फर्रुखाबाद: जिले में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है. अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दलवीर सिंह ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से लाभार्थी इस योजना का फॉर्म कार्यालय में जमा नहीं करा पा रहे हैं, इसीलिए फार्म जमा करने का काम आशा कार्यकर्ता करेंगी. नई व्यवस्था के तहत आशा, एएनएम के नाम और फोन नंबर की सूची जारी की गई है. अब लाभार्थी अपने क्षेत्र की आशा, एएनएम से संपर्क कर योजना का लाभ उठा सकते हैं.
तीन किस्तों में मिलता है योजना का लाभ
दरअसल प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कंट्रोल करने के लिए 1 जनवरी 2017 को लागू की गई थी. इस योजना के तहत गर्भवती महिला और उसके पेट में पल रहे नवजात को स्वस्थ रखने के लिए पहली बार गर्भधारण करने वाली महिला को 5 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है. इस योजना के तहत राशि को तीन हिस्सों में दिया जाता है. पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में एक हजार रुपये दिए जाते हैं, जबकि दूसरी किस्त के रूप में 2 हजार रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2 हजार दिए जाते हैं. यह भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही भेजा जाता है.
फर्रुखाबाद: आशा कार्यकर्ताओं की मदद से मिलेगा प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से लोग वंचित नहीं होंगे. इस योजना को लाभार्थियों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है. नई व्यवस्था के चलते अब आशा कार्यकर्ताओं को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है.
फर्रुखाबाद: जिले में प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ लाभार्थियों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है. अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दलवीर सिंह ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से लाभार्थी इस योजना का फॉर्म कार्यालय में जमा नहीं करा पा रहे हैं, इसीलिए फार्म जमा करने का काम आशा कार्यकर्ता करेंगी. नई व्यवस्था के तहत आशा, एएनएम के नाम और फोन नंबर की सूची जारी की गई है. अब लाभार्थी अपने क्षेत्र की आशा, एएनएम से संपर्क कर योजना का लाभ उठा सकते हैं.
तीन किस्तों में मिलता है योजना का लाभ
दरअसल प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना मातृ मृत्यु दर और शिशु मृत्यु दर को कंट्रोल करने के लिए 1 जनवरी 2017 को लागू की गई थी. इस योजना के तहत गर्भवती महिला और उसके पेट में पल रहे नवजात को स्वस्थ रखने के लिए पहली बार गर्भधारण करने वाली महिला को 5 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है. इस योजना के तहत राशि को तीन हिस्सों में दिया जाता है. पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में एक हजार रुपये दिए जाते हैं, जबकि दूसरी किस्त के रूप में 2 हजार रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2 हजार दिए जाते हैं. यह भुगतान गर्भवती के बैंक खाते में ही भेजा जाता है.