लखनऊ: उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) में नए भर्ती किए गए विभागाध्यक्षों (एचओडी) और उप-प्रमुखों (उप-विभागाध्यक्षों) के लिए आयोजित दो दिवसीय ओरियंटेशन कम ट्रेनिंग प्रोग्राम शनिवार को सम्पन्न हुआ. ट्रांसपोर्ट नगर डिपो में बने सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर ट्रेनिंग (सीओईटी) में हुए इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य नए कर्मचारियों को कंपनी के मिशन, विजन, कल्चर और कार्य नैतिकता से परिचित कराना था. प्रबंधन में उच्च जिम्मेदारियां लेने के अनुकूल बनाना भी कार्यक्रम का अहम उद्देश्य रहा.
प्रबंध निदेशक ने बताया विजन
इस कार्यक्रम में यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने नए भर्ती अधिकारियोँ को संस्थान के मिशन और विजन से जुड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा कि नवीन विचारों और सक्रिय रणनीति से सभी लक्ष्य तय समय सीमा हासिल किए जा सकते हैं. सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन प्रथाओं का पालन, पेशेवर प्रतिस्पर्धा और सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाने से सब अपने करियर में उत्कृष्टता और सफलता प्राप्त कर सकते हैं.
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन के निदेशक वर्क्स इन्फ्रास्ट्रक्चर संजय मिश्रा ने प्रशिक्षुओं को संबोधित किया. उन्होंने मेट्रो परियोजनाओं के निर्माण से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर ध्यान केंद्रित कर प्रशिक्षुओं से साझा किया. उन्होंने प्रशिक्षुओं को विभिन्न प्रकार की टेंडरिंग प्रक्रियाओं, प्रतिस्पर्धी बोली और कार्य संपादन के नियमों की बारीकियों के बारे में भी समझाया. इस बारे में भी जोर दिया गया कि हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता निविदा प्रक्रियाओं में पारदर्शिता के उच्चतम स्तर को बनाए रखना है.
इससे पहले ओरिएंटेशन-कम-ट्रेनिंग प्रोग्राम के आखिरी दिन की शुरुआत महाप्रबंधक वित्त एसके मित्तल के उद्बोधन से हुई. उन्होंने प्रशिक्षुओं को कंपनी में विभिन्न वित्तीय प्रावधानों, मेट्रो परियोजनाओं में सतर्कता विभाग की भूमिका, यूपी मेट्रो में शक्तियों की अनुसूची, (एसओपी) के बारे में समझाया. इस दौरान जीएम ऑपरेशंस स्वदेश कुमार सिंह ने भी संबोधित किया.