गोरखपुर: 7 फरवरी से शुरू हो रही यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा को नकलविहीन और शुचितापूर्ण कराने के लिए गोरखपुर जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है. परीक्षा को लेकर सख्ती का आलम यह है कि डीएम के अनुसार जिस विद्यालय पर नकल पाई गई वहां के केंद्र व्यवस्थापक और प्रबंधक पर रासुका के तहत कार्रवाई की जाएगी. गोरखपुर में 212 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा होगी तो पूरे मंडल में इसके लिए 703 केंद्र बनाए गए हैं.
यूपी बोर्ड की परीक्षा में इस बार कई तरह के बदलाव किए गए हैं. नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए हर कक्षा में 2 सीसीटीवी कैमरे और वॉइस रिकॉर्ड भी लगाया गया है. यही नहीं परीक्षार्थियों को अपने कॉपी के हर पन्ने पर अनुक्रमांक लिखने की बाध्यता तय की गई है. परीक्षार्थी की उपस्थिति के साथ उसके परीक्षा कॉपी का क्रमांक भी अंकित किया जाएगा.
इस बार सुबह की पाली की परीक्षा का समय 7:30 बजे के बजाय 8:00 बजे से कर दिया गया है. यही नहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में जो सबसे बड़ा बदला हुआ है वह यह है कि सभी विषयों के मात्र एक प्रश्न पत्र ही होंगे. जिससे परीक्षार्थियों को तो सहूलियत प्रदान होगी ही परीक्षा संचालन में भी आसानी होगी. गोरखपुर मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक वाइके सिंह ने सभी तैयारियों को पूर्ण कर लिए जाने की बात कही है तो स्कूलों में भी परीक्षा की तैयारी में शिक्षक जुटे हैं. सभी केंद्रों पर करीब 55 सौ शिक्षक निगरानी का काम करेंगे. परीक्षा के लिए तीन जगह कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, जिसमें डीएम आवास, डीआईओएस कार्यालय भी शामिल है.
गोरखपुर में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 1 लाख 51 हजार 689 विद्यार्थी शामिल होंगे. कक्ष निरीक्षक भी अपने साथ मोबाइल नहीं रख सकेंगे तो दृष्टि बाधित बच्चों को अतिरिक्त समय दिया जाएगा. विद्यार्थियों को पेपर पढ़ने के लिए 3 घंटे की परीक्षा के अलावा 15 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाएगा. जिले में कुल 9 विद्यालयों को अति संवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। जहां पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती रहेगी. अब हर वर्ष की तरह रिक्शा, साइकिल या मोटरसाइकिल पर कॉपियों को जमा करने नहीं ले जाया जा सकेगा. इसके लिए बंद गाड़ी की व्यवस्था अनिवार्य कर दी गई है। विद्यार्थियों की संख्या की बात करें तो हाई स्कूल में 81795 और इंटरमीडिएट में 69894 परीक्षार्थी शामिल होंगे। यह परीक्षा 2 मार्च तक चलेगी.