लखनऊः सोमवार से राजधानी के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस का काम फिर से शुरू हुआ. इस दौरान सिर्फ स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस आवेदकों को ही आरटीओ कार्यालय बुलाया गया था. पहले ही दिन सर्वर ने लोगों को परेशान कर दिया. केवल 179 ड्राइविंग लाइसेंस ही बन सके.
75 दिन बाद आरटीओ कार्यालय में ड्राइविंग लाइसेंस के लिए आवेदकों की भीड़ जुटी. हालांकि कोरोना के कारण तीन पालियों में ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने का परिवहन विभाग ने प्लान बनाया था. आवेदकों के मोबाइल पर टाइम स्लॉट का मैसेज किया गया था. आवेदक अपने टाइम से आरटीओ कार्यालय पहुंचे, लेकिन सोमवार सुबह के समय ही सर्वर ने धोखा दे दिया और 11 बजे तक सर्वर पूरी तरह ध्वस्त रहा.
इसके बाद थोड़ी देर सर्वर चला तो कुछ लाइसेंस जारी हुए. पहली पाली खत्म होने के बाद दूसरी पाली के लोग भी आरटीओ कार्यालय पहुंचे. इस दौरान कार्यालय में मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों ने लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया. सर्वर की सुस्त रफ्तार के चलते सुबह से लेकर देर शाम तक आरटीओ कार्यालय खुला रहा, लेकिन 179 स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस ही जारी हो सके.
आरआई सर्वेश चतुर्वेदी ने बताया कि सोमवार सुबह के समय सर्वर बाधित रहा, जिसके चलते 10 से 11 बजे तक लाइसेंस बनने का काम सुस्त रहा, लेकिन इसके बाद सर्वर चला तो लाइसेंस जारी हुए. दिन में फिर से सर्वर नहीं चला, जिसके कारण काफी परेशानी हुई.