गोरखपुर: नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में गोरखपुर पिछले 2 साल के भीतर काफी अच्छा मुकाम हासिल किया है. गोरखपुर एयरपोर्ट से देश के विभिन्न मेट्रो शहर को मौजूदा समय में हवाई सेवा से जोड़ दिया गया है. स्पाइस जेट के विमान हो या फिर इंडिगो की सेवा, कोलकाता हो या फिर मुंबई, हैदराबाद हर जगह के लिए यहां से उड़ाने प्रतिदिन जारी है. हजारों यात्री यहां से प्रतिदिन उड़ान भर रहे हैं. लेकिन फिर भी एयरपोर्ट पर यात्रियों को और उन्हें रिसीव करने आने वालों को कोई सुविधा नहीं मिल रही है.
फोरलेन सड़क के ठीक किनारे एयरपोर्ट स्थित है
- गोरखपुर एयरपोर्ट भारतीय वायु सेना की परिधि का एयरपोर्ट है.
- गोरखपुर से बिहार जाने वाली फोरलेन सड़क के ठीक किनारे यह सिविल एयरपोर्ट स्थित है.
- इसे सिविल एयरपोर्ट के रूप में डेवलप करके घरेलू उड़ान के लिए पिछले 2 साल से उपयोग में लाया जा रहा है.
- इसके सामने कहीं पर भी कोई पार्किंग की व्यवस्था नहीं है.
- एयरपोर्ट के पास न ही आने-जाने वाले लोगों के लिए कोई वेटिंग रूम का इंतजाम है.
- एयरपोर्ट के मुख्य गेट के सामने ही यात्रियों की गाड़ी आनन-फानन में रुकती है.
- पुलिस वाले यहां मोर्चा न संभालें तो हर क्षण घटना हो सकती है.
- गोरखपुर का एयरपोर्ट मौजूदा समय में लाभांश की स्थिति में है. यहां से 2 साल पहले सिर्फ दो उड़ाने होती थीं और अब दर्जनभर उड़ाने हो रही हैं.
- मुंबई, बैंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, दिल्ली जैसे शहरों के लिए जाने वाली प्लेन में लोगों को जगह तक नहीं मिल रही है.
- एयरपोर्ट अथॉरिटी यहां से कुछ और विमानों के संचालन की योजना भी बना रहा है.
फिलहाल एयरपोर्ट पर आने जाने वाले यात्रियों की गाड़ियों को पार्किंग के लिए उनके पास कोई व्यवस्था नहीं है. लोकल जिला प्रशासन और नगर निगम मिलकर बहुत जल्द 300 मीटर दूरी पर पार्किंग की व्यवस्था में लगा है जिससे आने वाले समय में अच्छी सुविधा की उम्मीद की जा सकती है.
- ए. के. द्विवेदी (एयरपोर्ट प्रबंधक) गोरखपुर