हाथरस : गांव में मीठा पानी लाने के लिए उपवास पर बैठे नगला मया के चंद्रपाल को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने शुक्रवार की रात परिवार सहित जिला अस्पताल पहुंचाया है.जहां पति पत्नी दोनों का इलाज चल रहा है.अधिकारियों का कहना है कि हमारी वरीयता इनका जीवन है. चंद्रपाल और उसकी पत्नी 27 जून से उपवास थे.
खारे पानी से निजात के लिए पति पत्नी ने किया अनशन
- जिले में हसायन ब्लॉक के कई गांव खारे पानी की समस्या से जूझ रहे हैं.
- यहां लोगों को कई किलोमीटर दूर से मीठा पानी लाना पड़ता है.
- गांव नगला मया व अन्य गांवों के लोग करीब दो वर्ष से पीने के पानी के लिए आंदोलन कर रहे हैं.
- जिला प्रशासन गांवों में मीठे पानी के लिए दो बार शासन को एस्टीमेट बनाकर भी भेज चुका है, लेकिन स्वीकृति नहीं मिली है.
- इससे आहत चंद्रपाल ने रविवार देर रात सोशल मीडिया पर एक बार फिर से वीडियो वायरल किया है.
- इस समस्या को लेकर अब वह 27 जून से अपनी पत्नी नेहा के साथ उपवास पर था.
- शुक्रवार की रात पति-पत्नी को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने घर से उठाकर जिला अस्पताल पहुंचाया है.
इनका तत्काल इलाज जरूरी है. इसलिए इन्हें हम रात में अस्पताल लाए हैं. गांव में खारे पानी की समस्या है, जिसकी कमी को दूर करने के लिए टैंकर से गांव में पानी पहुंचाया जा रहा है. जिला अस्पताल में चंद्रपाल और उसकी पत्नी का इलाज करने वाले डॉक्टर ने दोनों की स्थिति सामान्य है. एहतियात के तौर पर दोनों को इलाज दिया जा रहा है.
-राम मिश्र,एसडीएम सिकंदराराऊ
यह मेरा अनशन नहीं अंतिम सफर है. मर जाऊंगा लेकिन अपनी जिद नहीं छोडूंगा. यह मुझे हॉस्पिटल ले आए या जेल में डाल दें लेकिन मैं और मेरा परिवार अपनी मुहिम से पीछे हटने वाले नहीं है.
- चंद्रपाल
वहीं चंद्रपाल की पत्नी नेहा ने पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के घर से उठा कर लाने के तरीके पर ऐतराज़ उठाया. अभी तो पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने चंद्रपाल और उसकी पत्नी नेहा को जिला अस्पताल भर्ती करा दिया गया है.