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गोरखपुर: साढ़े सात लाख मानव कार्य दिवस का सृजन, प्रवासी मजदूरों को मिलेगा काम

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Published : Jun 11, 2020, 7:01 PM IST

यूपी के गोरखपुर में प्रवासी मजदूरों को अधिकतम रोजगार उपलब्ध कराने के लिए शासन ने 7 लाख 58 हजार मानव कार्य दिवस का लक्ष्य दिया है. वहीं इसके तहत ग्राम पंचायत स्तर पर शौचालय निर्माण से लेकर सड़क के निर्माण पर पूरा जोर देना है. इस पूर्ण करने का अंतिम समय 30 जून निर्धारित किया है.

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साढ़े सात लाख मानव कार्य दिवस का सृजन

गोरखपुर: शासन की ठप पड़ी परियोजनाओं को समय से पूरा करने और कोरोना संकट के समय जिले में आए प्रवासी मजदूरों को अधिकतम रोजगार उपलब्ध कराने के लिए, शासन ने 7 लाख 58 हजार मानव कार्य दिवस का लक्ष्य दिया है. इसके तहत ग्राम पंचायत स्तर पर शौचालय निर्माण से लेकर सड़क, पंचायत भवन और कम्युनिटी शौचालय के निर्माण पर पूरा जोर देना है.

यही नहीं 30 जून तक इस लक्ष्य को हासिल करने की अंतिम तारीख भी निर्धारित की गई है. सीएम योगी के निर्देश के बाद जिले के अधिकारियों को गुरुवार को निदेशक पंचायती राज किंजल सिंह ने लक्ष्य हासिल करने के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया है.

जिले की 1352 ग्राम पंचायतों में लॉकडाउन की वजह से होने वाले तरह-तरह के विकास कार्य रुके हुए हैं. जिसे शासन ने पूर्ण करने का अंतिम समय 30 जून निर्धारित किया है. इसके साथ ही इन कार्यों में प्रवासी मजदूरों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने की बात सीएम योगी ने कही है. जिले में इस योजना के तहत करीब 22 हजार प्रवासी मजदूरों का जॉब कार्ड बनाया गया है. इसके अलावा पहले से गांव में रहने वाले जॉब कार्ड धारक मनरेगा मजदूर मौजूद हैं. जिनसे सड़क, शौचालय और पंचायत भवन समेत अन्य कार्य लिए जाने हैं. जिले के एनआईसी भवन में इन्हीं बिंदुओं पर तेजी के साथ काम करने के लिए डायरेक्टर पंचायती राज ने डीपीआरओ समेत संबंधित अधिकारियों को समय से कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं.

इसे भी पढ़ें-गोरखपुर: चौरी-चौरा में पढ़े-लिखे युवा भी कर रहे मनरेगा में मजदूरी

इन लक्ष्यों को तेजी से साधने के पीछे शासन की कई तरह की मनसा काम कर रही है. पहली यह कि प्रवासी मजदूरों को काम मिले. दूसरी यह की पंचायतों में अवशेष धन समय से खर्च कर लिया जाए और तीसरी जो सबसे बड़ी बात है वह यह कि मानव कार्य दिवस के साथ धन के सदुपयोग से जनहित की अधूरी और आवश्यक परियोजनाओं को पूर्ण भी कर लिया जाए. इसलिए 7.50 लाख से अधिक मानव कार्य दिवस सृजित करके इसे तेजी के साथ पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

गोरखपुर: शासन की ठप पड़ी परियोजनाओं को समय से पूरा करने और कोरोना संकट के समय जिले में आए प्रवासी मजदूरों को अधिकतम रोजगार उपलब्ध कराने के लिए, शासन ने 7 लाख 58 हजार मानव कार्य दिवस का लक्ष्य दिया है. इसके तहत ग्राम पंचायत स्तर पर शौचालय निर्माण से लेकर सड़क, पंचायत भवन और कम्युनिटी शौचालय के निर्माण पर पूरा जोर देना है.

यही नहीं 30 जून तक इस लक्ष्य को हासिल करने की अंतिम तारीख भी निर्धारित की गई है. सीएम योगी के निर्देश के बाद जिले के अधिकारियों को गुरुवार को निदेशक पंचायती राज किंजल सिंह ने लक्ष्य हासिल करने के लिए वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देशित किया है.

जिले की 1352 ग्राम पंचायतों में लॉकडाउन की वजह से होने वाले तरह-तरह के विकास कार्य रुके हुए हैं. जिसे शासन ने पूर्ण करने का अंतिम समय 30 जून निर्धारित किया है. इसके साथ ही इन कार्यों में प्रवासी मजदूरों को अधिक से अधिक रोजगार उपलब्ध कराने की बात सीएम योगी ने कही है. जिले में इस योजना के तहत करीब 22 हजार प्रवासी मजदूरों का जॉब कार्ड बनाया गया है. इसके अलावा पहले से गांव में रहने वाले जॉब कार्ड धारक मनरेगा मजदूर मौजूद हैं. जिनसे सड़क, शौचालय और पंचायत भवन समेत अन्य कार्य लिए जाने हैं. जिले के एनआईसी भवन में इन्हीं बिंदुओं पर तेजी के साथ काम करने के लिए डायरेक्टर पंचायती राज ने डीपीआरओ समेत संबंधित अधिकारियों को समय से कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं.

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इन लक्ष्यों को तेजी से साधने के पीछे शासन की कई तरह की मनसा काम कर रही है. पहली यह कि प्रवासी मजदूरों को काम मिले. दूसरी यह की पंचायतों में अवशेष धन समय से खर्च कर लिया जाए और तीसरी जो सबसे बड़ी बात है वह यह कि मानव कार्य दिवस के साथ धन के सदुपयोग से जनहित की अधूरी और आवश्यक परियोजनाओं को पूर्ण भी कर लिया जाए. इसलिए 7.50 लाख से अधिक मानव कार्य दिवस सृजित करके इसे तेजी के साथ पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.

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