह वघेल ने ईटीवी भारत से की खास बातचीत.

क्या बोले एसपी सिंह वघेल

  • मैं अपनी जीत के साथ ही फतेहपुर सीकरी और आसपास के अन्य लोकसभा सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों की जीत को लेकर आश्वस्त था.
  • हालांकि, अपनी इतनी विशाल जीत को लेकर उम्मीद नहीं थी लेकिन पीएम मोदी के करिश्मे के चलते यह मुमकिन हो गया.
  • 2014 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने पीएम मोदी के गुजरात मॉडल पर लड़ा था चुनाव लेकिन यह चुनाव पीएम मोदी के नाम और काम के आधार पर जीता है.
  • सपा-बसपा की विचारधारा अलग होने के बावजूद किया गया गठबंधन. इसीके चलते नहीं मिल पाई सफलता.
  • बसपा से गठबंधन करना अखिलेश यादव के राजनीतिक जीवन की सबसे बड़ी भूल.
Intro:आगरा.
ब्रजमंडल में एक बार फिर बीजेपी का डंका बजा है. आगरा सुरक्षित लोकसभा सीट से बीजेपी के कैबिनेट मिनिस्टर एस पी सिंह बघेल जीते तो फतेहपुर सीकरी लोकसभा सीट से जीत का सेहरा बीजेपी प्रत्याशी राजकुमार चाहर के सिर बंधा है. वहीं, मथुरा में बीजेपी प्रत्याशी हेमा मालिनी तो फिरोजाबाद में बीजेपी के प्रत्याशी डॉ. चंद्र सेन जादौन ने जीत दर्ज की है. ईटीवी भारत में प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर एस पी सिंह बघेल से बातचीत की तो उन्होंने बताया कि मैं अपनी जीत के साथ ही फतेहपुर सीकरी और आसपास के अन्य लोकसभा सीट पर बीजेपी के प्रत्याशियों की जीत के लेकर आश्वस्त था. पहले जब 2014 में बीजेपी ने चुनाव लड़ा था तो उसमें पीएम मोदी का गुजरात मॉडल था. लेकिन इस बार का जो लोकसभा चुनाव है, वह नाम और काम दोनों को लेकर लड़ा गया है. जनता सब जानती है. और जनता ने उसी का जवाब वोट देकर दिया है.
जब एसपी सिंह बघेल से यह सवाल पूछा गया कि जैसे ही लोकसभा चुनाव की घोषणा हुई थी. लेकिन गठबंधन से बीजेपी के सामने कुछ दिक्कतें लग रही थी, लेकिन जो चुनाव परिणाम आए हैं उसे गठबंधन एकदम धणाम गिरा. इस पर उनका क्या कहना है, तो उन्होंने कहा कि गठबंधन विचारधाराओं के पार्टियों के बीच में होना चाहिए. जैसे कि हमारा और शिवसेना का गठबंधन है. समान विचारधारा है. लेकिन सपा और बसपा दोनों ही अलग विचारधारा है. उनके बीच का ऐसा ही होना था. इसका नतीजा है कि अखिलेश यादव को बसपा के साथ गठबंधन करके बसपा को जिंदा किया है. उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था. क्योंकि बसपा की पहले लोकसभा चुनाव में 0 टिकट थी तो इस बार -0 होनी चाहिए थी. लेकिन, जहां सपा 6 सीटों पर ही सिमट गई है.
एसपी सिंह बघेल से जब यह सवाल किया गया,कि जब हो टूंडला विधानसभा से बीजेपी के प्रत्याशी थे तो उस समय राजनाथ सिंह ने मंच से कहा था, कि आप को जिताएं और आपको मंत्री पद देंगे. इस बार भी राजनाथ सिंह आपके लिए जनसभा करने के लिए आंवल खेड़ा में आए. तब भी आपने उनसे डिमांड की थी कि लोग यह चाहते हैं कि मैं सांसद तो कई बन गया हूं, लेकिन मंत्री बनाया जाए तो इस पर एसपी सिंह बघेल का कहना था कि यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के के ऊपर डिपेंड करता है. किस को मंत्री बनाएंगे किसको नहीं बनाएंगे. मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकता हूं. लेकिन बीजेपी सूत्रों की बात करें तो लग रहा है, एसपी सिंह बघेल को इस बार बीजेपी केंद्र सरकार में मंत्री पद मिल सकता है. क्योंकि वह इस समय प्रदेश सरकार में भी कैबिनेट मिनिस्टर है. पार्टी में बहुत अच्छी है बड़े नेताओं से अच्छी जान पहचान है.


Body:आगरा.


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.