रायबरेली: सपा शासनकाल में कैबिनेट मंत्री रहे मनोज कुमार पांडे ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने रायबरेली में 14 मई को जिला पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के दौरान हुई हिंसा और अराजकता को जनपद के इतिहास के लिए काला दिन करार दिया. उन्होंने इस घटना के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया.
क्या बोले मनोज पांडे
- पंचायत जैसी स्वायत्त संस्थाओं के साथ 14 मई की घटना को लोकतंत्र के साथ कुठाराघात करार बताया.
- उस दिन हुई मारपीट की घटनाओं का जिक्र करते हुए रायबरेली की सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी गुंडों को सौपें जाने का आरोप लगाया.
- राजनीतिक दलों को नसीहत दी और कहा कि लोकतंत्र को शर्मसार करने वाली ऐसी घटनाओं से सबक लेने की जरूरत है.
- घटना के बाद भविष्य के एक्शन प्लान के सवाल पर सपा नेता ने कहा कि उनकी पार्टी आर-पार की लड़ाई का मन बना चुकी है.
- अल्पमत वाले संस्थान को डंडे और हथियार के बल पर बहुमत में बदलने के किसी भी प्रयास को संभव नहीं होने दिया जाएगा.
- जनपद के कुछ पुलिस अधिकारियों को भी सचेत करते हुए कहा कि वर्दी की आड़ में अपराधियों को संरक्षण देने से बचा जाना चाहिए.
क्या थी 14 मई की घटना
14 मई को जिला पंचायत अध्यक्ष अवधेश सिंह के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जाना था. सत्तारूढ़ दल बीजेपी से जिला पंचायत अध्यक्ष के भाई एमएलसी दिनेश प्रताप सिंह लोकसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरे थे. इसके बाद अन्य सभी विपक्षी दल पंचवटी परिवार से पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी छीनने के मकसद से एकजुट होकर मैदान में उतरे थे पर हिंसा की वारदातों ने पूरे जनपद को हिला कर रख दिया. इस दौरान कांग्रेस की एमएलए अदिति सिंह पर हमले के अलावा कई जिला पंचायत सदस्यों के साथ भी मारपीट व अपहरण की घटना देखने को मिली थी.