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जानिए ! अमेठी लोकसभा सीट पर स्थानीय जनता की राय - अमेठी लोकसभा सीट पर स्थानीय जनता की राय

अमेठी लोकसभा सीट पर देश की निगाहें टिकी हुईं हैं. इसकी वजह है इस सीट से जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मैदान में है तो वहीं भाजपा ने पार्टी की फायर ब्रांड नेता स्मृति ईरानी को एक बार फिर अपना उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि स्मृति ईरानी 2014 में इसी सीट से चुनाव हार गई थीं.

अमेठी लोकसभा सीट पर स्थानीय जनता की राय.
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Published : Apr 19, 2019, 8:15 PM IST

रायबरेली: अमेठी के सियासी रण में भाग्य आजमा रहे राजनीति के दो बड़े धुरंधरों में से बाजी मारने में कौन कामयाब होगा यह तो 23 मई को पता चल पाएगा. लेकिन अभी से पूरे देश की निगाहें जिले की इस सीट पर हैं. जब ईटीवी भारत ने इस सीट को लेकर स्थानीय लोगों की राय ली तो उनकी मिली-जुली प्रतिक्रिया रही.

अमेठी लोकसभा सीट पर स्थानीय जनता की राय.

सलोन विधानसभा के डीह ब्लॉक में भाजपा और कांग्रेस में कौन से दल की जमीनी पकड़ ज्यादा मजबूत होने के सवाल किया गया तो कुछ लोगों ने राहुल गांधी के सिर दोबारा जीत का सेहरा बंधने की बात कही, तो वही कुछ लोगों ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए स्मृति ईरानी को बेहतर सांसद साबित होने की दलील दी.

बता दें कि वर्ष 2004 से लगातार राहुल गांधी अमेठी संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं, उनके द्वारा क्षेत्र में किए गए विकास के दावों पर विपक्षी चाहे जितना प्रश्नचिन्ह लगाते हो, लेकिन कांग्रेस समर्थकों के लिए तो आज भी राहुल उतने ही चहेते हैं, जितना राजीव गांधी के दौर में कांग्रेस की लोकप्रियता हुआ करती थी.

वहीं भाजपाई समर्थक मोदी सरकार की फायर ब्रांड नेता स्मृति ईरानी को अमेठी से जीत का तोहफ़ा देने की बात कह रहे है. अमेठी क्षेत्र को विकास की कसौटी पर बेहद कमजोर आंकते हुए स्मृति प्रशसंक गांधी परिवार को इस बार अमेठी से निराश होने की बात कह रहे हैं.

रायबरेली: अमेठी के सियासी रण में भाग्य आजमा रहे राजनीति के दो बड़े धुरंधरों में से बाजी मारने में कौन कामयाब होगा यह तो 23 मई को पता चल पाएगा. लेकिन अभी से पूरे देश की निगाहें जिले की इस सीट पर हैं. जब ईटीवी भारत ने इस सीट को लेकर स्थानीय लोगों की राय ली तो उनकी मिली-जुली प्रतिक्रिया रही.

अमेठी लोकसभा सीट पर स्थानीय जनता की राय.

सलोन विधानसभा के डीह ब्लॉक में भाजपा और कांग्रेस में कौन से दल की जमीनी पकड़ ज्यादा मजबूत होने के सवाल किया गया तो कुछ लोगों ने राहुल गांधी के सिर दोबारा जीत का सेहरा बंधने की बात कही, तो वही कुछ लोगों ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए स्मृति ईरानी को बेहतर सांसद साबित होने की दलील दी.

बता दें कि वर्ष 2004 से लगातार राहुल गांधी अमेठी संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं, उनके द्वारा क्षेत्र में किए गए विकास के दावों पर विपक्षी चाहे जितना प्रश्नचिन्ह लगाते हो, लेकिन कांग्रेस समर्थकों के लिए तो आज भी राहुल उतने ही चहेते हैं, जितना राजीव गांधी के दौर में कांग्रेस की लोकप्रियता हुआ करती थी.

वहीं भाजपाई समर्थक मोदी सरकार की फायर ब्रांड नेता स्मृति ईरानी को अमेठी से जीत का तोहफ़ा देने की बात कह रहे है. अमेठी क्षेत्र को विकास की कसौटी पर बेहद कमजोर आंकते हुए स्मृति प्रशसंक गांधी परिवार को इस बार अमेठी से निराश होने की बात कह रहे हैं.

Intro:अमेठी के मैदान में देश के 2 बड़े सियासी दलों के बीच हो रहे घमासान पर क्या सोचती है स्थानीय जनता?

अमेठी के ग्राउंड जीरो से ETV भारत की विशेष रिपोर्ट - कांग्रेस या भाजपा किसका रहेगा परचम?

19 अप्रैल 2019 - अमेठी/रायबरेली

अमेठी के सियासी रण में भाग्य आजमा रहे राजनीति के दो बड़े धुरंधरों में से बाजी मारने में कौन क़ामयाब होगा यह तो 23 मई को पता चल पाएगा पर लोकसभा चुनावों के पांचवें चरण में होने वाले मतदान के दिन 06 मई को देश की निगाहें अमेठी पर आकर ठिठक जाएंगी।राजनीतिक पंडित भले ही तमाम तरह के कयास लगा रहे हो और अभी से किसी की जीत या हार की भविष्यवाणी कर रहे हो पर कांटों के मुकाबले का परिणाम भांपना किसी के लिए भी आसान नहीं होगा। अमेठी संसदीय क्षेत्र के सलोन विधानसभा के जेहन में किस प्रत्यासी को विजई बनाकर लोकसभा भेजना की मंशा है इसको टटोलने का प्रयास इस ग्राउंड जीरो कवरेज रिपोर्ट में हुआ है।



Body:सलोन विधानसभा के डीह ब्लॉक में भाजपा व कांग्रेस में से कौन से सियासी दल की जमीनी पकड़ ज्यादा मजबूत होने के सवाल किया गया तो स्थानीय लोगों ने मिलीजुली प्रतिक्रिया व्यक्त की। जहां कांग्रेस के प्रशंसकों और गांधी परिवार को ज्यादा करीबी मानने वाले लोगों ने एक ओर राहुल गांधी को अमेठी सीट से पुनः जीत का सेहरा बांधे जाने की बात कही,वही कुछ लोगों ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए स्मृति ईरानी को बेहतर सांसद साबित होने की दलील दी।

वर्ष 2004 से लगातार राहुल गांधी अमेठी संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं, उनके द्वारा क्षेत्र में किए गए विकास के दावों पर विपक्षी चाहे जितना प्रश्नचिन्ह लगाते हो पर कांग्रेस समर्थकों के लिए तो आज भी राहुल उतने ही चहेते हैं जितना राजीव गांधी और संजय गांधी के दौर में कांग्रेस की लोकप्रियता हुआ करती थी।

वही भाजपाई समर्थक मोदी सरकार की फायर ब्रांड नेता स्मृति ईरानी को अमेठी से जीत का तोहफ़ा देने की बात कहने से नही चूकते।अमेठी क्षेत्र को विकास की कसौटी पर बेहद कमजोर आंकते हुए स्मृति प्रशसंक गांधी परिवार को इस बार अमेठी से निराश होने की बात कहते है।


विज़ुअल व बाइट : स्थानीय जनता - सलोन विधानसभा - अमेठी

प्रणव कुमार - 7000024304


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