प्रयागराज : पश्चिम बंगाल में डॉ. परिभा मुखर्जी पर हुए जानलेवा हमले के विरोध में लामबंद डॉक्टरों ने शुक्रवार को काली पट्टी बांधकर काम किया. पश्चिम बंगाल के कोलकाता से शुरू हुई डॉक्टरों की हड़ताल के समर्थन में शनिवार को प्रयागराज के स्वरूपरानी हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टरों ने बेमियादी हड़ताल जारी रखी.
स्वरूपरानी हॉस्पिटल में जूनियर डॉक्टरों ने ओपीडी, पैथालॉजी और मेडिकल स्टोर बंद कराकर प्रदर्शन किया. इससे दूर-दूर से आए मरीज, तीमारदार भटकते रहे. एएमए और पीएमएस संघ के पदाधिकारियों ने पीएम नरेंद्र मोदी को संबोधित ज्ञापन प्रभारी जिलाधिकारी को दिया.
जानिए क्या है पूरा मामला
- आईएमए ने घटना के विरोध में देश भर में काला दिवस मनाने का एलान किया था.
- सरकारी और निजी स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े चिकित्सकों ने काली पट्टी बांधकर काम किया.
- स्वरूपरानी हॉस्पिटल में सुबह करीब 10.30 बजे जूनियर डॉक्टरों ने विरोध प्रदर्शन किया.
- नाराज चिकित्सकों ने पंजीकरण काउंटर के साथ पैथालॉजी बंद करा दी.
- गायनी विभाग के सामने एकत्र डॉक्टरों ने ‘वी वांट जस्टिस’ और ‘सेवा के बदले हमला, नहीं चलेगा’, जैसे नारे लगाते हुए सभा की.
- यहां से निकले डॉक्टरों ने अस्पताल परिसर के भीतर और बाहर स्थित मेडिकल स्टोर और अन्य दुकानें बंद करा दीं.
- स्वरूपरानी हॉस्पिटल में बड़ी संख्या में मौजूद जूनियर डॉक्टरों के हाथों में स्लोगन लिखे प्लेकार्ड के साथ धरने पर बैठे.
- डॉक्टरों ने इमरजेंसी सेवाओं को छोड़ सभी सेवाओं को बंद कराया और जमकर नारेबाजी की.
- ममता सरकार का डॉक्टरों के खिलाफ रवैये का पुरजोर विरोध किया.
जब तक बिना शर्त सीएम ममता बनर्जी माफी नहीं मांगतीं और हम लोगों की 6 सूत्रीय मांगें पूरी नहीं होतीं तब तक हम लोग हड़ताल से वापस नहीं जाएंगे. यही नहीं अभी तो ओपीडी बंद किया गया है, सोमवार से इमरजेंसी सेवाएं बंद कर दी जाएंगी.
-हड़ताल पर बैठे जूनियर डॉक्टर