रायबरेली: अमेठी के सियासी रण में भाग्य आजमा रहे राजनीति के दो बड़े धुरंधरों में से बाजी मारने में कौन कामयाब होगा यह तो 23 मई को पता चल पाएगा. लेकिन अभी से पूरे देश की निगाहें जिले की इस सीट पर हैं. जब ईटीवी भारत ने इस सीट को लेकर स्थानीय लोगों की राय ली तो उनकी मिली-जुली प्रतिक्रिया रही.
सलोन विधानसभा के डीह ब्लॉक में भाजपा और कांग्रेस में कौन से दल की जमीनी पकड़ ज्यादा मजबूत होने के सवाल किया गया तो कुछ लोगों ने राहुल गांधी के सिर दोबारा जीत का सेहरा बंधने की बात कही, तो वही कुछ लोगों ने मोदी सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए स्मृति ईरानी को बेहतर सांसद साबित होने की दलील दी.
बता दें कि वर्ष 2004 से लगातार राहुल गांधी अमेठी संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते आ रहे हैं, उनके द्वारा क्षेत्र में किए गए विकास के दावों पर विपक्षी चाहे जितना प्रश्नचिन्ह लगाते हो, लेकिन कांग्रेस समर्थकों के लिए तो आज भी राहुल उतने ही चहेते हैं, जितना राजीव गांधी के दौर में कांग्रेस की लोकप्रियता हुआ करती थी.
वहीं भाजपाई समर्थक मोदी सरकार की फायर ब्रांड नेता स्मृति ईरानी को अमेठी से जीत का तोहफ़ा देने की बात कह रहे है. अमेठी क्षेत्र को विकास की कसौटी पर बेहद कमजोर आंकते हुए स्मृति प्रशसंक गांधी परिवार को इस बार अमेठी से निराश होने की बात कह रहे हैं.