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गर्मियों में अपने गार्डन को हरा-भरा रखना है तो जानिए एक्सपर्ट की राय

गर्मी में गार्डिनिंग करना आसान काम नहीं है. अधिक तापमान के चलते पौधों के सूख जाने का खतरा बना रहता है. इस मौसम में गार्डन को सूखने से बचाने के लिए बहुत सी बातों का ध्यान रखना पड़ता है.

गर्मियों में किचन गार्डन का कैसे रखें ख्याल.
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Published : May 31, 2019, 11:20 AM IST

लखनऊ: गर्मियों में तेज धूप और बढ़ते पारे के बीच हमारे घर की क्यारी और फुलवारी में लगे पौधे सूख जाते हैं. ऐसे में गार्डन भी बंजर जैसा लगने लगता है, लेकिन विज्ञान के वैज्ञानिक कहते हैं कि यदि कुछ बातों पर ध्यान दिया जाए तो मई-जून की भीषण गर्मी में भी अपने गार्डन को हरा-भरा रख सकते हैं.

गर्मियों में किचन गार्डन का कैसे रखें ख्याल.
गार्डन के लिए मुश्किल गर्मी का मौसम
  • गर्मियों में पौधों के फूल और पत्तियां सूख जाते हैं.
  • इसके चलते हरे-भरे गार्डन में हरियाली गायब होने लगती है.
  • मई-जून में अत्यधिक गर्मी पड़ने की वजह से पौधों में पानी की कमी हो जाती है, जिसके चलते वह सूख जाते हैं.
  • तेज धूप से पौधों को भी खासा नुकसान होता है.
  • मौसम के प्रतिकूल पौधे भी अधिक तापमान सहन नहीं कर पाते हैं, लिहाजा उनके सूखने का खतरा बना रहता है.

गर्मी में भी कैसे रखें गार्डन को हरा-भरा

  • किचन गार्डनिंग के लिए हर महीने का एक चार्ट आता है, जिसके अनुसार अच्छे फल और सब्जियां उगाई जा सकती हैं.
  • किचन गार्डनिंग एरिया के हिसाब से होती है. यदि आपके पास जगह ज्यादा है तो फल और सब्जी दोनों लगा सकते हैं.
  • मई के महीने में भिंडी, गोभी, लाल चलाई, देसी पालक और मूली लगाई जा सकती है.
  • वहीं जून के महीने में चिचिंडा, लोबिया, अरबी, भिंडी, करेला और सेम लगा सकते हैं.
  • जुलाई में भिंडी, फूल गोभी, बैंगन, मिर्च, शिमला मिर्च, टमाटर, गांठ गोभी आदि की फसलें लगाकर किचन गार्डनिंग के शौक को पूरा किया जा सकता है.
  • एक फसल के बाद दूसरी फसल लगाने में ज्यादा समय का अंतर न रखें.
  • एक फसल खत्म होने के बाद तुरंत ही दूसरी फसल लगाने की तैयारी रखनी चाहिए.
  • धूप में पॉट कल्टीवेशन को भी बढ़ावा दिया जा सकता है. पॉट कल्टीवेशन में टमाटर, मिर्च, धनिया जैसी कई चीजें बोई जा सकती हैं.
  • सिंचाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. नियमित अंतराल पर सिंचाई बेहद जरूरी है.
  • ज्यादा धूप है तो नेट की व्यवस्था करनी चाहिए.

आपके पास जिस तरह की जगह हो उस हिसाब से आप गार्डनिंग कर सकते हैं. साथ ही ऑर्गेनिक सब्जियां उगाना भी बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. गर्मी के मौसम में किचन गार्डन में लगे पौधों की नियमित देखभाल जरूरी है. समय पर सिंचाई और मौसम के अनुकूल सब्जियां और फल उगाने पर जोर देना चाहिए.
-डॉ आरएस कटियार, वैज्ञानिक, सीएसआईआर, राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान

लखनऊ: गर्मियों में तेज धूप और बढ़ते पारे के बीच हमारे घर की क्यारी और फुलवारी में लगे पौधे सूख जाते हैं. ऐसे में गार्डन भी बंजर जैसा लगने लगता है, लेकिन विज्ञान के वैज्ञानिक कहते हैं कि यदि कुछ बातों पर ध्यान दिया जाए तो मई-जून की भीषण गर्मी में भी अपने गार्डन को हरा-भरा रख सकते हैं.

गर्मियों में किचन गार्डन का कैसे रखें ख्याल.
गार्डन के लिए मुश्किल गर्मी का मौसम
  • गर्मियों में पौधों के फूल और पत्तियां सूख जाते हैं.
  • इसके चलते हरे-भरे गार्डन में हरियाली गायब होने लगती है.
  • मई-जून में अत्यधिक गर्मी पड़ने की वजह से पौधों में पानी की कमी हो जाती है, जिसके चलते वह सूख जाते हैं.
  • तेज धूप से पौधों को भी खासा नुकसान होता है.
  • मौसम के प्रतिकूल पौधे भी अधिक तापमान सहन नहीं कर पाते हैं, लिहाजा उनके सूखने का खतरा बना रहता है.

गर्मी में भी कैसे रखें गार्डन को हरा-भरा

  • किचन गार्डनिंग के लिए हर महीने का एक चार्ट आता है, जिसके अनुसार अच्छे फल और सब्जियां उगाई जा सकती हैं.
  • किचन गार्डनिंग एरिया के हिसाब से होती है. यदि आपके पास जगह ज्यादा है तो फल और सब्जी दोनों लगा सकते हैं.
  • मई के महीने में भिंडी, गोभी, लाल चलाई, देसी पालक और मूली लगाई जा सकती है.
  • वहीं जून के महीने में चिचिंडा, लोबिया, अरबी, भिंडी, करेला और सेम लगा सकते हैं.
  • जुलाई में भिंडी, फूल गोभी, बैंगन, मिर्च, शिमला मिर्च, टमाटर, गांठ गोभी आदि की फसलें लगाकर किचन गार्डनिंग के शौक को पूरा किया जा सकता है.
  • एक फसल के बाद दूसरी फसल लगाने में ज्यादा समय का अंतर न रखें.
  • एक फसल खत्म होने के बाद तुरंत ही दूसरी फसल लगाने की तैयारी रखनी चाहिए.
  • धूप में पॉट कल्टीवेशन को भी बढ़ावा दिया जा सकता है. पॉट कल्टीवेशन में टमाटर, मिर्च, धनिया जैसी कई चीजें बोई जा सकती हैं.
  • सिंचाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए. नियमित अंतराल पर सिंचाई बेहद जरूरी है.
  • ज्यादा धूप है तो नेट की व्यवस्था करनी चाहिए.

आपके पास जिस तरह की जगह हो उस हिसाब से आप गार्डनिंग कर सकते हैं. साथ ही ऑर्गेनिक सब्जियां उगाना भी बेहतर विकल्प साबित हो सकता है. गर्मी के मौसम में किचन गार्डन में लगे पौधों की नियमित देखभाल जरूरी है. समय पर सिंचाई और मौसम के अनुकूल सब्जियां और फल उगाने पर जोर देना चाहिए.
-डॉ आरएस कटियार, वैज्ञानिक, सीएसआईआर, राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान

Intro:लखनऊ। अक्सर गर्मियों में तेज धूप और बढ़ते पारे के बीच हमारे घर की क्यारी और फुलवारी में लगे पौधे सूख जाते हैं और ऐसे में गार्डन भी बंजर जैसा लगने लगता है लेकिन विज्ञान के वैज्ञानिक कहते हैं कि यदि कुछ बातों पर ध्यान दिया जाए तो गर्मियों में भी अपने गार्डनिंग के शौक को लोग जिंदा रख सकते हैं और मई-जून की भीषण गर्मी ने भी अपने गार्डन को हरा भरा कर सकते हैं।


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लखनऊ स्थित सीएसआईआर- राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान के पूर्व वैज्ञानिक और एक्सपर्ट डॉ आर एस कटिहार कहते हैं कि गर्मियों में अक्सर फूल पत्ते सूख जाती है और इस वजह से हरा-भरा गार्डन भी खराब लगने लगता है। वह बताते हैं कि मैं और जून में अत्यधिक गर्मी पड़ने की वजह से पौधों में भी पानी की कमी हो जाती है और वह सूख जाते हैं। वह कहते हैं कि किचन गार्डनिंग करने का शौक रखने वालों के लिए हर महीने का एक चार्ट आता है जिसके अनुसार वह अपनी किचन गार्डनिंग के शौक को पूरा कर सकते हैं और साथ ही खुद के लिए अच्छे फल और सब्जियों का भी इंतजाम कर सकते हैं।

डॉक्टर कटिहार कहते हैं कि किचन गार्डनिंग एरिया के हिसाब से होती है यदि आपके पास जगह ज्यादा है तो फल और सब्जी दोनों की फसलें लगाई जा सकती हैं इसके अलावा मंथली चार्ट के अनुसार यदि फल और सब्जियां लगाएं आपको बेहतर परिणाम दे सकते हैं।

मई के महीने में मंथली चार्ट के अनुसार भिंडी गोभी लाल चलाई देसी पालक और मूली आदि को लगाया जा सकता है। वहीं जून के महीने में चिचिंडा, लोबिया, अरबी, भिंडी, करेला और सेम आदि को लगा सकते हैं। इसके अलावा जुलाई के महीने में भिंडी, फूल गोभी, बैंगन, मिर्च, शिमला मिर्च, टमाटर, गांठ गोभी आदि की फसलें लगाकर किचन गार्डनिंग के शौक को पूरा किया जा सकता है।

इस बात का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है कि एक फसल के बाद दूसरी फसल को लगाने में वक्त न लगाया जाए और दूसरी सब्जी या फसल को लगाने की तैयारी का पर भी विशेष ध्यान रखा जाए।

धूप में पॉट कल्टीवेशन को भी बढ़ावा दिया जा सकता है। पॉट कल्टीवेशन में टमाटर, मिर्च, धनिया जैसी कई चीजें बोई जा सकती हैं।

यदि आप फ्लैट में रह रहे हो इसमें भी आप अपनी किचन गार्डनिंग को अंजाम दे सकते हैं गमले में भी कई तरह की खेती हो सकती है जैसे कि फूल गोभी पत्ता गोभी टमाटर शिमला मिर्च आदि को लगाया जा सकता है और इसी तरह की फसलें लगाकर गार्डनिंग के शौक को पूरा किया जा सकता है।

यदि आपके पास जगह कम है या पॉट नहीं है तो सीमेंट के बैग में भी पॉट मिक्चर डालकर उसमें स्टॉकिंग देकर लताओं वाली फसलों को लगाया जा सकता है। इन फसलों में खीरा, करेला, लौकी जैसी फल और सब्जियां शामिल होती हैं


Conclusion:कटिहार कहते हैं कि आपके पास जिस तरह की जगह हो उस हिसाब से आप गार्डनिंग के शौक के साथ साथ ऑर्गेनिक सब्जियां उगा सकते हैं जो आपकी सेहत का भी ध्यान रखेंगी और आपके गार्डनिंग के शौक को भी पूरा करते रहेंगे।

बाइट- डॉ आर एस कटियार, वैज्ञानिक

रामांशी मिश्रा

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