मिर्जापुर: जिले में बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वीडियो कॉलिंग के माध्यम से गांव वालों से और प्रधान से गांव का हालचाल जाना है. साथ ही गांव के विकास कार्य के बारे में जानकारी ली है. वहीं गांव वालों ने अखिलेश यादव को कहा कि आप ने हम लोग बहुत खुश है कि आपने हम लोगों को याद किया.
वीडियो कॉल कर गांव वालों से बातचीत
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नागवासी गांव को प्रदेश का पहला आई स्पर्श गांव घोषित किया था. समग्र विकास के लिए जिला अधिकारी को निर्देश दिया गया था. वहीं बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने नागवासी गांव को याद किया और गांव के बारे में जानने के लिए वीडियो कॉलिंग पर बात गांव के लोगों से बात की है.
गांव के विकास के बारे में ली जानकारी
अखिलेश यादव ने वीडियो कॉलिंग पर गांव वालों से पूछा कि आप लोग कैसे हैं. हमने खबर पढ़ी थी कि गांव का विकास नहीं हो रहा है. इसी को लेकर हम आप लोगों से बात करना चाह रहे थे. विकास कार्यों में प्रशासनिक उपेक्षा की जा रही है. साथ ही प्रधान से पूछा कि गांव में इस समय कौन-कौन सा काम हो रहा है.
'टंकी निर्माण का काम हुआ धीमा'
इस पर ग्राम प्रधान ने बताया कि आपके समय का टंकी आरसीसी रोड, काली रोड का निर्माण हुआ, जिसमें से आरसीसी सड़क कुछ दूरी पर रुका हुआ है. टंकी का काम बहुत धीमा चल रहा है. दूसरा बजट रुक जाने से काम नहीं हो पा रहा है. वहीं पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने जवाब दिया कि चलिए मौका मिलेगा तो गांव का फिर से विकास होगा.
अखिलेश यादव का किया धन्यवाद
इस बीच कई ग्रामीणों से भी बात की गई. जहां गांव के विकास के बारे में सबने अखिलेश यादव की तारीफ की. साथ ही गांव वालों ने अखिलेश यादव से कहा कि आपने जो किया है, गांव के लोग कभी नहीं भूल सकते हैं. इस पर पूर्व सीएम ने आश्वासन दिया कि जब कभी मिर्जापुर आएंगे तो आपके गांव जरूर आएंगे.
पहला आई स्पर्श गांव घोषित
बता दें कि ग्राम पंचायत नागवासी को उस समय सौगात मिली थी जब यहां के प्रधान दीपिका शुक्ला ने एक ट्वीट किया था. उसके बाद उस ट्वीट को संज्ञान में लेते हुए तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव ने 2016 में इसे प्रदेश का पहला आई स्पर्श गांव घोषित किया था.