झांसीः जनपद में ट्राईबल टूरिज्म को बढ़ावा देने की कवायद की जा रही है. इसके तहत एक गांव का चयन कर वहां के लोगों की हस्तकला को प्रोत्साहित किया जाएगा. साथ ही गांव को विकसित कर वहां पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा. ग्रामीण विकास ट्रस्ट जल्द ही झांसी के किसी गांव का चयन कर यह अभिनव पहल करने जा रहा है. बुधवार को संस्था के पदाधिकारियों ने झांसी के डीएम आन्द्रा वामसी से मुलाकात कर योजना पर चर्चा की.
ग्रामीण विकास ट्रस्ट के प्रबंध निदेशक शिवशंकर सिंह एवं प्रोजेक्ट मैनेजर ऋतुराज राठौर ने बुधवार को झांसी के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान समाजवादी पार्टी के नेता यशपाल सिंह यादव भी मौजूद रहे. ट्रस्ट के अधिकारियों ने इस क्षेत्र के आदिवासी और सहरिया जाति के लोगों के बीच योजना को अंतिम रूप देकर जल्द काम शुरू करने की बात कही.
योजना के तहत इस क्षेत्र में ट्राईबल टूरिज़्म को बढ़ावा देने के मकसद से आदिवासियों का कोई एक गांव चयनित कर उनकी हस्तकला को प्रोत्साहित किया जाएगा. उनके गांव को विकसित कर वहां पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा, जिससे वे ग्रामीण परिवेश में रुकें और इन जनजातीय लोगों के उत्पादों की खरीदारी करें. इसके साथ ही स्वयं सहायता समूह स्थापित कर 15-15 लोगों के समूह बनाकर उन्हें कुटीर उद्योगों से जोड़ा जाएगा.
झांसी में ट्राईबल टूरिज्म को बढ़ावा देने की पहल, आदिवासी उत्पादों को मिलेगा प्रोत्साहन
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में ट्राईबल टूरिज्म को बढ़ावा देने की कवायद की जा रही है. इसके तहत एक गांव का चयन कर वहां के लोगों की हस्तकला को प्रोत्साहित किया जाएगा. बुधवार को ग्रामीण विकास ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने झांसी के डीएम आन्द्रा वामसी से मुलाकात कर योजना पर चर्चा की.
झांसीः जनपद में ट्राईबल टूरिज्म को बढ़ावा देने की कवायद की जा रही है. इसके तहत एक गांव का चयन कर वहां के लोगों की हस्तकला को प्रोत्साहित किया जाएगा. साथ ही गांव को विकसित कर वहां पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा. ग्रामीण विकास ट्रस्ट जल्द ही झांसी के किसी गांव का चयन कर यह अभिनव पहल करने जा रहा है. बुधवार को संस्था के पदाधिकारियों ने झांसी के डीएम आन्द्रा वामसी से मुलाकात कर योजना पर चर्चा की.
ग्रामीण विकास ट्रस्ट के प्रबंध निदेशक शिवशंकर सिंह एवं प्रोजेक्ट मैनेजर ऋतुराज राठौर ने बुधवार को झांसी के ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा किया. इस दौरान समाजवादी पार्टी के नेता यशपाल सिंह यादव भी मौजूद रहे. ट्रस्ट के अधिकारियों ने इस क्षेत्र के आदिवासी और सहरिया जाति के लोगों के बीच योजना को अंतिम रूप देकर जल्द काम शुरू करने की बात कही.
योजना के तहत इस क्षेत्र में ट्राईबल टूरिज़्म को बढ़ावा देने के मकसद से आदिवासियों का कोई एक गांव चयनित कर उनकी हस्तकला को प्रोत्साहित किया जाएगा. उनके गांव को विकसित कर वहां पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा, जिससे वे ग्रामीण परिवेश में रुकें और इन जनजातीय लोगों के उत्पादों की खरीदारी करें. इसके साथ ही स्वयं सहायता समूह स्थापित कर 15-15 लोगों के समूह बनाकर उन्हें कुटीर उद्योगों से जोड़ा जाएगा.