जौनपुर: कोरोना की वैश्विक महामारी में बहुत से सरकारी काम सुस्त हो गए. वही जनपद में प्रधानमंत्री आवास बनने की रफ्तार भी काफी धीमी हो गई. 3 महीने के दौरान प्रधानमंत्री आवास के लिए न तो लाभार्थियों को कोई किस्त मिली और न ही कोई काम. ऐसे में समय से पूरे होने वाले प्रधानमंत्री आवास अब अधूरे पड़े हैं, जो लाभार्थियों को परेशान कर रहे हैं. क्योंकि ऐसे लाभार्थी जो अपने कच्चे मकान में रह रहे हैं. उन्हें एक आस है कि आवास बनने पर उनके सिर पर एक पक्की छत होगी.
जफराबाद नगर पंचायत में 900 प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत हैं. इनमें 400 आवास अभी भी बनने हैं. इन आवासों की बनने की गति को तेज करने की बात कही जा रही है, क्योंकि बीते लॉकडाउन में दिक्कतों के कारण आवास का पैसा लाभार्थी के खाते में नहीं जा सका था.
जिले में कोरोना के चलते लॉकडाउन के 3 महीने के समय में कई सरकारी काम पिछड़ गए. प्रधानमंत्री आवास बनने का काम भी जिस तेजी के साथ चल रहा था, वह इस दौरान काफी पिछड़ गया. ऐसे में लाभार्थी अपने आवाज को पूरा होने की राह देख रहा है. जफराबाद नगर पंचायत में कुल 900 प्रधानमंत्री आवास पास हुए हैं, जिनमें अभी केवल 500 का ही निर्माण पूरा हो सका है. लॉकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री आवास की निर्माण की गति काफी सुस्त हुई है, क्योंकि इन आवासों के लिए लाभार्थियों के खाते में पैसा नहीं जा सका है. अब इस काम में तेजी लाई जा रही है, जिसके कारण प्रधानमंत्री आवास का काम तेज होगा.
जफराबाद नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी आशुतोष त्रिपाठी बताते हैं कि उनके नगर पंचायत में कुल 900 प्रधानमंत्री आवास बनने हैं. जिनमें 500 का निर्माण पूरा हो चुका है. अभी 400 का निर्माण होना शेष है. यह भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा.