कुशीनगर: तीन दिन पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों को समीक्षा बैठक में बिगड़ती हुई व्यवस्था को व्यवस्थित करने के लिए कड़े निर्देश जारी किए थे, लेकिन कुशीनगर के मुख्यालय पडरौना कोतवाली में आज थाना समाधान दिवस में सबकुछ उसके विपरीत ही दिखा. छोटे-छोटे विवादों को लेकर लोग परेशान घूमते रहे. ईटीवी भारत ने जब पड़ताल शुरू की तो पता चला कि दिवस के लिए कोई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे ही नहीं.
- जिला मुख्यालय पडरौना कोतवाली में आज थाना समाधान दिवस में कोई अधिकारी मौजूद नहीं थे. लेखपाल और थाने के दो एसआई मामलों को सुलझाते दिखे.
- घरेलू विवाद के निपटारे के लिए दुर्गावती पिछले छः महीने से अपने पति के साथ इन समाधान दिवसों का चक्कर लगा रही हैं.
- दुर्गावती ने अपनी पीड़ा सुनाते हुए बताया कि कोतवाल के कहने पर सिपाही गए थे, लेकिन उल्टे उन्होंने मेरे पति को पीट दिया.
- पडरौना शहर के कन्हैया साहा ने बताया कि 2015 में एक स्टे की बात कहकर मेरी जमीन पर पुलिस के देखरेख में कब्जा कर लिया गया.
- आदेश मेरे पक्ष में हो रहे हैं, लेकिन वास्तव में उसका कोई हल नहीं निकल रहा है.
सरकार आम लोगों के समस्याओं के निपटारे के लिए नित नए फरमान जारी कर रही है, लेकिन हकीकत में अधिकारी समस्याओं के सही निपटारे की योजना पर काम करते नहीं दिख रहे हैं. इसी कारण ये थाना और तहसील समाधान दिवस मजाक बन कर रह जा रहे हैं.