लखनऊ: प्रचंड जीत के साथ केंद्र में दोबारा बनी मोदी सरकार के मंत्रिमंडल में यूपी के 10 चेहरों को शामिल किया गया है. पीएम मोदी के अलावा राजनाथ सिंह, डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, स्मृति ईरानी, मुख्तार अब्बास नकवी को कैबिनेट मंत्री तो संतोष गंगवार और हरदीप सिंह पुरी को राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है. मोदी मंत्रिमंडल में साध्वी निरंजन ज्योति, जनरल वीके सिंह और संजीव बालियान को राज्यमंत्री बनाया गया है. वहीं मेनका गांधी, महेश शर्मा और अनुप्रिया पटेल को जगह नहीं मिली है.
आइए नजर डालते हैं यूपी के उन चेहरों पर जिन्हें मोदी मंत्रिमंडल में जगह दी गई है.
राजनाथ सिंह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा लखनऊ से दूसरी बार संसद पहुंचे राजनाथ सिंह को एक बार फिर कैबिनेट में जगह मिली है. मोदी मंत्रिमंडल में उत्तर प्रदेश से सबसे बड़े चेहरे के रूप में राजनाथ सिंह ही हैं. राजनाथ सिंह के बारे में कयास लगाया जा रहा था कि इस बार उन्हें लोकसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है, लेकिन राजनाथ सिंह का कद इतना बड़ा है कि शायद उन्हें एक बार फिर सक्रिय राजनीति में जगह दी गई है.
डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय
यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय को मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. महेंद्र नाथ पांडेय पिछली मोदी सरकार में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री थे. चंदौली से दूसरी बार जीत हासिल कर संसद पहुंचे महेंद्र नाथ पांडेय को यूपी में भाजपा और उसके सहयोगी दल को मिलाकर 64 सीटों पर जीत दिलाने की वजह से यह मौका दिया गया है. पूर्वी उत्तर प्रदेश के यह ब्राह्मण चेहरा भी हैं. वहीं इनके मंत्रिमंडल में शामिल होने से यूपी बीजेपी के नए अध्यक्ष की खोज शुरू हो गई है.
स्मृति ईरानी
स्मृति ईरानी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को हराकर संसद पहुंची हैं. ऐसे में उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलने के आसार हैं. स्मृति दूसरी बार मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाई गई हैं. स्मृति ईरानी मोदी की पिछली सरकार में पहले मानव संसाधन विकास मंत्री के रूप में रहीं, उसके बाद उन्हें टेक्सटाइल मिनिस्टर की जिम्मेदारी दी गई थी.
मुख्तार अब्बास नकवी
मुख्तार अब्बास नकवी मोदी सरकार का मुस्लिम चेहरा हैं. वह पिछली सरकार में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री रहे. मुख्तार अब्बास नकवी का गृह राज्य उत्तर प्रदेश है और वह राज्यसभा सांसद हैं.
संतोष गंगवार
बरेली से सांसद संतोष गंगवार को मोदी सरकार में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है. पिछली बार मोदी सरकार में संतोष गंगवार राज्य मंत्री थे. आठ बार के सांसद संतोष गंगवार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पिछड़े समाज के बड़े नेता के रूप में स्थापित हैं. संतोष गंगवार ईमानदार एवं कर्मठ नेता के रूप में अपनी पहचान बनाए हुए हैं. वह लोकसभा में सबसे अनुभवी सांसदों में से एक है.
हरदीप सिंह पुरी
हरदीप सिंह पुरी मोदी सरकार में दोबारा राज्य मंत्री बनाए गए हैं. पिछली बार वह शहरी विकास राज्य मंत्री थे. बीजेपी के वह बड़े सिख चेहरा के रूप में हैं. वह उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं. हरदीप पुरी इस बार अमृतसर से लोकसभा चुनाव लड़े थे लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
जनरल वीके सिंह
पूर्व थल सेना अध्यक्ष जनरल वीके सिंह एक बार फिर मोदी सरकार में राज्य मंत्री बनाए गए हैं. वीके सिंह गाजियाबाद से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं. पिछली बार मोदी सरकार में वह विदेश राज्य मंत्री बनाये गए थे.
साध्वी निरंजन ज्योति
साध्वी निरंजन ज्योति को मोदी मंत्रिमंडल में एक बार फिर राज्य मंत्री के रूप में स्थान मिला है. मोदी की पहली सरकार में वह फूड प्रोसेसिंग राज्य मंत्री की भूमिका में थी. फतेहपुर से वह लगातार दूसरी बार सांसद चुनी गई हैं. उन्हें पिछड़े वर्ग की तेज तर्रार नेता के रूप में जाना जाता है. यूपी से वह दूसरी महिला सांसद हैं जिन्हें मोदी सरकार में जगह मिली है.
संजीव बालियान
संजीव बालियान पश्चिम उत्तर प्रदेश के बड़े जाट नेता के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह को मुजफ्फरनगर से हराया है. बालियान इस सीट से दूसरी बार सांसद चुने गए हैं. मोदी की पहली सरकार में भी संजीव बालियान को राज्य मंत्री बनाया गया था. बीच में ही उन्हें वापस संगठन के कार्य के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में लगा दिया गया था. पश्चिम उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय अध्यक्ष के रूप में उन्होंने काम किया. एक बार फिर बीजेपी जब सत्ता में आई तो मोदी मंत्रिमंडल में उन्हें एक बार फिर राज्य मंत्री के रूप में स्थान मिला है.
इन्हें नहीं मिला स्थान
सुलतानपुर से सांसद मेनका गांधी को इस बार मोदी मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला है. इनके बारे में बताया जा रहा है कि इन्हें लोकसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है. बीजेपी के सांसद सतपाल सिंह और महेश शर्मा को भी इस बार मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला है. यह दोनों लोग पिछली बार मोदी सरकार में राज्य मंत्री थे. वहीं बीजेपी के सहयोगी दल अपना दल (एस) की नेता अनुप्रिया पटेल को भी इस बार मोदी मंत्रिमंडल में स्थान नहीं मिला है. अनुप्रिया पटेल समेत अपना दल (एस) के दो सांसद संसद पहुंचे हैं. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता राज्यसभा सांसद शिव प्रताप शुक्ला को इस बार मोदी मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है. वह पिछली सरकार में वित्त राज्य मंत्री बनाए गए थे.