ETV Bharat / briefs

फर्रुखाबाद: बरसों बाद नहीं अब रामनगरिया मेले में अपनों से तुरंत मिल रहे लोग

फर्रुखाबाद में चल रहे मिनी कुंभ रामनगरिया मेले में देश के विभिन्न स्थानों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. मेले में कई बार लोग अपने परिवार से बिछड़ जाते हैं. ख़ासकर बच्चे के खोने का डर हमेशा बना रहता है. प्रशासन ने इससे निपटने के लिए खास इंतजाम किए हैं. रामनगरिया मेले में बिछड़े हुए लोगों को अपनों से मिलाने के लिए माइक से एनाउंसमेंट के साथ एलईडी डिस्प्ले पर भी सूचना दी जा रही है.

मिनी कुंभ रामनगरिया मेला
author img

By

Published : Feb 6, 2019, 9:55 AM IST

फर्रुखाबाद : बॉलीवुड की पुरानी फिल्मों में अक्सर आपने देखा होगा कि दो भाई मेले में बिछड़ जाते हैं जो कि किसी न किसी इत्तेफाक से अचानक सालों बाद मिल जाते हैं, लेकिन फर्रुखाबाद में चल रहे रामनगरिया मेले में शायद ही कोई अपनों से बिछड़ेगा. मंगलवार देर रात तक मेला क्षेत्र में करीब 20 बच्चों को उनके अभिभावकों से मिलाया जा चुका है.

मिनी कुंभ रामनगरिया मेला
undefined


मिनी कुंभ रामनगरिया मेले में देश के विभिन्न स्थानों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. ऐसे में मेले में लोग एक- दूसरे से बिछड़ते भी हैं, लेकिन प्रशासन ने इससे निपटने के लिए खास इंतजाम किए हैं. रामनगरिया मेले में बिछड़े हुए लोगों को अपनों से मिलाने के लिए माइक से एनाउंसमेंट के साथ एलईडी डिस्प्ले पर भी सूचना दी जा रही है.

पांचाल घाट के गंगा तट पर बने खोया-पाया केंद्र के मैनेजर सुरेश चंद्र दीक्षित के अनुसार, कोई भी व्यक्ति अपने किसी सगे संबंधी से बिछड़ने के बाद हमारे पास आता है, तो वॉलिंटियर्स पहले उससे कब,कौन, कहां, कैसे आदि की पूरी जानकारी लेते हैं. कोई फोटो या पहचान का दस्तावेज मिलने पर काम आसान हो जाता है. अंदर से बाहर तक लगे एलईडी स्क्रीन पर फोटो नाम सहित जानकारी अपडेट की जाती है. तुरंत पूरे मेला क्षेत्र में संबंधित शख्स का नाम लेकर उद्घोषणा भी की जाती है.

undefined

उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से बिछड़े बच्चों के परिजनों की पहचान की जाती है. उनके अनुसार 11 सालों से खोया-पाया केंद्र के माध्यम से बिछुड़ों को अपनों से मिलाने का काम कर रहे हैं. इस काम में बहुत खुशी मिलती है. अगर मेले में लापता कोई बच्चा केंद्र पर पहुंचता है, तो जब तक उसके परिजन मिल नहीं जाते तब तक उसके खाने और रहने का इंतजाम भी करते हैं क्योंकि मंगलवार देर रात तक 20 लोगों को उनके परिजनों के हैंडओवर किया जा चुका था.


हरदोई से आई किरन ने बताया की गंगा तट पर आरती करते समय अचानक 4 वर्षीय बेटी रानी कहीं गायब हो गई. आसपास काफी देर तक उसकी तलाश की लेकिन कोई जानकारी नहीं लग पाई. तभी एनाउंसमेंट में बच्चे की पहचान सुनी तो यहां आकर अपनी बच्ची को देख बहुत खुशी मिली.

फर्रुखाबाद : बॉलीवुड की पुरानी फिल्मों में अक्सर आपने देखा होगा कि दो भाई मेले में बिछड़ जाते हैं जो कि किसी न किसी इत्तेफाक से अचानक सालों बाद मिल जाते हैं, लेकिन फर्रुखाबाद में चल रहे रामनगरिया मेले में शायद ही कोई अपनों से बिछड़ेगा. मंगलवार देर रात तक मेला क्षेत्र में करीब 20 बच्चों को उनके अभिभावकों से मिलाया जा चुका है.

मिनी कुंभ रामनगरिया मेला
undefined


मिनी कुंभ रामनगरिया मेले में देश के विभिन्न स्थानों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. ऐसे में मेले में लोग एक- दूसरे से बिछड़ते भी हैं, लेकिन प्रशासन ने इससे निपटने के लिए खास इंतजाम किए हैं. रामनगरिया मेले में बिछड़े हुए लोगों को अपनों से मिलाने के लिए माइक से एनाउंसमेंट के साथ एलईडी डिस्प्ले पर भी सूचना दी जा रही है.

पांचाल घाट के गंगा तट पर बने खोया-पाया केंद्र के मैनेजर सुरेश चंद्र दीक्षित के अनुसार, कोई भी व्यक्ति अपने किसी सगे संबंधी से बिछड़ने के बाद हमारे पास आता है, तो वॉलिंटियर्स पहले उससे कब,कौन, कहां, कैसे आदि की पूरी जानकारी लेते हैं. कोई फोटो या पहचान का दस्तावेज मिलने पर काम आसान हो जाता है. अंदर से बाहर तक लगे एलईडी स्क्रीन पर फोटो नाम सहित जानकारी अपडेट की जाती है. तुरंत पूरे मेला क्षेत्र में संबंधित शख्स का नाम लेकर उद्घोषणा भी की जाती है.

undefined

उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से बिछड़े बच्चों के परिजनों की पहचान की जाती है. उनके अनुसार 11 सालों से खोया-पाया केंद्र के माध्यम से बिछुड़ों को अपनों से मिलाने का काम कर रहे हैं. इस काम में बहुत खुशी मिलती है. अगर मेले में लापता कोई बच्चा केंद्र पर पहुंचता है, तो जब तक उसके परिजन मिल नहीं जाते तब तक उसके खाने और रहने का इंतजाम भी करते हैं क्योंकि मंगलवार देर रात तक 20 लोगों को उनके परिजनों के हैंडओवर किया जा चुका था.


हरदोई से आई किरन ने बताया की गंगा तट पर आरती करते समय अचानक 4 वर्षीय बेटी रानी कहीं गायब हो गई. आसपास काफी देर तक उसकी तलाश की लेकिन कोई जानकारी नहीं लग पाई. तभी एनाउंसमेंट में बच्चे की पहचान सुनी तो यहां आकर अपनी बच्ची को देख बहुत खुशी मिली.

Intro:एंकर- बॉलीवुड की पुरानी फिल्मों में अक्सर आपने देखा होगा कि दो भाई मेले में बिछड़ जाते हैं,जो कि किसी न किसी इत्तेफाक से अचानक सालों बाद मिलते हैं, लेकिन इस बार फर्रुखाबाद में चल रहे रामनगरिया मेले में शायद ही कोई अपनों से बिछड़ेगा. मंगलवार देर रात तक मेला क्षेत्र में करीब 20 बच्चों को उनके अभिभावकों से मिलाया जा चुका है.


Body:विओ- मिनी कुंभ रामनगरिया मेले में देश के विभिन्न स्थानों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. ऐसे में मेले में लोग एक- दूसरे से बिछड़ते भी हैं, लेकिन प्रशासन ने इससे निपटने के लिए खास इंतजाम किए हैं. रामनगरिया मेले में बिछड़े हुए लोगों को अपनों से मिलाने के लिए माइक से एनाउंसमेंट के साथ एलईडी डिस्प्ले पर भी सूचना दी जा रही है. पांचाल घाट के गंगा तट पर बने खोया-पाया केंद्र के मैनेजर सुरेश चंद्र दीक्षित के अनुसार, कोई भी व्यक्ति अपने किसी सगे संबंधी से बिछड़ने के बाद हमारे पास आता है, तो वॉलिंटियर्स पहले उससे कब,कौन, कहां, कैसे आदि की पूरी जानकारी लेते हैं. कोई फोटो या पहचान का दस्तावेज मिलने पर काम आसान हो जाता है. अंदर से बाहर तक लगे एलईडी स्क्रीन पर फोटो नाम सहित जानकारी अपडेट की जाती है. तुरंत पूरे मेला क्षेत्र में संबंधित शख्स का नाम लेकर उदघोषणा भी की जाती है. उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से बिछड़े बच्चों के परिजनों की पहचान की जाती है. उनके अनुसार 11 सालों से खोया- पाया केंद्र के माध्यम से बिछुडो को अपनों से मिलाने का काम कर रहे हैं. इस काम में बहुत खुशी मिलती है. अगर मेले में लापता कोई बच्चा केंद्र पर पहुंचता है,तो जब तक उसके परिजन नहीं मिल जाते उसके खाने और रहने का इंतजाम भी करते हैं. मंगलवार देर रात तक 20 लोगों को उनके परिजनों के हैंडओवर किया जा चुका था.

बाइट- सुरेश चंद्र दीक्षित, मैनेजर, खोया पाया केंद्र


Conclusion:विओ- हरदोई से आई किरन ने बताया की गंगा तट पर आरती करते समय अचानक 4 वर्षीय बेटी रानी कहीं गायब हो गई. आसपास काफी देर तक उसकी तलाश की लेकिन कोई जानकारी नहीं लग पाई. तभी एलाउंसमेंट में बच्चे की पहचान सुनी तो यहां आकर अपनी बच्ची को देख बहुत खुशी मिली.
बाइट-किरन, अभिभावक

रमन मिश्रा
फर्रुखाबाद
9335692414
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.