लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय के हजारों छात्रों को इन दिनों काफी परेशानियां का सामना करना पड़ रहा है. विधि अंतिम सेमेस्टर में अधूरी मार्कशीट की वजह से हजारों परीक्षार्थियों का साल अधर में है. ऐसे में छात्रों पर पढ़ाई का एक साल खराब हो जाने का खतरा मंडरा रहा है. छात्रों के अनुसार, पीजी प्रवेश परीक्षा में काफी गड़बड़ियां हुई हैं. इसको लेकर सैकड़ों परीक्षार्थियों ने 2 दिन तक जोरदार प्रदर्शन किया था, इसके बाद जांच के लिए कमेटी बनाई गई. छात्रों का कहना है कि सबसे अधिक परेशान विधि 3 वर्षीय पाठ्यक्रम के अंतिम वर्ष सेमेस्टर के परीक्षार्थी हैं.
बता दें, इसको लेकर छात्र दो बार प्रदर्शन कर चुके हैं. आरोप है कि उनकी सुनवाई की जगह मुकदमे की तैयारी की जा रही है. छात्रों का कहना है कि करीब 1400 विद्यार्थियों का भविष्य अधर में है. उनकी पढ़ाई का 1 साल खराब हो जाने का पूरा खतरा मंडरा रहा है. एक विषय में खराब अंक आने से अधिकांश विद्यार्थियों का बैक पेपर आ गया है. दूसरी ओर, विश्वविद्यालय की ओर से आश्वासन दिया गया है कि स्थापना दिवस समारोह समाप्त होने के बाद उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा. विद्यार्थियों को डर है कि लगातार देरी से उनका साल न खराब हो जाए. वे चाहते हैं कि दिसंबर में ही बैक पेपर परीक्षा हो जाए, ताकि उनका साल बर्बाद न हो.
क्या कहते हैं छात्र
छात्रों का कहना है कि कोरोना संक्रमण के दौरान हुई परीक्षा के बाद अंकपत्र इनकंप्लीट है. वो सब विधि अंतिम वर्ष के पाठ्यक्रम के विद्यार्थी हैं. उनके बैक पेपर भी होने हैं इसलिए दिसंबर तक कंप्लीट करवा दिया जाए.
क्या कहते हैं कुलपति
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने बताया कि परीक्षार्थी अपनी कॉपी देख सकते हैं. छात्रों के साथ किसी भी तरह का कोई भी अन्याय नहीं किया जाएगा.