लखनऊ: इंटरनेशनल सोसायटी फॉर फूड एंड न्यूट्रिशन ने किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में न्यूट्रिशन फॉर हेल्थ 2019 कार्यक्रम आयोजित किया. इस दौरान कार्यक्रम में भोजन और पोषण के महत्व पर चर्चा की गई.
लखनऊ: केजीएमयू में पौष्टिक भोजन एवं हेल्थ पर आधारित सेमिनार का आयोजन
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कलाम सेंटर में रविवार को न्यूट्रिशन फॉर हेल्थ सेमिनार का आयोजन किया गया. यह कार्यक्रम फूड एंड मेडिसिन विषय पर आधारित था. इस अवसर पर विभिन्न संस्थानों से डाइटिशियन, न्यूट्रीशनिस्ट और खान-पान से जुड़े विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया.
केजीएमयू में पौष्टिक भोजन एवं हैल्थ पर आधारित सेमिनार का आयोजन
लखनऊ: इंटरनेशनल सोसायटी फॉर फूड एंड न्यूट्रिशन ने किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज में न्यूट्रिशन फॉर हेल्थ 2019 कार्यक्रम आयोजित किया. इस दौरान कार्यक्रम में भोजन और पोषण के महत्व पर चर्चा की गई.
शेफ पंकज भदौरिया ने बताया कि आयुर्वेद में भोजन में मौजूद पौष्टिक और औषधीय गुणों पर जोर दिया जाता है. ऐसे में जरूरी है कि हम भोजन में उन चीजों को शामिल करें जिनसे हम स्वस्थ और सेहतमंद रह सकें.
इसके साथ ही केजीएमसी के लारी कार्डियोलॉजी सेंटर की सीनियर डायटिशियन मृदुल विभा ने बताया कि डायटिशियन, न्यूट्रीशनिस्ट और डॉक्टरों समेत आम लोगों को संतुलित आहार और खाने से जुड़ी सही जानकारियां देने के मकसद से यह सेमिनार रखा गया है. समाज में खान-पान को लेकर काफी भ्रांतियां फैली हुई हैं जिन्हें इस सेमिनार में दूर किया जा रहा है.
न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर क्षितिज भारद्वाज ने बताया कि भौगोलिक और प्राकृतिक परिस्थितियों के अनुरूप ही हमें भोजन और कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए. यानी कि अगर उत्तर भारत में रहते हुए हम केरल या तमिलनाडु में खाए जाने वाले तेल का इस्तेमाल करते हैं तो वह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है.
शेफ पंकज भदौरिया ने बताया कि आयुर्वेद में भोजन में मौजूद पौष्टिक और औषधीय गुणों पर जोर दिया जाता है. ऐसे में जरूरी है कि हम भोजन में उन चीजों को शामिल करें जिनसे हम स्वस्थ और सेहतमंद रह सकें.
इसके साथ ही केजीएमसी के लारी कार्डियोलॉजी सेंटर की सीनियर डायटिशियन मृदुल विभा ने बताया कि डायटिशियन, न्यूट्रीशनिस्ट और डॉक्टरों समेत आम लोगों को संतुलित आहार और खाने से जुड़ी सही जानकारियां देने के मकसद से यह सेमिनार रखा गया है. समाज में खान-पान को लेकर काफी भ्रांतियां फैली हुई हैं जिन्हें इस सेमिनार में दूर किया जा रहा है.
न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर क्षितिज भारद्वाज ने बताया कि भौगोलिक और प्राकृतिक परिस्थितियों के अनुरूप ही हमें भोजन और कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए. यानी कि अगर उत्तर भारत में रहते हुए हम केरल या तमिलनाडु में खाए जाने वाले तेल का इस्तेमाल करते हैं तो वह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है.
Intro:लखनऊ। किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के कलाम सेंटर में आज न्यूट्रिशन फॉर हेल्थ नामक एक सेमिनार का आयोजन किया गया जिसका थीम फूड एस मेडिसिन रखा गया था। इस अवसर पर आयोजन में विभिन्न संस्थानों से डाइटिशियन, न्यूट्रीशनिस्ट और कुछ अन्य खाने के एक्सपर्ट लोगों ने प्रतिभाग किया।
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इंटरनेशनल सोसायटी फॉर फूड एंड न्यूट्रिशन द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम न्यूट्रिशन फॉर हेल्थ 2019 में भोजन और पोषण का महत्व बताते हुए एक सेमिनार का आयोजित किया गया इस सेमिनार में सीआरपीएफ के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर केन जॉन ने बताया कि हमें अपने दैनिक जीवन की गतिविधियों के हिसाब से ही अपनी डाइट रखनी चाहिए और उसी हिसाब से संतुलित आहार खाना चाहिए। जो लोग स्पोर्ट्स में अधिक प्रतिभाग करते हैं उनको अधिक कैलोरी वाले खाना खाना चाहिए। इसके साथ ही जो लोग साप्ताहिक रूप से किसी स्पोर्ट में प्रतिभाग करते हैं या दैनिक रूप से किसी तरह के खेल खेलते हैं तो अपने उस शड्यूल के हिसाब से ही उन्हें अपना आहार भी रखना चाहिए।
शेफ पंकज भदौरिया ने बताया कि आयुर्वेद में भी कहा गया है कि खाने में बहुत सारी पौष्टिक और औषधीय गुण होते हैं ऐसे में जरूरी है कि हम उन खाने को अपने जीवन में शामिल करें जिनसे बीमारियां दूर भागे और हम स्वस्थ और सेहतमंद रह सकें। केजीएमसी के लारी कार्डियोलॉजी सेंटर की सीनियर डायटिशियन मृदुल विभा ने बताया कि यह आयोजन डायटिशियन, न्यूट्रीशनिस्ट और डॉक्टरों समेत उन सभी लोगों के लिए है जिन्हें संतुलित आहार और खाने से जोड़ी सही जानकारियां जाननी हो। समाज में खाने पीने को लेकर के काफी भ्रांतियां फैली हुई हैं जिसको इस सेमिनार में दूर किया जा रहा है।
न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर क्षितिज भारद्वाज ने बताया कि भौगोलिक और प्राकृतिक परिस्थितियों के अनुरूप ही हमें भोजन और कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि वही हमारे शरीर के लिए बेहतर होता है। अगर उत्तर भारत में रहते हुए हम केरल या तमिलनाडु में खाए जाने वाले तेल का इस्तेमाल करते हैं तो वह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
Conclusion:बाइट- शेफ पंकज भदौरिया
बाइट- मृदुल विभाग, सीनियर डायटिशियन, लारी कार्डियोलॉजी सेंटर
बाइट- डॉ केन्जोम, स्पोर्ट्स मेडिसिन स्पेशलिस्ट,
बाइट- डॉक्टर क्षितिज भारद्वाज, न्यूट्रीशनिस्ट
रामांशी मिश्रा
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इंटरनेशनल सोसायटी फॉर फूड एंड न्यूट्रिशन द्वारा आयोजित किए गए कार्यक्रम न्यूट्रिशन फॉर हेल्थ 2019 में भोजन और पोषण का महत्व बताते हुए एक सेमिनार का आयोजित किया गया इस सेमिनार में सीआरपीएफ के चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर केन जॉन ने बताया कि हमें अपने दैनिक जीवन की गतिविधियों के हिसाब से ही अपनी डाइट रखनी चाहिए और उसी हिसाब से संतुलित आहार खाना चाहिए। जो लोग स्पोर्ट्स में अधिक प्रतिभाग करते हैं उनको अधिक कैलोरी वाले खाना खाना चाहिए। इसके साथ ही जो लोग साप्ताहिक रूप से किसी स्पोर्ट में प्रतिभाग करते हैं या दैनिक रूप से किसी तरह के खेल खेलते हैं तो अपने उस शड्यूल के हिसाब से ही उन्हें अपना आहार भी रखना चाहिए।
शेफ पंकज भदौरिया ने बताया कि आयुर्वेद में भी कहा गया है कि खाने में बहुत सारी पौष्टिक और औषधीय गुण होते हैं ऐसे में जरूरी है कि हम उन खाने को अपने जीवन में शामिल करें जिनसे बीमारियां दूर भागे और हम स्वस्थ और सेहतमंद रह सकें। केजीएमसी के लारी कार्डियोलॉजी सेंटर की सीनियर डायटिशियन मृदुल विभा ने बताया कि यह आयोजन डायटिशियन, न्यूट्रीशनिस्ट और डॉक्टरों समेत उन सभी लोगों के लिए है जिन्हें संतुलित आहार और खाने से जोड़ी सही जानकारियां जाननी हो। समाज में खाने पीने को लेकर के काफी भ्रांतियां फैली हुई हैं जिसको इस सेमिनार में दूर किया जा रहा है।
न्यूट्रीशनिस्ट डॉक्टर क्षितिज भारद्वाज ने बताया कि भौगोलिक और प्राकृतिक परिस्थितियों के अनुरूप ही हमें भोजन और कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि वही हमारे शरीर के लिए बेहतर होता है। अगर उत्तर भारत में रहते हुए हम केरल या तमिलनाडु में खाए जाने वाले तेल का इस्तेमाल करते हैं तो वह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है।
Conclusion:बाइट- शेफ पंकज भदौरिया
बाइट- मृदुल विभाग, सीनियर डायटिशियन, लारी कार्डियोलॉजी सेंटर
बाइट- डॉ केन्जोम, स्पोर्ट्स मेडिसिन स्पेशलिस्ट,
बाइट- डॉक्टर क्षितिज भारद्वाज, न्यूट्रीशनिस्ट
रामांशी मिश्रा