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ईटीवी भारत से बातचीत में छलका इंटरनेशनल शूटर का दर्द - पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड

पुलिस विभाग की इंटरनेशनल शूटर रंजना का सारा सामान और मेडल एक दुर्घटना में जलकर राख हो गया. दरअसल रंजना पीएसी की व्यायामशाला में बने कमरे में रह रही थी, जिसमें आग लगने से उनका काफी नुकसान हो गया.

इंटरनेशनल शूटर रंजना गुप्ता
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Published : Jul 2, 2019, 7:07 PM IST

सीतापुर: ग्यारहवीं वाहिनी पीएसी की व्यायामशाला में लगी आग से पुलिस विभाग की इंटरनेशनल शूटर रंजना गुप्ता के अरमान भी जलकर खाक हो गए, जिसे उन्होंने अपने भविष्य और पुलिस विभाग की शान बुलंद करने के लिए संजोया था. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने के इरादे से पूर्वाभ्यास के लिए जिन बेशकीमती रायफलों और कारतूसों का जखीरा इकट्ठा किया था, वे भी आग की लपटों का निवाला बन गए.

ईटीवी भारत से बातचीत में छलका इंटरनेशनल शूटर का दर्द

जलकर राख हुआ सारा सामान:

  • इंस्पेक्टर रंजना गुप्ता पुलिस विभाग का जाना पहचाना नाम है.
  • रंजना की झांसी जिले में नागरिक पुलिस के इंस्पेक्टर पद पर तैनाती है.
  • जिसे शूटिंग के क्षेत्र में इंटरनेशनल स्तर पर विभाग का नाम रोशन करने के लिए जाना जाता है.
  • वर्ष 2007 में भर्ती हुई रंजना गुप्ता 600 में 596 अंक प्राप्त कर वर्ल्ड पुलिस रिकॉर्ड भी हासिल कर चुकी हैं.
  • यूएसए में उन्हें 3 गोल्ड, एक सिल्वर तथा 2 कांस्य पदक हासिल हुए थे.
  • सैकड़ों मेडल और सर्टिफिकेट आग में धू-धू कर जल गए.
  • इस हादसे में इंस्पेक्टर रंजना का करीब 70 से 80 लाख का नुकसान हुआ है.

इंटरनेशनल स्तर की ख्याति प्राप्त करने के लिए उन्होंने बहुत कुछ कुर्बानी दी.भोजन में चावल और लाल मिर्च जैसी चीजों का जहां त्याग किया. वहीं एयरकंडीशनर के इस्तेमाल से भी परहेज किया.लोगों से कर्ज लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर की रायफलें खरीदी और अभ्यास के लिए भारी मात्रा में कारतूस भी. मकसद था तो बस एक कि किस तरह शूटिंग के क्षेत्र में किस तरह से अपना और पुलिस विभाग का नाम रोशन किया जा सके.अंतिम स्तर के अभ्यास सारा सामान जुटाने के बाद रंजना दो-तीन दिन चैन सुकून से सोई थी, लेकिन 21 जून को हुए हादसे ने उनकी नींद ऐसी उड़ाई कि अब जीवन मे यह पल याद आने पर शायद ही कभी नींद आ सके.
-रंजना गुप्ता, इंटरनेशनल शूटर

सीतापुर: ग्यारहवीं वाहिनी पीएसी की व्यायामशाला में लगी आग से पुलिस विभाग की इंटरनेशनल शूटर रंजना गुप्ता के अरमान भी जलकर खाक हो गए, जिसे उन्होंने अपने भविष्य और पुलिस विभाग की शान बुलंद करने के लिए संजोया था. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने के इरादे से पूर्वाभ्यास के लिए जिन बेशकीमती रायफलों और कारतूसों का जखीरा इकट्ठा किया था, वे भी आग की लपटों का निवाला बन गए.

ईटीवी भारत से बातचीत में छलका इंटरनेशनल शूटर का दर्द

जलकर राख हुआ सारा सामान:

  • इंस्पेक्टर रंजना गुप्ता पुलिस विभाग का जाना पहचाना नाम है.
  • रंजना की झांसी जिले में नागरिक पुलिस के इंस्पेक्टर पद पर तैनाती है.
  • जिसे शूटिंग के क्षेत्र में इंटरनेशनल स्तर पर विभाग का नाम रोशन करने के लिए जाना जाता है.
  • वर्ष 2007 में भर्ती हुई रंजना गुप्ता 600 में 596 अंक प्राप्त कर वर्ल्ड पुलिस रिकॉर्ड भी हासिल कर चुकी हैं.
  • यूएसए में उन्हें 3 गोल्ड, एक सिल्वर तथा 2 कांस्य पदक हासिल हुए थे.
  • सैकड़ों मेडल और सर्टिफिकेट आग में धू-धू कर जल गए.
  • इस हादसे में इंस्पेक्टर रंजना का करीब 70 से 80 लाख का नुकसान हुआ है.

इंटरनेशनल स्तर की ख्याति प्राप्त करने के लिए उन्होंने बहुत कुछ कुर्बानी दी.भोजन में चावल और लाल मिर्च जैसी चीजों का जहां त्याग किया. वहीं एयरकंडीशनर के इस्तेमाल से भी परहेज किया.लोगों से कर्ज लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर की रायफलें खरीदी और अभ्यास के लिए भारी मात्रा में कारतूस भी. मकसद था तो बस एक कि किस तरह शूटिंग के क्षेत्र में किस तरह से अपना और पुलिस विभाग का नाम रोशन किया जा सके.अंतिम स्तर के अभ्यास सारा सामान जुटाने के बाद रंजना दो-तीन दिन चैन सुकून से सोई थी, लेकिन 21 जून को हुए हादसे ने उनकी नींद ऐसी उड़ाई कि अब जीवन मे यह पल याद आने पर शायद ही कभी नींद आ सके.
-रंजना गुप्ता, इंटरनेशनल शूटर

Intro:सीतापुर: ग्यारहवीं वाहिनी पीएसी की व्यायामशाला में लगी आग में पुलिस विभाग की इंटरनेशनल शूटर रंजना गुप्ता के वे अरमान भी जलकर खाक हो गए जिसे उन्होंने अपने भविष्य और पुलिस विभाग की शान बुलंद करने के लिए संजोया था.

उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने के इरादे से पूर्वाभ्यास के लिए जिन बेशकीमती रायफलों और कारतूसों का जखीरा इकट्ठा किया था वे भी आग की लपटों का निवाला बन गए.आग की क्रूर लपटों ने रंजना की जीवन भर की कमाई ही नही वह पहचान भी मिटा दी जिसके लिए वह पुलिस विभाग में पहचानी जाती थी.सैकड़ों मेडल और सर्टिफिकेट आग में धू-धू कर जल गए और सब कुछ राख के ढेर में तब्दील हो गया.


Body:इंस्पेक्टर रंजना गुप्ता पुलिस विभाग का वह जाना पहचाना नाम है जिसे शूटिंग के क्षेत्र में इंटरनेशनल स्तर पर विभाग का नाम रोशन करने के लिए जाना जाता है.वर्ष 2007 में भर्ती हुई रंजना गुप्ता 600 में 596 अंक प्राप्त कर वर्ल्ड पुलिस रिकॉर्ड भी हासिल कर चुकी हैं. वे यूएसए के अलावा साउथ कोरिया,भूटान समेत कई देशों के शूटिंग कंपटीशन में हिस्सा लेकर भारत की शान बुलंद कर चुकी हैं. यूएसए में उन्हें 3 गोल्ड,एक सिल्वर तथा 2 कांस्य पदक हासिल हुए थे. ईटीवी में बातचीत में इंस्पेक्टर रंजना गुप्ता ने बताया कि इंटरनेशनल स्तर की ख्याति प्राप्त करने के लिए उन्होंने बहुत कुछ कुर्बानी दी.भोजन में चावल और लाल मिर्च जैसी चीज़ों का जहां त्याग किया वहीं एयरकंडीशनर के इस्तेमाल से भी परहेज किया.लोगों से कर्ज लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर की रायफलें खरीदी और अभ्यास के लिए भारी मात्रा में कारतूस भी.मकसद था तो बस एक कि किस तरह शूटिंग के क्षेत्र में किस तरह से अपना और पुलिस विभाग का नाम रोशन किया जा सके.अंतिम स्तर के अभ्यास सारा सामान जुटाने के बाद रंजना दो-तीन दिन चैन सुकून से सोई थी लेकिन 21 जून को हुए हादसे ने उनकी नींद ऐसी उड़ाई कि अब जीवन मे यह पल याद आने पर शायद ही कभी नींद आ सके.


Conclusion:इस हादसे में इंस्पेक्टर रंजना का करीब 70 से 80 लाख का नुकसान हुआ है.रंजना की झांसी जिले में नागरिक पुलिस के इंस्पेक्टर पद पर तैनाती है.उन्हें पुलिस स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड द्वारा अभ्यास के लिए वर्ष 2016 से यहां पीएसी 11 वीं वाहिनी में सम्बद्ध कर रखा है. वे पीएसी की व्यायामशाला में बने क्वार्टर में रह रही थी जिसमे आग लगने से उनका सारा प्रैक्टिस का सामान और मैडल आदि जलकर राख हो गया.

वन 2 वन रंजना गुप्ता

सीतापुर से नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट,9415084887
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