जौनपुर : प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में इस बार परीक्षाएं चुनाव शुरू होने से पहले ही करा ली गई. लोकसभा चुनाव के चलते स्कूल के शिक्षकों और स्कूल की इमारत का प्रयोग होना है, जिसके चलते मार्च महीने में ही परीक्षाएं संपन्न करा ली गई. वहीं जल्दीबाजी में बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से अंकपत्र की छपाई में एक बड़ी गलती हो गई. इस बार के छपे अंकपत्र में सारे नाम मौजूद है, लेकिन छात्र का ही नाम गायब है.अंक पत्र में इतनी बड़ी गलती होने के बाद शिक्षक भी परेशान हैं क्योंकि छात्र का नाम ही सबसे महत्वपूर्ण होता है. और उसका नाम ही इस बार अंकपत्र से गायब है.
बेसिक शिक्षा विभाग की बड़ी भूल, अंकपत्र से छात्र का नाम गायब - up news
बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से अंकपत्र की छपाई में एक बड़ी गलती सामने आई है. इस बार के छपे अंकपत्र में सारे नाम मौजूद है, लेकिन छात्र का ही नाम गायब है.
जौनपुर : प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में इस बार परीक्षाएं चुनाव शुरू होने से पहले ही करा ली गई. लोकसभा चुनाव के चलते स्कूल के शिक्षकों और स्कूल की इमारत का प्रयोग होना है, जिसके चलते मार्च महीने में ही परीक्षाएं संपन्न करा ली गई. वहीं जल्दीबाजी में बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से अंकपत्र की छपाई में एक बड़ी गलती हो गई. इस बार के छपे अंकपत्र में सारे नाम मौजूद है, लेकिन छात्र का ही नाम गायब है.अंक पत्र में इतनी बड़ी गलती होने के बाद शिक्षक भी परेशान हैं क्योंकि छात्र का नाम ही सबसे महत्वपूर्ण होता है. और उसका नाम ही इस बार अंकपत्र से गायब है.
Body:वीओ-वीओ- प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में इस बार परीक्षाएं समय से पहले ही करा ली गई है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए मार्च महीने में ही परीक्षाओं को संपन्न कराया गया । वहीं अब तेजी से स्कूलों में मूल्यांकन का काम चल रहा है। इस बार बेसिक शिक्षा विभाग के अंकपत्र में एक बड़ी गलती सामने आई है। बेसिक शिक्षा विभाग की तरफ से छपे अंकपत्र में छात्र का नाम ही नहीं मौजूद है जबकि उसके पिता, माता का नाम लिखा हुआ है। अंक पत्र में छात्र का नाम सबसे महत्वपूर्ण होता है क्योंकि परीक्षा तो छात्र ने दी है तो उसका काम नाम तो होना चाहिए। बेसिक शिक्षा विभाग की इस गलती का खामियाजा शिक्षक और छात्र को भुगतना पड़ रहा है। अब शिक्षक हाथ से ही छात्र का नाम दर्ज कर रहे हैं।
Conclusion:आरा प्राथमिक स्कूल के प्रधानाध्यापक सुरेश चंद पाठक ने बताया कि विभाग की तरफ से बड़ी गलती हुई है । इस बार अंकपत्र में छात्र का नाम ही नहीं है। यह विभाग की बड़ी मिस्टेक है। अब लोगों को काम आदेश जारी हो चुका है कि छात्र का नाम हाथ से लिखकर उसे दिया जाए।
बाइट- सुरेश चंद पाठक प्रधानाचार्य
पीटीसी
Dharmendra singh
jaunpur
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