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जौनपुर: त्रिलोचन महादेव मंदिर का अनोखा सरोवर, स्नान मात्र से दूर होते हैं चर्म रोग

जौनपुर स्थित त्रिलोचन महादेव मंदिर का अपने आप में एक अलग ही महत्व है, भगवान शिव के इस मंदिर प्रांगण में एक अनोखा सरोवर है, जिसकी मान्यता है कि यहां स्नान करने मात्र से ही सभी तरह के चर्म रोग दूर हो जाते हैं.

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Published : Mar 4, 2019, 10:09 AM IST

Updated : Mar 4, 2019, 12:11 PM IST

त्रिलोचन महादेव मंदिर के प्रांगण में स्थित अनोखा सरोवर.

जौनपुर: जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूर त्रिलोचन महादेव के नाम से भगवान शिव का ऐसा मंदिर है. जहां आने वाले श्रद्धालुओं की भगवान भोले सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. इस मंदिर के प्रांगण में एक ऐसा अनोखा सरोवर है जिसका वर्णन प्राचीन स्कंद पुराण में किया गया है. सरोवर के बारे में कहावत है कि यहां स्नान करने मात्र से ही सारे चर्म रोग दूर हो जाते हैं.

त्रिलोचन महादेव मंदिर के प्रांगण में स्थित अनोखा सरोवर.

शिवरात्रि के पर्व पर जहां भगवान भोले के दर्शन के लिए त्रिलोचन महादेव मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है, तो वहीं इस मौके पर सरोवर में स्नान करने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ जाती है. कहा जाता है कि सरोवर सुरंग के माध्यम से सई नदी से जुड़ा हुआ है. जिसके चलते आज तक सरोवर का पानी कभी सूखा नहीं है और न ही इसकी गहराई को नापा जा सका है.

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सरोवर की प्राचीनता की बात करें तो यह त्रिलोचन महादेव मंदिर के समकालीन की बताई जाती है. सरोवर के बारे में यह भी कहा जाता है इसका जुड़ाव सई नदी से है, जबकि सई नदी सरोवर से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर है.

त्रिलोचन महादेव मंदिर के पुजारी बताते हैं कि इस सरोवर की बहुत मान्यता है. जिसमें स्नान स्नान मात्र से ही सभी तरह के चर्म रोग दूर हो जाते है. उन्होंने बताया कि सरोवर में स्नान करने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से यहां आते हैं.

जौनपुर: जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर की दूर त्रिलोचन महादेव के नाम से भगवान शिव का ऐसा मंदिर है. जहां आने वाले श्रद्धालुओं की भगवान भोले सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं. इस मंदिर के प्रांगण में एक ऐसा अनोखा सरोवर है जिसका वर्णन प्राचीन स्कंद पुराण में किया गया है. सरोवर के बारे में कहावत है कि यहां स्नान करने मात्र से ही सारे चर्म रोग दूर हो जाते हैं.

त्रिलोचन महादेव मंदिर के प्रांगण में स्थित अनोखा सरोवर.

शिवरात्रि के पर्व पर जहां भगवान भोले के दर्शन के लिए त्रिलोचन महादेव मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहता है, तो वहीं इस मौके पर सरोवर में स्नान करने वाले लोगों की संख्या भी बढ़ जाती है. कहा जाता है कि सरोवर सुरंग के माध्यम से सई नदी से जुड़ा हुआ है. जिसके चलते आज तक सरोवर का पानी कभी सूखा नहीं है और न ही इसकी गहराई को नापा जा सका है.

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सरोवर की प्राचीनता की बात करें तो यह त्रिलोचन महादेव मंदिर के समकालीन की बताई जाती है. सरोवर के बारे में यह भी कहा जाता है इसका जुड़ाव सई नदी से है, जबकि सई नदी सरोवर से करीब 8 किलोमीटर की दूरी पर है.

त्रिलोचन महादेव मंदिर के पुजारी बताते हैं कि इस सरोवर की बहुत मान्यता है. जिसमें स्नान स्नान मात्र से ही सभी तरह के चर्म रोग दूर हो जाते है. उन्होंने बताया कि सरोवर में स्नान करने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से यहां आते हैं.

Intro:जौनपुर।। भारत देश की धरती अतुल्य धरोहरों से भरी हुई है ।वहीं उत्तर प्रदेश में कई ऐसे मंदिर है जिनका नाम काफी प्रसिद्ध है। इन मंदिरों में जौनपुर जिले का त्रिलोचन महादेव का मंदिर भी शामिल है। इस मंदिर के प्रांगण में एक सरोवर है जिसका वर्णन प्राचीन स्कंद पुराण में है । इस सरोवर के बारे में कहावत प्रचलित है यहां स्नान करने मात्र से ही सारे चर्म रोग दूर होते हैं जिसके चलते तालाब में शिवरात्रि के मौके पर स्नान करने वाले लोगों की संख्या ज्यादा होती है। वहीं सरोवर को सुरंग के माध्यम से सई नदी से जुड़ा हुआ भी बताया गया है। जिसके चलते आज तक सरोवर का पानी कभी सूखा नहीं है और नही इसकी गहराई को नापा जा सका है।


Body:वीओ- जौनपुर जिले के जिला मुख्यालय से 30 किलोमीटर की दूरी पर स्थित एक ऐसा सरोवर है जिसके बारे में चमत्कार की कई कहानियों का प्रचलित है। त्रिलोचन महादेव मंदिर के सामने स्थित सरोवर के बारे में कहा जाता है कि यह सावन और शिवरात्रि के मौके पर स्नान करने मात्र चाहिए कुष्ठ और चर्म रोग दूर होते हैं । इसलिए इन मौके पर लाखों लोग यहां स्नान करने पहुंचते हैं । मंदिर जितना ही सरोवर की प्राचीनता बताई जाती है। आज तक इस सरोवर का पानी कभी भी सूखा नहीं है और ना ही ही कोई इसकी गहराई को नाप सका है । सरोवर के बारे में यह भी कहा जाता है किसका जुड़ाव सई नदी से है जबकि नदी की दूरी सरोवर से करीब 8 किलोमीटर बताई जाती है। किसी अंदरूनी सुरंग के माध्यम से सरोवर जुड़ा हुआ है तभी तो सरोवर में शैवाल पाई जाती है।


Conclusion:त्रिलोचन महादेव मंदिर के पुजारी ओम प्रकाश गिरी बताते हैं कि इस सरोवर मात्र में स्नान करने से चर्म रोग दूर होते हैं। वही इस सरोवर का पानी कभी सूखा नहीं।

बाइट- ओम प्रकाश गिरी मंदिर पुजारी


कमलेश गिरी ने बताया किस सरोवर में स्नान करने मात्र से कुष्ठ रोग और चर्म रोग दूर होते हैं। इसलिए लोग दूरदराज से स्नान करने के लिए पहुंचते हैं।

बाइट- कमलेश गिरी स्थानीय विद्वान

पीटीसी

Dharmendra singh
jaunpur
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Last Updated : Mar 4, 2019, 12:11 PM IST
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